नई दिल्ली, 06 जून (चरण सिंह राजपूत)। दशहरा पर होने वाली रामलीलाओं के मंचन (Staged the Ram Lilas to be held at Dussehra) से गूंजने वाले ‘जय श्रीराम’ के नारों (Slogans of ‘Jai Shriram’) को भाजपा ने बड़ी चतुराई से सत्ता प्राप्ति का जरिया बनाया है। चाहे 1991 में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण (Ram temple construction in Ayodhya) को …
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एक स्वयंसेवक ने खोला राज, वामपंथी कैसे भाजपा की मदद करते हैं !
वे संघी हैं, हमारे पड़ोसी हैं। भले ही बंद दिमाग वाले हैं, किंतु बिना स्वार्थ के, पहले जनसंघ का फिर जनता पार्टी का और अब भाजपा का झंडा उठाये घूमते रहते हैं! उनसे मैंने जब इस बंपर जीत का कारण पूछा तो बोले- ”हम कांग्रेस को या जो भी हमारे उम्मीदवार के सामने हो, उसे कमजोर कभी नहीं समझते! हम …
Read More »हिंदुत्व और सेक्युलर राजनीति के बीच पिसते मुसलमान
अभी कुछ दिनों पहले कोलकाता से प्रकाशित अख़बार टेलीग्राफ (Newspaper Telegraph published from Kolkata) में अलीगढ़ से इमरान सिद्दीकी की एक रिपोर्ट कहती है के कैसे मुस्लिम मतदाता (Muslim voter) इस समय आरएसएस (RSS) के लगातार फैलाये जा रहे जहर और घृणा के बीच रह रहे हैं. एक व्यक्ति से जब इमरान ने यह पूछा कि अच्छे दिन कब आयेंगे, …
Read More »खामोश ! बाबरी मस्जिद विध्वंस का विस्तार जारी है…
हिंदुत्व को कोई चुनौती नहीं, मुसलमान जानता है कि उसके सेकुलर रहनुमा उसके साथ नहीं देश का मुसलमान जानता है कि उनके सेकुलर रहनुमा दीनी और दुनियावी दोनों सवालों पर उनके साथ नहीं हैं. शरद जायसवाल पिछले चार सालों में हिंदुत्व ने मनोवैज्ञानिक रूप से जो बढ़त बनाई है, उसे बीस अप्रैल को गुडगाँव के सेक्टर 53 में हुई घटना …
Read More »मोदी के दलित या दलितों के मोदी : बीजेपी ने उत्तर प्रदेश में जाति-राजनीति की भूलभलैया को कैसे पछाड़ा
(अनुवादकीय नोट: इस लेख में बहुत अच्छी तरह से बताया गया है कि इस चुनाव में भाजपा ने किस तरह से जाति की राजनीति का इस्तेमाल अपने पक्ष में किया है. दरअसल जाति की राजनीति ने हिंदुत्व की ताकतों को ही मज़बूत किया है. इसका मुकाबला केवल जाति की राजनीति को छोड़ कर वर्गहित आधारित जनवादी राजनीति से ही किया …
Read More »एक राजनीतिक विचारधारा है हिन्दुत्व जिसका हिन्दू धर्म से कोई लेना-देना नहीं है
हिन्दू धर्म (Hindu religion) भारत का प्राचीन धर्म (Ancient religions of India) है। इसमें बहुत सारे सम्प्रदाय हैं। सम्प्रदायों को मानने वाला व्यक्ति अपने आपको हिन्दू कहता है लेकिन हिन्दुत्व (Hindutva) एक राजनीतिक विचारधारा (political ideology ) है जिसका प्रतिपादन 1924 में वीडी सावरकर ने अपनी किताब ‘हिन्दुत्व में किया था। सावरकर इटली के उदार राष्ट्रवादी चिन्तक माजिनी से बहुत …
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