मजीद थेबा का पता नहीं चलने पर अब सड़क पर उग्र आन्दोलन होगा...
पूरे गुजरात के न्यायप्रिय लोग अहमदाबाद से भुज यात्रा में चलेंगे...
अहमदाबाद, 14 अगस्त। गुजरात के कच्छ जिल के भुज शहर में 26 दिन पहले 19 जुलाई 2018 रात को 9 बजे मजीद थेबा के घर में पुलिस जाती है और वहां मियां बीवी खाना खा रहे होते हैं, तभी पुलीस बोलती है ये मजीद का घर है। उन्होंने कहा जी हां साहेब ये मजीद का घर है। फिर क्या था पुलिस गाली गलौच करती है, फिर मजीद के साथ मारपीट करती है। पुलिस यहीं नहीं रुकती फिर मजीद की गर्भवती बीवी को भी मारती है। गर्भवती बीवी को पेट में चोट लगने से दर्द होता है, जिस से पुलिस उस को ऑटो रिक्शा से सिविल हॉस्पिटल भेज देती है और फिर रात को 2 बजे हॉस्पिटल से डिस्चार्ज करवा कर पुलिस उसकी बीवी को फिर से पुलिस स्टेशन बुलाती है। फिर उस औरत को घर भेज दिया जाता है और जब वो घर पहुँचती है तो उस का पति गायब होता है। उसकी पत्नी आशियाना थेबा ने ज़िले के एस.पी, कलेक्टर को लिखित में फरियाद की जिस में एक पुलिस वाले का नाम भी होता है, उस पर अभी तक कोई कार्यवाही नहीं की गयी।
यह जानकारी देते हुए माइनॉरिटी कोआर्डिनेशन कमेटी के मुजाहिद नफीस कहते हैं
“पुलिस, जो कूड़े के ढेर से सुई ढूंढ लाती है इस मामले में इतनी लापरवाही क्यों बरत रही है? क्या वो मुसलमान है इसलिए उसको ढूँढने में पुलिस हीला हवाली कर रही है?”
मजीद थेबा को ढूँढने व उसकी पत्नी आशियाना थेबा की FIR दर्ज करने के लिए माइनॉरिटी कोआर्डिनेशन कमेटी गुजरात के कन्वीनर मुजाहिद नफ़ीस ने पुलिस महानिदेशक, गृह राज्य मंत्री व मुख्य सचिव गुजरात को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है।
मुजाहिद नफीस ने कहा,
“अगर FIR दर्ज नहीं हुई तो माइनॉरिटी कोआर्डिनेशन कमेटी पूरे राज्य में आन्दोलन, धरना प्रदर्शन करेगी ताकि गुजरात के मुसलमानों को उनके नागरिक अधिकार मिल सकें।”