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Akhilesh, who does politics on Twitter, tell how many tweets he has done on Azam - Shahnawaz Alam
आज़म पर अखिलेश घड़ियाली आंसू न बहाएं
अपने ही मुस्लिम प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ अपने सजातीय मतों को भाजपा में ट्रांसफ़र कराते रहे हैं अखिलेश यादव
लखनऊ, 21 दिसम्बर 2020। कांग्रेस ने सपा मुखिया अखिलेश यादव द्वारा आज़म खान को जेल में यातना देने संबंधी बयान को घड़ियाली आंसू बहाना बताया है।
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी बयान में कहा कि क़रीब एक साल से पत्नी और बेटे के साथ जेल में क़ैद आज़म खान से अगर सहानुभूति होती तो सपा सड़कों पर उतर कर आंदोलन कर चुकी होती। लेकिन उन्हें तो अब किसी पत्रकार का आज़म खान पर उनकी चुप्पी पर सवाल पूछ देने से भी गुस्सा आ जाता है जैसा कि पिछले दिनों लखनऊ में हुआ था।
ट्विटर पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए शाहनवाज़ आलम ने कहा कि अखिलेश जी ने अपनी ज़िंदगी के 30 साल सपा को देने वाले आज़म खान के लिए एक ट्वीट भी नहीं किया।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को समझ लेना चाहिए कि जब मुलायम सिंह यादव संसद में मोदी के दुबारा प्रधानमंत्री बनने की ख्वाहिश ज़ाहिर कर चुके हैं तो उनके बेटे का फ़र्ज़ बनता है कि वो मुसलमानों के ख़िलाफ़ होने वाले सरकारी ज़ुल्म पर चुप रहें।
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि सिर्फ़ आज़म खान के मसले पर ही अखिलेश यादव चुप नहीं रहे बल्कि उनके संसदीय क्षेत्र आज़मगढ़ के बिलरियागंज में भी जब एनआरसी का विरोध कर रही मुस्लिम महिलाओं पर पुलिस ने लाठी चार्ज किया तब भी वह वहां नहीं गए। वहां सिर्फ़ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी जी गयीं।
शाहनवाज़ आलम ने यह भी आरोप लगाया कि संघ परिवार से अपने वैचारिक सहमति के तहत ही पिछले विधानसभा और लोकसभा चुनावों में उन्होंने कई सीटों पर मुस्लिम प्रत्याशियों के ख़िलाफ़ अपने सजातीय मतों को भाजपा में ट्रांसफ़र कराया था।