सपा-बसपा में भाजपा का सबसे वफादार सहयोगी बनने का चल रहा है कंपटीशन
राष्ट्रपति चुनाव में गैर भाजपा गैर कांग्रेस प्रत्याशी को समर्थन की बात कह कर भाजपा को मदद करना चाहते हैं अखिलेश- शाहनवाज़ आलम
मुसलमान समझें कि किस तरह उनसे वोट ले कर भाजपा की मदद कर रहे हैं अखिलेश
लखनऊ, 29 अप्रैल 2022। राष्ट्रपति चुनाव में गैर कांग्रेस गैर भाजपा प्रत्याशी को समर्थन देने के अखिलेश यादव के बयान पर टिप्पणी करते हुए अल्पसंख्यक कांग्रेस अध्यक्ष शाहनवाज़ आलम ने इसे भाजपा को बैकडोर से मदद करने की कोशिश बताया है।
उन्होंने कहा कि सपा और बसपा में भाजपा के क़रीब दिखने का कंपटीशन चल रहा है।
शाहनवाज़ आलम ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि मुसलमानों को समझ लेना चाहिए कि उन्होंने जिस सपा को विधान सभा में एकमुश्त वोट दिया था वो किस तरह भाजपा को मदद पहुँचा रही है। उन्होंने कहा कि इससे पहले भी जब कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी जी के नेतृत्व में 13 विपक्षी दलों के नेताओं ने देश में बढ़ती अल्पसंख्यक विरोधी हिंसा के खिलाफ़ संयुक्त बयान जारी किया था तब भी अखिलेश यादव और मायावती जी ने उस पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया था।
बसपा सुप्रीमो मायावती के भाजपा के सहयोग से राष्ट्रपति बनने की कोशिश करने वाले अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि अखिलेश जी को लगता है कि भाजपा के सहयोग से राष्ट्रपति बनने का पहला अधिकार मुलायम सिंह यादव जी का है, क्योंकि 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले उन्होंने खुले तौर पर मोदी जी के पीएम बनने की ख्वाहिश ज़ाहिर कर अपनी बिरादरी का वोट भाजपा को ट्रांसफ़र करवाया था। उन्हें लगता है कि भाजपा उनके परिवार के साथ धोखा कर के मायावती को राष्ट्रपति बनाना चाहती है। यह सब सपा और बसपा में भाजपा का सबसे वफादार सहयोगी बनने के आपसी कंपटीशन का मामला है।
कांग्रेस नेता ने कहा कि पिछले दिनों ही अखिलेश यादव जी ने मोदी जी के क़रीबी उद्योगपति गौतम अडानी के दुनिया के 5 वें सबसे अमीर आदमी बनने पर बधाई दे कर भी अपने को मोदी जी के क़रीब दिखाने की कोशिश की थी। जबकि पूरा देश जानता है कि मोदी जी अडानी को देश बेच कर उन्हें अमीर बनवा रहे हैं।
Web title : Akhilesh wants to help BJP in Presidential election!
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