The big majority of people in five key countries want stricter regulation on air pollution Results support calls for governments to prioritise clean air in COVID-19 recovery packages नई दिल्ली 19 जून, 2020 ; क्लीन एयर फंड (Clean Air Fund) द्वारा एक सर्वे में सामने आया है कि देश के 85फीसदी लोग चाहते हैं कि वायु प्रदूषण पर नकेल कसने …
Read More »पर्यावरण
कोयले की बजाय हरित ऊर्जा के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाए – स्वास्थ्य पेशेवर
Majority of the healthcare workers are against coal mine expansion, survey finds कोरोना से हुई क्षति की भरपाई के लिए केंद्र सरकार के आत्मनिर्भर अभियान को स्वास्थ्य पेशेवर (health professional) अर्थव्यवस्था के लिए तो कारगर मानते हैं लेकिन 90 फीसदी मानते हैं कि कोयले की बजाय हरित ऊर्जा के इस्तेमाल को प्रोत्साहित किया जाना चाहिए (Use of green energy instead …
Read More »17 जून को मरुस्थलीकरण और सूखे से लड़ने का दिवस
विश्व मरुस्थलीकरण रोकथाम दिवस | World Day to Combat Desertification and Drought | Global Observance: Desertification and Drought Day 2020 मरुस्थलीकरण व सूखा से मुकाबला करने के लिए विश्व मरुस्थलीकरण रोकथाम दिवस (Desertification and Drought Day in Hindi ), वैश्विक स्तर पर जन-जागरूकता फैलाने का ऐसा प्रयास है जिसमें अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर सहयोग की अपेक्षा की जाती है। मरुस्थलीकरण और …
Read More »विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जर्मनी, ने मारी एक लंबी छलांग, 9 बिलियन यूरो की राष्ट्रीय हाइड्रोजन रणनीति की घोषणा
जहाँ पूरे विश्व की औद्योगिक अर्थव्यवस्थाएं ख़ुद को कार्बन मुक्त करने की होड़ में लगी हुई हैं, उसी बीच विश्व की चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था, जर्मनी, (The world’s fourth largest economy, Germany,) ने एक लंबी छलांग मारते हुए, लगभग 9 बिलियन यूरो के नियोजित निवेश के साथ, अपनी राष्ट्रीय हाइड्रोजन रणनीति की घोषणा कर दी है। यह जानकारी देते हुए …
Read More »जलने तो तैयार है 4.5 हजार वर्ग किलोमीटर से ज्यादा अमेज़न जंगल
More than 4.5 thousand km2 (sq km) of Amazon forest is ready to burn यदि सब कुछ धुएँ में फुंक जाए तो कोविड-19 महामारी के साथ दूर- दूर तक फैले होने की वजह से यह क्षेत्र पब्लिक हेल्थ इमरजेंसी (Public health emergency) या सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल की स्थिति का सामना कर सकता है ब्राज़ील, 8 जून, 2020 – अमेज़न में …
Read More »जीना है तो महासागरों को बचाना ही होगा
World Oceans Day is celebrated worldwide on June 8. जीवन में महासागरों के महत्व (Importance of oceans in life) को समझते हुए पर हम पृथ्वीवासियों का ध्यान महासागरों के अस्तित्व को अक्षुण्ण बनाए रखने की ओर अवश्य ही जाना चाहिए। वर्तमान में मानवीय गतिविधियों का असर समुद्रों पर (The impact of human activities on the seas) भी दिखने लगा है। …
Read More »जलवायु परिवर्तन से छोटे और युवा होते जंगल
प्रतिष्ठित जर्नल साइंस में प्रकाशित एक शोधपत्र के अनुसार जलवायु परिवर्तन (Climate change), तापमान वृद्धि ( temperature rise) और बड़े पैमाने पर पेड़ों की कटाई के कारण जंगल पहले की अपेक्षा अधिक युवा और आकार में छोटे होते जा रहे हैं. इसका सीधा असर जंगलों द्वारा कार्बन के भंडारण और वन्य जीवों पर पद रहा है. इस अध्ययन का आधार …
Read More »हिमालय में जलवायु परिवर्तन के हो सकते हैं दूरगामी परिणाम
Climate change in Himalayas can have far-reaching consequences नई दिल्ली, 5 जून (उमाशंकर मिश्र ): उत्तरी और दक्षिणी ध्रुवों के बाद सबसे अधिक बर्फ का इलाका होने के कारण हिमालय को तीसरा ध्रुव भी कहा जाता है। हिमालय में जैव विविधता की भरमार है और यहाँ पर 10 हजार से अधिक पादप प्रजातियां पायी जाती हैं। इस क्षेत्र में जलवायु …
Read More »मोदी सरकार ने निकाला पर्यावरण नष्ट करने का आपदा में अवसर
क्या यह वास्तव में भारत में ‘प्रकृति के लिए समय‘ है? | Is it really ‘Time for Nature’ in India? While India Focused On COVID-19, Here’s What Govt Did To The Environment पूरा विश्व आज विश्व पर्यावरण दिवस मना रहा है। ‘समय के लिए प्रकृति’ (‘Time for Nature’) इस वर्ष के विश्व पर्यावरण दिवस के लिए चयनित थीम है, लेकिन भारत …
Read More »विश्व पर्यावरण दिवस : आप अपने पर्यावरण के बारे में कैसे जागरूक हैं?
वायु प्रदूषण पर दिल्ली-एनसीआर के निवासियों का इन-पर्सन सर्वे। On World Environment Day, the US Embassy in Delhi launched the project “Saaf Hawa Aur Nagrik” in partnership with Lung Care Foundation, a Delhi-based non-profit. नई दिल्ली, 04 जून 2020 : विश्व पर्यावरण दिवस के अवसर पर 4 जून 2020 को नई दिल्ली स्थित अमेरिकी दूतावास में सार्वजनिक मामलों के मंत्री …
Read More »एक पखवाड़े के भीतर दो चक्रवातों की पुनरावृत्ति, प्रकृति कुछ कह रही है
Cyclone Nisarga Live Updates हाल ही में अम्फान तूफान तबाही मचा चुका है। हालांकि चक्रवाती तूफान निसर्ग का खतरा अब लगभग टल गया है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक के अनुसार, हालांकि बारिश और तेज हवाएं जारी रहेंगी लेकिन हवाओं की गति 50 किमी/घंटे से ज्यादा नहीं रहेगी। यहां यह ध्यान में रखना महत्वपूर्ण होगा कि कोलकाता और मुंबई दोनों तटीय …
Read More »रायपुर, कोरबा,चांपा वायु : अध्ययन में विषाक्त भारी धातु के अधिक मात्रा में जहरीले छोटे कण मिले
प्रदूषण नियंत्रण के लिए तत्काल कार्रवाई का आह्वान Raipur, Korba, Champa Air: Study found toxic small particles of the high amount of toxic heavy metal; Call for immediate action for pollution control कोरबा / जांजगीर – चंपा / रायपुर 02 जून 2020 : कोरबा, चंपा और रायपुर में वायु गुणवत्ता की रेंज जनवरी से फरवरी तक खतरनाक लेवल से अत्यधिक …
Read More »जानिए मन की बात में आज क्या कहा प्रधानमंत्री मोदी ने
मन की बात 2.0’ की 12वीं कड़ी में प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के सम्बोधन का मूल पाठ Text of Prime Minister Shri Narendra Modi’s address in 12th episode of Mann Ki Baat 2.0 मेरे प्यारे देशवासियों, नमस्कार। कोरोना के प्रभाव से हमारी ‘मन की बात’ भी अछूती नहीं रही है। जब मैंने पिछली बार आपसे ‘मन की बात’ की थी, …
Read More »रिकॉर्ड तोड़ गर्म मौसम एक बड़ा खतरा
Record breaking hot weather a big risk इन दिनों हम सब करोना महामारी के मंडराते संकट के बीच एक के बाद एक हर छोर पर समानांतर संकटों का सामना कर रहे हैं – अम्फान तूफ़ान, टिड्डियों का हमला और उस पर हीटवेव और इन सब की मूल जड़ में जलवायु परिवर्तन (climate change) जो एक के बाद एक इन चरम …
Read More »भारत में टिड्डी प्रकोप का जलवायु परिवर्तन से रिश्ता
Locust outbreak in India related to climate change देश पहले ही वैश्विक महामारी कोरोना और लाकडाउन का सामना कर रहा है इस बीच टिड्डियों के झुंड ने धावा बोल दिया। राजस्थान और गुजरात में तो टिड्डियों के झुंड छाये ही रहे लेकिन पिछले ढाई दशक में पहली बार महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी इनका जबरदस्त प्रकोप दिखा। …
Read More »जलवायु परिवर्तन के चलते ‘डस्ट बोल’ काल के मुकाबले दोगुनी गर्मी पड़ने की आशंका
1930 के दशक में “डस्ट बोल” काल (dust bowl 1930) के दौरान अमरीका के विशाल मैदानी इलाके में रिकॉर्डतोड़ गर्मी बेहद लम्बे वक्त तक चली हीट वेव्स के कारण हुई थी। In the US, there is a one-and-a-half-time chance of the heat of the dust bowl era in the 1930s How was America transformed from wheat bowl to dust bowl? …
Read More »जानिए जीवाश्म क्या हैं?
जीवाश्म क्या हैं? What is a fossil? आज इस समाचार में जानिए कि जीवाश्म क्या होते हैं (fossil in Hindi)? कैसे बनते हैं जीवाश्म ? किसी भी विलुप्त जंतु या पौधे के किसी समय जीवित होने का प्रमाण (Evidence of extinct animals or plants being alive at any time) जीवाश्म कहलाता है। जीवाश्म कैसे बनते हैं ? How fossils are …
Read More »जानिए क्यों सूखती हैं बारहमासी नदियां?
Know why perennial rivers dry up? बीसवीं सदी के पहले कालखण्ड तक भारत की अधिकांश नदियाँ बारहमासी थीं। हिमालय से निकलने वाली नदियों (rivers originating in the Himalayas) को बर्फ के पिघलने से अतिरिक्त पानी मिलता था। पानी की पूर्ति बनी रहती थी इस कारण उनके सूखने की गति अपेक्षाकृत कम थी। नदी के कछार (river bed) के प्रतिकूल भूगोल …
Read More »आप घुमंतू चरवाहों के बारे में क्या जानते हैं?
Know About Nomadic Shepherds in Hindi | घुमंतू चरवाहों के बारे में जानें घुमंतू की परिभाषा | घुमंतू किसे कहते हैं | definition of nomad in Hindi घुमंतू ऐसे लोग होते हैं जो किसी एक जगह टिक कर नहीं रहते बल्कि रोजी-रोटी की जुगाड़ में यहाँ से वहाँ घूमते रहते हैं। भारत के कई हिस्सों में हम घुमंतू चरवाहों को …
Read More »पर्यावरण असंतुलन जिम्मेदार कौन ?
पर्यावरण असंतुलन : कारण और समाधान आज के युग में बढ़ते प्राकृतिक असंतुलन के क्या कारण हैं? आवश्यकताएं तथा उपभोक्तावृत्ति | needs and consumerism पर्यावरण के असंतुलन के दो प्रमुख कारण (Two main causes of environmental imbalance) हैं। एक है बढ़ती जनसंख्या और दूसरा बढ़ती मानवीय आवश्यकताएं तथा उपभोक्तावृत्ति। इन दोनों का असर प्राकृतिक संसाधनों पर पड़ता है और उनकी …
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