लखनऊ। रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक को पत्र लिखकर आज़मगढ़ के जियासड, मेंहनगर के विनोद यादव के पुलिस द्वारा उठाये जाने के बाद फर्जी मुठभेड़ में मारे जाने की आशंका जताई है। श्री यादव ने अपने पत्र की प्रति मीडिया को भी जारी की है, जो निम्नवत् है -
प्रति,
पुलिस महानिदेशक
उत्तर प्रदेश।
विषय- आजमगढ़ के चकरपानपुर से विनोद यादव को पुलिस द्वारा उठाए जाने व फर्जी मुठभेड़ दिखाकर मारे जाने की आशंका से भयभीत रामवृक्ष यादव, जियासड़, थाना मेंहनगर के हवाले से। जिनके दूसरे लड़के को पुलिस ने वाराणसी से उठाकर आज सुबह गंभीरपुर थाने में फर्जी मुठभेड़ में पकड़ने का दावा किया है, जिसके पैर में गोली मारी गई है.
महोदय,
रामवृक्ष यादव ने फोन नंबर 9670911915 से बताया कि उनके बेटे विनोद यादव जो कि गाजीपुर के अतरौली से आ रहा था उसको आज़मगढ़ के चक्रपानपुर से उठाया गया है जिसका कोई अता-पता नहीं चल रहा है। चक्रपानपुर में जब विनोद अपनी पत्नी सुमन को जूस पिला रहे थे उसी वक्त उसे उठाया गया, जिसकी सूचना उनके पिता रामवृक्ष ने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस को दे दी है. रामवृक्ष ने यह भी बताया कि उनके दूसरे पुत्र पंकज यादव को कल बनारस के फूलपुर से 2 बजे उठा लिया गया. उन्होंने बताया कि मैं परेशान हो गया और करीब 6 बजे 100 नंबर पर फोन किया, लेकिन आज सुबह 15 अप्रैल 2018 को पुलिस ने गोसाई की बाजार थाना गम्भीरपुर के पास मुठभेड़ दिखाकर उसके पैर में गोली मार दी। जब वे वहाँ गए तो उनके लड़के के साथ एक और लड़का राजतिलक एम्बुलेंस में पड़ा था जिसके पैर में गोली लगी थी.
महोदय, रामवृक्ष इस बात से भयभीत हैं कि उनके दूसरे बेटे विनोद को भी पुलिस फर्जी मुठभेड़ दिखा हत्या कर सकती है. श्रीमान, इसके पहले भी आजमगढ़ में फर्जी एनकाउंटर के मामले संज्ञान में आए हैं और राज्य मनवाधिकार आयोग जांच कर रहा है। यह मामला विधि व्यवस्था और लोकनीति का है आप से अनुरोध है कि आजमगढ़ में विनोद यादव, पंकज यादव, राजतिलक मामले को संज्ञान में लिया जाए।
विनोद यादव जिसके बारे में उनके पिता को डर है कि उसे फर्जी मुठभेड़ में पुलिस मार सकती है के बारे में यथाशीघ्र सूचना सार्वजनिक की जाय.
द्वारा
राजीव यादव
महासचिव, रिहाई मंच।
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