BJP government's cruel face, lathi charge on workers returning home on state borders: CPI (Ml) condemned
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लखनऊ, 17 मई। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने मुख्यमंत्री योगी के एक भी पैदल मजदूर के राज्य में प्रवेश न करने देने के आदेश के बाद घर वापस लौट रहे प्रवासी मजदूरों पर प्रदेश पुलिस द्वारा यूपी-एमपी सीमा सहित प्रदेश की अन्य सीमाओं पर लाठीचार्ज करने की कड़ी निंदा की है।
पार्टी राज्य सचिव सुधाकर यादव ने रविवार को जारी बयान में कहा कि प्रदेश सरकार की कथनी और करनी में जमीन-आसमान का फर्क है। एक तरफ मुख्यमंत्री कह रहे हैं कि पैदल या अपने अन्य साधनों से सड़क मार्ग से आ रहे मजदूरों को बसों से उनके घर पहुंचाया जायेगा। यही नहीं, उन्हें पहले पेयजल व भोजन दिया जायेगा और जांच के पश्चात आगे की यात्रा के लिए बसों में रवाना किया जायेगा। लेकिन योगी जी की पुलिस ठीक इसके उलट कर रही है। यह वैसा ही है, जैसे हाथी के दांत खाने के अलग और दिखाने के अलग होते हैं।
राज्य सचिव ने मांग की कि सुरक्षित यात्रा कराने के नाम पर मजदूरों पर हो रहे पुलिस दमन को तत्काल रोका जाए। सरकार एक हफ्ते का अभियान चलाकर और पर्याप्त परिवहन की व्यवस्था कर सभी मजदूरों को सुरक्षित उनके घर तक पहुंचाए। प्रवासी मजदूरों की पिटाई को दंडनीय अपराध बनाया जाये। मानवीय गरिमा के संविधान-प्रदत्त अधिकार के तहत मजदूरों की गरिमा की रक्षा की जाये।
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