Sport’s Serious Problem with ‘Sextortion’ एक भ्रष्टाचार रोधी अंतरराष्ट्रीय संस्थान (international anti-corruption body) के मुताबिक़, “संगठित खेल की प्रवृत्ति (nature of organized sport) सेक्सटॉर्शन की समस्या को बढ़ावा दे सकती है। (perpetuate the issue of sextortion)” खेल जगत में यौन दुर्व्यवहार के चर्चित मामलों (High-profile sexual abuse cases in sport) ने दुनिया का ध्यान अपनी तरफ़ खींचा है, लेकिन यह …
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कोविड-19 से मौतों पर डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट पर चिंताजनक रवैया मोदी सरकार का
न्यूजक्लिक के संपादक प्रबीर पुरकायस्थ (Newsclick editor Prabir Purkayastha) अपनी इस टिप्पणी में बता रहे हैं कि मुद्रास्फीति से लेकर कोविड-19 से मौतों तक मोदी सरकार के सामने विश्वसनीयता का संकट है। लेकिन भारत की साख के लिए यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है कि वह डब्ल्यूएचओ के 194 सदस्य देशों में अकेला ऐसा देश है, जिसने इस वैश्विक स्वास्थ्य संगठन की …
Read More »क्या रूस के ख़िलाफ़ तेल प्रतिबंध लगाकर ख़ुदकुशी करने की राह पर है यूरोपीय संघ?
रूसी तेल की चिकनाहट पर लड़खड़ाता यूरोपीय संघ | ओपेक ने यूरोपीय संघ को चेतावनी दी The European Union Stumbles Over Russian Oil Slick OPEC has warned EU that it would be impossible to replace more than 7 million barrels per day (bpd) of Russian oil and other liquids exports potentially lost due to sanctions. यूरोपीय संघ के अधिकारी इस …
Read More »भोजन की भारी क़िल्लत का सामना कर रही आधी अफ़ग़ानी आबादी : आईपीसी
20 million Afghans facing severe food shortage: IPC Nearly 20 million Afghans are currently undergoing a hunger and food crisis, according to an 18-page report by the Integrated Food Security Phase Classification (IPC). एकीकृत खाद्य सुरक्षा चरण वर्गीकरण (आईपीसी) की 18-पृष्ठ की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, वर्तमान में लगभग दो करोड़ अफगान भूख और खाद्य संकट से गुजर रहे हैं। …
Read More »जानिए दुनिया क्या डॉलर की ग़ुलाम है?
Is the world a slave to the dollar? वर्तमान हालत यह है कि वित्तीय बाजार की पूरी दुनिया पर डॉलर का दबदबा है। वित्तीय बाजार लंदन, न्यूयॉर्क से नियंत्रित हो रहा है लेकिन दुनिया के उत्पादन श्रृंखला पर अमेरिका का दबदबा नहीं है। रूस अपना ही पैसा इस्तेमाल नहीं कर सकता ! ढाई महीने से ज्यादा हो चुके रूस और …
Read More »भारत, श्रीलंका संकट के समय क्या कूटनीतिक भूल कर रहा है?
What diplomatic mistake is India making during the Sri Lanka Crisis? महिंद्रा राजपक्षे के इस्तीफे के बाद श्रीलंका की स्थिति और खराब हुई 9 मई 2022 को लोकप्रिय जनउभार के माध्यम से श्रीलंका के प्रधान मंत्री महिंद्रा राजपक्षे को इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने के बाद, स्थिति ने एक खतरनाक मोड़ ले लिया है। एक ओर, श्रीलंकाई सेना को …
Read More »युद्ध, खाद्यान्न व औपनिवेशीकरण और भारत को अपने किसानों को धन्यवाद देने की आवश्यकता क्यों है
क्या आप जानते हैं कि दुनिया भर के गेहूं के कुल निर्यात में रूस और यूक्रेन का हिस्सा 30 प्रतिशत मिलकर मुहैया कराते हैं। विशेष रूप से अफ्रीका के अनेक देश (many countries of africa) उनकी खाद्यान्न आपूर्ति (Food supplies of Russia and Ukraine,) पर ही ज्यादातर निर्भर हैं। War, Food, Decolonisation and Why India Needs to Thank its Farmers …
Read More »जानिए कोयले की किल्लत और बिजली कटौती के संकट की असल वजह क्या है?
Coal Shortages and Power Cuts: Mismanaged Electricity Supplies Know what is the real reason for the shortage of coal and the crisis of power cut? कई राज्यों में बिजली कटौती (Power cuts in many states) के बीच समझिए इस साल बिजलीघरों के पास कोयले के भंडारों में हुई गिरावट का कारण क्या है? गर्मी अभी पूरे जोर पर आयी भी …
Read More »पुतिन की अमेरिका को चेतावनी, यूक्रेन से पीछे हटे
Putin Warns US to Back off in Ukraine यूक्रेन में दो महीनों से चल रहे युद्ध की पश्चिमी अवधारणा “लोकतंत्र बनाम निरंकुशता” (Western concept of war “democracy versus autocracy”) की बयानबाज़ी से ओत-प्रोत रहा है, लेकिन इस स्थिति में विदेशमंत्री एंटनी ब्लिंकन और अमेरिकी रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के कीव दौरे के बाद सोमवार को पोलैंड में एक संवाददाता सम्मेलन …
Read More »पाम ऑयल पर प्रतिबंध : आने वाला है महंगाई का बवंडर
आप पाम ऑयल के बारे में क्या जानते हैं? पाम ऑयल का महत्व क्या है? क्या आप पाम ऑयल (Palm Oil in Hindi) के बारे में जानते हैं? हो सकता है कि हम में कुछ लोग न जानते हों लेकिन हम सब ने इसका अपने जीवन में इस्तेमाल किया है। पूरी दुनिया में खाना बनाने वाले तेल (cooking oil) के …
Read More »श्रीलंका के आर्थिक संकट का असली दोषी कौन?
Who is the real culprit of Sri Lanka’s economic crisis? श्रीलंका के संकट को भड़काने में क्या नवउदारवाद की भूमिका है? श्रीलंका के आर्थिक संकट पर इतना कुछ लिखा जा चुका है कि उससे संबंधित तथ्य काफी हद तक आम जानकारी में आ चुके हैं। मिसाल के तौर पर 22 अप्रैल के फ्रंटलाइन में प्रकाशित, सी पी चंद्रशेखर के लेख …
Read More »डोनबास में हार के बाद क्या अमेरिकी कहानी ज़िंदा रहेगी ?
Will the American story survive after the defeat in the Donbass? नई दिल्ली (एम. के. भद्रकुमार) 27 अप्रैल 2022. ब्रिटिश कूटनीति (British diplomacy) के बारे में एक असाधारण बात यह है कि यह लगातार वक्र से आगे रहने के तरीकों की तलाश करती है और पूरे अटलांटिक और संयुक्त राज्य अमेरिका में अपने ग्राहकों को अतिरिक्त लाभ प्रदान करती है। …
Read More »कोविड -19 से जुड़ा खतरा, दुनिया में बेतहाशा बढ़ जाएगी मधुमेह रोगियों की संख्या : शोध
कोविड -19 के हल्के संक्रमण से भी मधुमेह का खतरा 40% तक बढ़ जाता है हाल ही में एक शोध में पाया गया है कि मोटे लोगों में कोविड-19 संक्रमण के बाद मधुमेह होने का खतरा अधिक होता है। (A research has recently found that obese people have a higher risk of developing diabetes after a Covid-19 infection.) Even Mild …
Read More »2025 तक अपने चरम पर होगा वैश्विक उत्सर्जन : आईपीसीसी की ताजातरीन रिपोर्ट
The latest IPCC report says that global emissions will be at their peak by 2025. संयुक्त राष्ट्र के इंटरगवर्नमेंटल पैनल ऑन क्लाइमेट चेंज (आईपीसीसी) { United Nations Intergovernmental Panel on Climate Change (IPCC)} ने जलवायु परिवर्तन आपदा (climate change disaster) को टालने के लिए, अब तक के सबसे कड़े कदमों को उठाने का किया आह्वान… संयुक्त राष्ट्र की जलवायु परिवर्तन …
Read More »जानिए पश्चिम बनाम रूस मामले पर क्या है भारत की दुविधा
Know what is India’s dilemma on West vs Russia issue नई दिल्ली (New Delhi) को स्पष्ट हो जाना चाहिए और इस वास्तविकता को समझ लेना चाहिए कि रूस-यूक्रेन युद्ध (Russo-Ukraine War) इंडो-पैसिफिक रणनीति (Indo-Pacific Strategy) का ही एक ख़ाका है। कुछ मुख्यधारा के भारतीय रणनीतिक विश्लेषकों के बीच एक धारणा व्याप्त है, जिनमें कुछ ऐसे भी हैं जो पिछली सरकारों …
Read More »प्रख्यात प्रतिरक्षाविज्ञानी से जानिए ओमिक्रॉन BA.2 सब-वैरिएंट के बारे में
Know about Omicron BA.2 sub-variant from eminent immunologist ओमिक्रॉन अभी ही दुनियाभर के अधिकांश हिस्सों में महामारी को प्रभावी तौर बनाये हुए है। यह एक पूरी तरह से स्थापित तथ्य बन चुका है कि ओमिक्रॉन के पास प्रसार के मामले में असाधारण क्षमता है; हालाँकि अच्छी बात यह है कि संभवतः इससे संक्रमित व्यक्तियों के बीच में रोग की गंभीरता …
Read More »जानिए ईरान का नया जनसंख्या क़ानून : क्यों हो रहा है इस पर विवाद, कैसे महिला अधिकारों को करेगा प्रभावित?
ईरान का नया जनसंख्या कानून (Iran’s new population law) अपनी एक आधुनिक समस्या के कारण सुर्खियों में है, जिसके खिलाफ अब ईरान ही नहीं, बल्कि दुनिया भर के कुछ मानवाधिकार संगठन आवाज उठा रहे हैं। एक ओर इस आधुनिक दुनिया में नित नए वैज्ञानिक आविष्कार (New scientific invention) हो रहे हैं, आर्थिक प्रगति को देख लगता है कि दुनिया हजारों …
Read More »लैंगिक बजट में कटौती : मोदी सरकार के ‘अमृतकाल’ में महिलाओं की कोई जगह नहीं
UNION BUDGET 2022-2023: NO PLACE FOR WOMEN IN MODI GOVERNMENT’S ‘AMRIT KAAL’ महामारी के बाद की स्थिति में भी महिलाओं की जिंदगी (Women’s life even in the post-pandemic situation) दोबारा पटरी पर लाने के लिए सरकार कोई खास पहल करती दिखाई नहीं दे रही। वित्तीय वर्ष 2021-22 में जेंडर बजट (Gender budget in the financial year 2021-22) का हिस्सा कुल …
Read More »आम बजट 2022 की पूर्व-संध्या पर भारत की अर्थव्यवस्था की हालत
India’s economy on the eve of Union Budget 2022-23 Indian Economy is in a Vicious Spiral; Only Way Out is by Empowering Working People आम बजट 2022-23 : इस समय आवश्यकता है, सरकार के ख़र्च में बढ़ोतरी (increase in government spending) की। यह बढ़ोतरी मेहनतकश जनता के हाथों में सरकार की ओर से हस्तांतरण के रूप में होनी चाहिए और …
Read More »एक कंगाल महाराजा का मालिक बनी है टाटा
Air India Sell-Off : Tata has become the owner of a pauper maharaja सरकार की उदारीकरण की अपनी विफल नीतियों (Government’s own failed policies of liberalization) के कारण ही एयर इंडिया की पूर्ण बिक्री (complete sale of air india- Air India Sell-Off) हुई है। सरकार के स्वामित्व वाली एयर इंडिया आखिरकार एक निजी इकाई बन ही गई है, जिसे सरकार …
Read More »Apples in kashmir : क्यों लड़खड़ा रहा कश्मीर का सेब व्यापार ? क्या सस्ते ईरानी सेब बने वजह?
Kashmir apple industry is faltering because of cheap Iranian apples श्रीनगर : कश्मीर घाटी में 24 अरब रुपये से अधिक मूल्य के सेब अपना बाजार खोने के कगार पर हैं। सेब व्यापारियों का दावा है कि सस्ते ईरानी सेबों ने आ कर भारतीय बाजारों में धूम मचा दी है, जिससे उच्च गुणवत्ता वाले कश्मीरी सेब की मांग (Demand for high …
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