The horrific second wave of corona due to indiscipline! Indiscipline has entered our blood जब नेपोलियन रूस से हार कर वापस आया तो उससे हार का कारण पूछा गया। उसका उत्तर था, “मुझे लेफ्टिनेंट जनरल फ्रास्ट ने हराया है” (फ्रास्ट बाईट अत्यधिक बर्फीली सर्दी में होने वाली खतरनाक बीमारी है)। इसी तरह यदि कोई मुझसे पूछे कि कोरोना की भयावह …
Read More »हस्तक्षेप
पीछे की ओर यात्रा : ज्ञानवापी मस्जिद
Hindi Article by Dr Ram Puniyani -Reviving Temple Disputes-Gyanwapi वाराणसी की जिला अदालत ने भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) को ज्ञानवापी मस्जिद के अतीत की पड़ताल करने का निर्देश दिया है. उपासना स्थल (विशेष उपबंध) अधिनियम 1991 के अनुसार, सभी आराधना स्थलों में वही यथास्थिति रहेगी जो स्वाधीनता के समय थी. ऐसी खबर है कि उच्चतम न्यायालय इस अधिनियम का पुनरावलोकन …
Read More »कोरोना महामारी का दूसरा दौर : बर्बादियों के जश्न का आगाज़ है यह
Second Round of Corona Epidemic: It is the beginning of the celebration of waste हम कोरोना महामारी के दूसरे दौर में हैं। यह बेहद खतरनाक और डरा देने वाला दौर है। 30 जनवरी को लगभग 14 महीने पहले जब केरल में कोरोना का पहला केस (First case of corona in Kerala) मिला था, तो, उसे भी सरकार ने गंभीरता से …
Read More »कोविड-19 : मोदी सरकार की विफलताओं की दूसरी लहर
COVID-19: Modi government’s second wave of failures अब जबकि कोविड-19 महामारी की कथित दूसरी लहर के रूप में जबर्दस्त वापसी हो चुकी है, मोदी सरकार उसी घोर अक्षमता, निर्ममता और एकाधिकारवृत्ति को दोहराने पर आमादा है, जिनका बहुत ही नुकसानदेह प्रदर्शन उसने महामारी की पहली लहर (Corona virus In India) के दौरान पिछले साल के बड़े हिस्से में किया था। …
Read More »तम्बाकू महामारी के अंत के लिए क्यों है ज़रूरी अवैध तम्बाकू व्यापार पर रोक?
Why is it necessary to stop the illegal tobacco trade for the end of the tobacco epidemic? तम्बाकू जनित महामारियों से पूर्ण रूप से बचाव मुमकिन है, क्योंकि यह मानव निर्मित आपदा है. हर तम्बाकू जनित रोग से बचाव मुमकिन है और हर तम्बाकू जनित मृत्यु असामयिक है. उद्योग अपने मुनाफे के लिए इस जानलेवा उत्पाद के व्यापार को बढ़ा …
Read More »महामारी में गंगास्नान : मोदीजी के आत्मनिर्भर भारत में अपनी फिक्र खुद करें, क्योंकि सरकार आपदा में अवसर ढूंढने में व्यस्त है
(देशबन्धु में संपादकीय आज | Editorial in Deshbandhu today) पूरी दुनिया पिछले एक साल से भी अधिक वक्त से कोरोना के खौफ में जी रही है। भारत दुनिया के सर्वाधिक कोरोना प्रभावित देशों में से एक है और इसकी दूसरी लहर तो देश पर बहुत भारी पड़ती दिख रही है। अब देश में रोजाना एक-डेढ़ लाख मामले सामने आ रहे हैं। अस्पतालों …
Read More »सर्वव्याप्त जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष
Struggle against the ubiquitous caste system अंबेडकर जयंती डॉ. अंबेडकर एक बहुजन राजनीतिक नेता, और एक बौद्ध पुनरुत्थानवादी होने के साथ साथ, भारतीय संविधान के मुख्य वास्तुकार भी थे। अंबेडकर का जन्म एक गरीब अस्पृश्य परिवार में हुआ था। अंबेडकर ने अपना सारा जीवन हिंदू धर्म की भेदमूलक वर्ण व्यवस्था, और भारतीय समाज में सर्वव्याप्त जाति व्यवस्था के विरुद्ध संघर्ष में …
Read More »डा. आंबेडकर और वर्तमान राजनीतिक एवं आर्थिक परिदृश्य
Dr. Ambedkar and the current political and economic scenario (14 अप्रैल को अम्बेडकर जयंती पर विशेष – Special on Ambedkar Jayanti on 14 April) आज 14 अप्रैल है जिसे पूरे देश में ही नहीं विदेशों में भी डा. आंबेडकर जन्म दिवस अर्थात डॉ. आंबेडकर जयंती (Dr. Ambedkar Jayanti) के रूप में मनाया जाता है. इस दिन जहाँ सरकारी तौर पर …
Read More »कोरोना के साये में जनता की घटती आय और संकुचित होती अर्थव्यवस्था
Declining public income and shrinking economy under the shadow of Corona 1991 में जब ग्लोबलाइजेशन और मुक्त बाजार का दौर शुरू हुआ (The era of globalization and free market started in 1991.) तो देश में अचानक समृद्धि आने लगी। परंपरागत नौकरियां जो अमूमन सरकारी नौकरी ही थी, के स्थान पर निजी क्षेत्र में नौकरियों के नए और बहुत से अवसर …
Read More »डियर प्रशांत किशोर लड़ाई तो टीएमसी और वाम-कांग्रेस के बीच है
बंगाल में भाजपा के बारे में प्रशांत किशोर का आकलन अतिशयोक्तिपूर्ण लगता है Prashant Kishore’s assessment of BJP in Bengal seems exaggerated. भाजपा को 2019 के लोकसभा चुनाव (2019 Lok Sabha Elections) में बंगाल में 40 प्रतिशत मत मिले थे। वह 2016 के विधान सभा चुनाव में भाजपा के 10.2 प्रतिशत मतों से एक लंबी छलांग थी। लेकिन टीएमसी के …
Read More »मोदीजी ! बिहार में सरकार तो बन गई पर कोरोना के मुफ्त टीके का क्या हुआ ?
Mr Modi! The government formed in Bihar, but what happened to Corona’s free vaccine? चुनावों और सरकारी तंत्र से कोरोना तथा राजनीति से मुफ्त टीका का वादा गायब Corona with elections and government machinery and the promise of free vaccine disappeared from politics अब यह पूरी तरह साफ हो गया है और दिनोंदिन स्पष्ट होता जा रहा है कि हमारी …
Read More »श्रीमान हम आपको इस आलेख के कोई पैसे नहीं दे सकते !
“श्रीमान हम आपको इस आलेख के कोई पैसे नहीं दे सकते। सहयोग के लिए सम्पादक के धन्यवाद सहित सादर।“ किसी स्वतंत्र पत्रकार के लिए उसके किसी आलेख पर यह जवाब अब आम हो चुका है। स्वतंत्र पत्रकार ही नहीं किसी न किसी संस्थान से जुड़े बहुत से पत्रकार भी कोरोना के दौरान अपनी नौकरी खोने के बाद अब उस दिन …
Read More »गुलामगिरी से मुक्ति का संकल्प लेने का दिन !
महात्मा फुले जयंती | Mahatma Phule Jayanti छोटी जातियों को उच्च वर्ण हिन्दुओं की गुलामी से जाग्रत करने वाले महामना फुले Mahamana Phule, who awakened lower castes from the slavery of upper caste Hindus ‘जिन्होंने हिन्दू समाज की छोटी जातियों को उच्च वर्णों के प्रति उनकी गुलामी के सम्बन्ध में जागृत किया और जिन्होंने विदेशी शासन से मुक्ति पाने से …
Read More »वैदेही हुई, द्रौपदी हुई, झाँसी की रानी हुई पर मुझे सावित्रीबाई होना है
मंजुल भारद्वाज का नया नाटक ‘लोक-शास्त्र सावित्री’ समता का यलगार ! मेरे पुराने मित्र मंजुल भारद्वाज का जब फोन आया कि २७ मार्च २०२१ को सुबह ११:३० थाना के गडकरी रंगायतन में ‘लोक-शास्त्र सावित्री’ का मंचन है, तुम्हें आना है। मैं उलझन में थी कि कोरोना काल में पब्लिक की भीड़ में जाना सही होगा कि नहीं? पता नहीं नाटक …
Read More »अंतत: जनता को ही भुगतना पड़ता है मूर्ख शासकों की कथनी और करनी दोनों का फल
Ultimately, the people have to suffer the consequences of both the words and actions of foolish rulers. देशबन्धु में संपादकीय आज | Editorial in Deshbandhu today मूर्ख शासकों की कथनी और करनी दोनों का फल अंतत: जनता को ही भुगतना पड़ता है, यह समयसिद्ध सत्य है। हम किसी मुद्दे पर सरकार के समर्थन में रहें या विरोध में रहें। किसी फैसले पर …
Read More »पर्यावरण हलचल : समुदाय के बिना नहीं बुझाई जा सकती हिमालय की यह आग
एमआई 17 हेलीकॉप्टरों की मदद से उत्तराखंड के जंगलों में लगी आग बुझाई जा रही है। Uttarakhand News: uttarakhand forest fire latest news and update: उत्तराखंड जंगल की आग … Know about उत्तराखंड के जंगलों में आग in Hindi जंगलों में आग मुख्यतः जमीन पर गिरी सूखी घास-पत्तियों से फ़ैलती है। उत्तराखंड के पहाड़ों में चीड़ के पेड़ों की अधिकता …
Read More »ज्ञान की खोज में : महापंडित राहुल सांकृत्यायन
राहुल सांकृत्यायन की जयंती पर विशेष | Special on Mahapandit Rahul Sankrityayan’s birth anniversary (जन्म : 9 अप्रैल 1893) 9 अप्रैल – इतिहास में आज का दिन 9 April | Taarikh Gawah Hai इतिहास में आज का दिन | Today’s History | Today’s day in history | आज का इतिहास 9 अप्रैल मैं जब इंजीनियरिंग प्रथम वर्ष का छात्र था …
Read More »सीरियल संस्कृति, राजनीति और विचारधारा : टेलीविजन की खतरनाक राजनीति
Jagadishwar Chaturvedi was live on 6th April 2020 टीवी एक माध्यम के रूप में जहां भी TV गया, स्वभावतः वह कंजर्वेटिव है। टीवी ने समाज में तरह तरह के घेटो तैयार किए। अमेरिका के समाज में हजारों घेटो मिलेंगे टीवी की अंतर्वस्तु महत्वपूर्ण नहीं है। सोवियत संघ में टीवी का सबसे बड़ा नेटवर्क था। सोवियत संघ पहला राष्ट्र था जिसने …
Read More »गांधी ने कांग्रेस कब छोड़ा था ? महावीर त्यागी, कमलापति त्रिपाठी की जगह आनंद शर्मा, गुलामनबी और राजीव शुक्ला पैदा होने लगे
महिलाओं से प्यार करने के पीछे कई वजूहात हैं, जिसमें से एक है उनकी कुदरती रचनाधर्मिता। दो दिन पहले हमारी एक महिला मित्र से सियासत पर बात हुई। इनसे रु-ब-रु कभी नहीं मिल पाया हूँ लेकिन फेसबुक पर बड़ी बेबाकी से बात होती है – (इन बॉक्स एक खत मिला ) ‘जनतंत्र के समर्थक हो, समाजवाद, समता, सौहार्द्र, वगैरह सब …
Read More »नंदीग्राम और महाझूठ का खेला होबे : हिटलर के योग्य चेला-चेली
Nandeegraam aur maha jhooth ka khela hobe : hitalar ke yogy chela-chelee हिटलर के योग्य चेला-चेली, उसके ‘बिग लाई’ या महाझूठ के हथियार का प्रयोग करने में जरूर माहिर होते हैं। प्रचार के इस हथियार का प्रयोग करने में महारथ हासिल हुए बिना कोई हिटलर का नाकाम चेला तक नहीं हो सकता है। बिग लाई या महाझूठ के इस सिद्धांत …
Read More »छत्तीसगढ़ में नक्सली हिंसा : इस व्यवस्था को हथियार से नहीं जन आंदोलनों से ही बदला जा सकता है…
शनिवार 3 अप्रैल को बीजापुर जिले के तर्रेम इलाके के पास सीआरपीएफ, कोरबा बटालियन और पुलिस के जवानों पर घात लगाकर नक्सलियों द्वारा किया गया हमला जिसमें 23 जवान मारे गए, 31 घायल हुए और एक नक्सलियों की पकड़ में है, पिछले 15 दिनों में सुरक्षा बलों पर किया गया तीसरा हमला है। इसके पूर्व भी 21 मार्च, 2021 को …
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