नई दिल्ली, 01 अक्तूबर 209. तुर्की के राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन (Turkish President Recep Tayyip Erdogan) ने कहा कि वह विश्व मंच पर कश्मीर मुद्दा उठाते रहेंगे। एर्दोगन ने कुछ दिनों पूर्व संयुक्त राष्ट्र महासभा (यूएनजीए) में भी कश्मीर मुद्दे को उठाया था।
अंतर्राष्ट्रीय मीडिया की रिपोर्ट्स में कहा गया है कि एर्दोगन ने पाकिस्तान के लिए एक युद्धपोत के निर्माण कार्य को लांच करते हुए अंकारा में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि दुनिया को कश्मीर में लोगों की पीड़ाओं के बारे में पता होना चाहिए। उन्होंने कश्मीर की स्थिति की तुलना फिलिस्तीन से की और कहा कि 80 लाख से अधिक कश्मीरी एक खुली जेल में भारतीय अत्याचारों को झेल रहे हैं।
एर्दोगन ने घोषणा की कि वह कश्मीर मुद्दा और कश्मीरी लोगों की पीड़ाओं को लगातार उठाते रहेंगे।
उन्होंने पाकिस्तान और तुर्की के संबंधों को अनुकरणीय बताया और कहा कि रक्षा क्षेत्र में सहयोग के लिए अपार संभावना है।
रविवार को यह समारोह टीसीजी किनालियादा के लिए आयोजित था, जिसे तुर्की नौसेना में शामिल किया गया। इसके अलावा इस मौके पर पाकिस्तान के लिए एक एमआईएलजीईएम (तुर्की का राष्ट्रीय युद्धपोत कार्यक्रम) श्रेणी के युद्धपोत का निर्माण कार्य भी शुरू किया गया।
एर्दोगन ने कहा कि उन्हें आशा है कि किनालियादा (एफ-514) से तुर्की और इसके नाविकों को लाभ होगा।
पाकिस्तान नौसेना ने जुलाई 3018 में तुर्की से चार एमआईएलजीईएम-श्रेणी के युद्धपोत खरीदने के लिए एक करार किया था।
बता दें एर्दोगेन को भाजपाई मोदी का अच्छा दोस्त बताते रहे हैं। 2015 में जी-20 की बैठक में तुर्की में जितने देशों के राष्ट्र प्रमुख उपस्थित हुए थे, उन सबका अभिनंदन करते हुए जो डाक टिकट जारी किये गये, उनमें ही एक टिकट मोदी का भी था।
इससे पहले संयुक्त राष्ट्र में अपने भाषण में कश्मीर का जिक्र करने के लिए एर्दोगन को धन्यवाद देते हुए हजारों लोगों ने संदेशों के साथ सोशल मीडिया पर बाढ़ ला दी। #OurVoiceErdogan ट्विटर पर शीर्ष ट्रेंडिंग हैशटैग बन गया था, कुछ घंटों में लगभग 300,000 ट्वीट किए। ट्वीट करने वालों में पाकिस्तानी बड़ी संख्या में थे।
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