किसान आंदोलन से जुड़े लोगों पर एनआईए की कार्रवाई पर अमरिंदर सिंह ने पूछा- क्या ये किसान अलगाववादी और आतंकवादी दिखते हैं?

hastakshep
18 Jan 2021
किसान आंदोलन से जुड़े लोगों पर एनआईए की कार्रवाई पर अमरिंदर सिंह ने पूछा- क्या ये किसान अलगाववादी और आतंकवादी दिखते हैं?

किसान आंदोलन से जुड़े लोगों पर एनआईए की कार्रवाई पर अमरिंदर सिंह ने केंद्र पर साधा निशाना

नई दिल्ली, 18 जनवरी 2021. किसान आंदोलन से जुड़े लोगों पर एनआईए की कार्रवाई की निंदा करते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह (Punjab Chief Minister Captain Amarinder Singh) ने कहा है कि इस तरह की रणनीति अपने अधिकारों और भविष्य के लिए लड़ रहे किसानों के संकल्प को कमजोर नहीं कर सकती।

Amarinder Singh targeted the centre on NIA's action against those associated with the peasant movement

श्री सिंह ने कहा, "क्या ये किसान अलगाववादी और आतंकवादी दिखते हैं?"

पंजाब के मुख्यमंत्री ने राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की कार्रवाई पर केंद्र में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार की जमकर आलोचना की। उन्होंने इसे किसानों की शांतिपूर्ण लड़ाई को शांत करने के लिए हताशा में तौर पर उठाया गया कदम करार दिया। सिंह ने कहा कि सरकार ने निंदनीय और दमनकारी रणनीति का सहारा लिया है।

इसके साथ ही सिंह ने यह भी कहा कि हालांकि ये उपाय किसानों के संकल्प को नष्ट करने में सफल नहीं होंगे।

अमरिंदर सिंह ने चेतावनी दी कि अगर हालात बेकाबू हो गए तो भाजपा नेतृत्व स्थिति को नियंत्रित नहीं कर पाएगा।

अमरिंदर सिंह ने कहा कि पंजाबी स्वभाव से फाइटर होते हैं। उन्होंने पंजाबियों को दुनिया के सर्वश्रेष्ठ योद्धाओं में शुमार करते हुए कहा कि केंद्र की इस तरह हरकतें केवल पंजाब के किसानों को नकारात्मक प्रतिक्रिया देने के लिए उकसाएंगी।

पंजाब के मुख्यमंत्री ने कहा कि निम्न स्तर की कार्रवाइयों से किसानों या उन लाखों भारतीयों की आवाज नहीं दबेगी, जो जीवित रहने की लड़ाई में 'अन्नदाता' का समर्थन कर रहे हैं। मुख्यमंत्री ने अपनी मांग दोहराते हुए कहा कि केंद्र सरकार को तुरंत कृषि कानूनों को वापस लेना चाहिए।

बता दें इससे पूर्व सुप्रीम कोर्ट के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू एनआईए को पिंजरे में बंद दूसरा तोता बता चुके हैं।

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