वरिष्ठ आरएसएस नेता/रक्षा-मंत्री राजनाथ सिंह का गाँधी जी को अपमानित करने का एक शर्मनाक प्रयास A shameful attempt by senior RSS leader/Defence-Minister Rajnath Singh to humiliate Gandhiji हिन्दुत्वादी विशेषकर आरएसएस से जुड़े लोग गाँधी जी को अपमानित और ज़लील करने के लिए कोई भी अवसर नहीं गंवाते हैं। आरएसएस का जितना क़द्दावर नेता होता है उतनी ही ज़्यादा बदतमीज़ी से …
Read More »आपकी नज़र
चीन समाजवादी ही रहेगा या पूंजीवाद के लिए रास्ता छोड़ देगा? देंग श्याओ पिंग को परखने का वक्त आ गया है ?
पूंजीवादी बाजारवाद बनाम समाजवादी ‘प्रकृतिवाद’ चीन में कथित ‘विचारधारात्मक संघर्ष’ का तात्पर्य Arun Maheshwari on ideological struggle in China. चीन में वैचारिक संघर्ष पर अरुण माहेश्वरी का मत चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Chinese President Xi Jinping) ने चीन में कुछ बड़ी टेक कंपनियों से शुरू करके इजारेदार पूंजी पर लगाम की दिशा में जो कार्रवाइयां शुरू की हैं, वे …
Read More »नकली राष्ट्रवाद : क्या मिर्ज़ा ग़ालिब ने मोदी के लिए ही कहा था कि; “हुए तुम दोस्त जिसके दुश्मन उसका आसमां क्यूँ हो।”
नकली राष्ट्रवाद, सरकारी आयुध निर्माणियों की सेल को राष्ट्र के नाम समर्पण बताने की धूर्तता और देश की कमर तोड़ने पर गर्व का गरबा करते मोदी मोदी और आरएसएस के लिए राष्ट्र का मतलब क्या है ? प्रचलन में यह है कि दशहरे के दिन अस्त्र-शस्त्रों की पूजा होती है। मगर जैसा कि विश्वामित्र कह गए हैं; “कलियुग में सब …
Read More »लखीमपुर खीरी नरसंहार के निहितार्थ : आखिरकार, फासीवाद का यही रास्ता है
Implications of Lakhimpur Kheri Massacre: After all, this is the path of Fascism प्रधानमंत्री जब संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने पिछले संबोधन में भारत के दुनिया भर में लोकतंत्र की ‘‘मां’’ होने की शेखी बघार रहे थे, शायद उन्हें भी अंदाजा नहीं होगा कि उनकी सरकार का वास्तविक आचरण, मुश्किल से एक पखवाड़े में सारी दुनिया के सामने उनके राज …
Read More »डॉ राम मनोहर लोहिया और वर्तमान किसान आंदोलन
Dr. Ram Manohar Lohia and the current farmers’ movement : Vijay Shankar Singh यदि आज डॉ लोहिया जीवित होते? कल्पना कीजिए, यदि आज डॉ लोहिया जीवित रहते तो, साल भर से हो रहे किसान आंदोलन में, उनकी क्या भूमिका रहती। लोहिया को जानने वाले और उस कुजात गांधीवादी के लेखों, भाषणों का अध्ययन करने वाले एकमत से यही कहते कि, …
Read More »अपने रोज़ों की हिफ़ाज़त करें !!!
रमज़ान का मुबारक महीना (Happy Ramadan month,) शुरू हो चुका है . इस महीना में मुसलमानों पर रोज़ा रखना फ़र्ज़ है . क़ुरआन में सूरह बक़रा की आयत 183 में अल्लाह पाक का फ़रमान है , “ ऐ ईमान लाने वालो! तुम पर रोज़े फर्ज़ किए गए, जिस प्रकार तुम से पहले के लोगों पर किए गए थे, ताकि तुम …
Read More »साहित्यिक, सामाजिक और राजनैतिक प्रतिरोध का संग्रह: ‘फिर एक दुर्योधन ऐंठा है’
63 कविताओं का संग्रह ‘फिर एक दुर्योधन ऐंठा है’ इन दिनों पढ़ने को मिला। संजीव ‘मजदूर’ झा का यह पहला काव्य संग्रह है। कवि को मैं वर्धा से जानता हूँ। मैंने उसे जब-जब देखा, एक गहन बौद्धिक चिंतन में डूबे, किसी मौजू सवालों का उत्तर ढूँढते और अपने साथी-मित्रों से घंटों बातचीत करते देखा। मुझे याद आते हैं जयशंकर प्रसाद …
Read More »भेदभाव का शिकार डिप्रेशन!
Discrimination victim depression! आजकल डिप्रेशन शब्द काफी प्रचलन में है। हर कोई मेंटल हेल्थ (mental health) की बात कर रहा है। तरह-तरह की थेरेपी भी मार्केट में उपलब्ध है। इसका पूरा श्रेय कोरोना को देना गलत नहीं होगा। डिप्रेशन को लेकर हर किसी के अपने अनुभव हो सकते हैं। खैर, यहाँ मैं आपको डिप्रेशन की परिभाषा (definition of depression) नहीं, …
Read More »जिम कॉर्बेट का नाम मिटाने की कोशिश ठीक नहीं है
जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को भारत-आयरलैंड मैत्री के एक खूबसूरत स्मारक के तौर पर विकसित किया जा सकता है Jim Corbett National Park can be developed as a beautiful monument of Indo-Ireland friendship केंद्रीय वन और पर्यावरण मंत्री अश्विनी कुमार चौबे के अनुसार उत्तराखंड के नैनीताल, अल्मोड़ा, गढ़वाल तथा उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिलों में फैले जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क …
Read More »कहीं बाल अधिकारों का हनन ना करने लगे नई शिक्षा नीति 2020 !
New education policy 2020 should not start violating child rights somewhere! हर बच्चे की विशिष्ट क्षमता, पहचान के साथ उनके विकास को ध्यान में रखते हुए बुनियादी साक्षरता और अवधारणात्मक समझ विकसित करने का लक्ष्य लिए मौजूदा सरकार ने पिछले वर्ष नई शिक्षा नीति को लागू करने का निर्णय लिया था। दरअसल यह कार्य योजना 2015 में अपनाए गए सतत …
Read More »पूर्वांचल में बड़ा किसान आंदोलन क्यों नहीं हो पा रहा ?
Why is there not a big farmer movement in Purvanchal? बनारस में कल संयुक्त किसान मोर्चा की पूर्वांचल इकाई की बैठक थी। लखीमपुर खीरी में किसानों की हत्या के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी (Arrest of the accused in the case of killing of farmers in Lakhimpur Kheri) और तीन कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन की रणनीति (Strategy of movement …
Read More »लखीमपुर कांड मोदी के न्यू इंडिया का अगला एपिसोड है
किसान आंदोलन : जो पानी बह गया उसे फिर से छुआ नहीं जा सकता
Arun Maheshwari on Prabhat Patnaik’s article on Farmer’s unity कल के टेलिग्राफ में प्रभात पटनायक का एक लेख है — A Promethian moment ( The farmer’s agitation challenges theoretical wisdom)। बंधन से मुक्ति का क्षण ; किसानों के आंदोलन ने सैद्धांतिक बुद्धिमत्ता को ललकारा है। जाहिर है, यह किसान आंदोलन और उसके एक महत्वपूर्ण सबक पर लिखा गया लेख है। …
Read More »हमारी अपनी मरी हुई छोटी सी नदी की कथा
पलाश विश्वास हमारे गांव के चारों तरफ इस नदीं की शाखाएं बहती थीं, जिसमें बारहों महीने पानी हुआ करता था। बेशुमार मछलियां, कछुए और केकड़े,सांप और पक्षी हुआ करते थे। जीव वैचित्र्य और जीवन से भरपूर। दोनों किनारे जंगल हुआ करते थे। जहां लोमड़ी, हिरन, खरगोश से लेकर बाघ का डेरा होता था। घास, सरकंडे के जंगल हुआ करते थे। …
Read More »प्रो. योगेश त्यागी ने DU में कुलपति पद और कार्यालय की गरिमा को बहाल किया
प्रो. त्यागी को यह श्रेय जाता है कि उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय में कुलपति के पद और कार्यालय की गरिमा को फिर से बहाल करने का काम किया। यह उनकी महत्वपूर्ण देन है। प्रोफेसर योगेश त्यागी के लिए विदाई नोट | Farewell note for Professor Yogesh Tyagi प्रेम सिंह दिल्ली विश्वविद्यालय में छह महीने के इंतजार के बाद नए कुलपति की …
Read More »संन्यासी के चोले में जिंदगी भर व्यवस्था से लड़ते रहे स्वामी अग्निवेश
झारखंड में अराजक लोगों द्वारा उन पर हुए हमले से वह न केवल मानसिक रूप बल्कि शारीरिक रूप से भी वह टूट गये थे। वह हमला ही उनके निधन का कारण बना। 21 सितम्बर स्वामी अग्निवेश की जयंती पर विशेष Special on 21st September Swami Agnivesh’s birth anniversary आज सामाजिक कार्यकर्ता और समाज सुधारक स्वामी अग्निवेश जयंती है। मुझे भी …
Read More »भवानीपुर उपचुनाव से आपदा में अवसर का क्या है संदेश?
देशबन्धु के आज के संपादकीय में भवानीपुर उपचुनाव के नतीजों की समीक्षा करते हुए बताया गया है कि इन परिणामों का मोदी सरकार के लिए क्या अर्थ है और कांग्रेस को 2024 के लोकसभा चुनाव के लिए क्या तैयारी करनी चाहिए? देशबन्धु में संपादकीय आज | Editorial in Deshbandhu today. प. बंगाल में भाजपा की हार की पटकथा लिखने की शुरुआत विधानसभा …
Read More »फ्रांस के चर्चों में बच्चों के यौन शोषण की रिपोर्ट दुनिया को आईना दिखा रही !
Reports of sexual abuse of children in French churches are showing the mirror to the world! Cases of sexual abuse with women going for Haj were also exposed in the MeToo campaign. फ्रांस के एक कमीशन की रिपोर्ट में खोला गया हजारों पादरियों और स्टाफ का सालों पुराना कच्चा-चिट्ठा ! कमीशन ने अपनी रिसर्च में पाया कि सन 1950 से लेकर …
Read More »दलित एवं आदिवासी : भूमि सुधार एवं वनाधिकार कानून
उत्तर प्रदेश में दलित एवं आदिवासियों के संबंध में भूमि सुधार एवं वनाधिकार कानून की क्या स्थिति है? किस तरह समाजवादी और बहुजनवादी सरकारों ने दलितों के साथ छल किया और किस तरह भाजपा सरकार दलितों आदिवासियों के हक मार रही है 2011 की जनगणना के अनुसार भारत में कुल कितने गाँव हैं? भारत एक गाँव प्रधान देश है. 2011 …
Read More »गांधीजी के विचार जो आज भी प्रासंगिक हैं
Thoughts of Gandhiji in Hindi which are relevant even today. गांधीजी के वे कौन से विचार हैं जिन पर चलकर भारत और सशक्त हो सकता है? गांधीजी के अनुसार ग्राम-स्वराज की कल्पना क्या थी? वर्ष 2019 2 अक्टूबर से वर्ष 2 अक्टूबर 2020 तक सारे देश क्या सारी दुनिया को महात्मा गांधी की 150वीं जयंती (150th birth anniversary of Mahatma Gandhi) …
Read More »गोलवलकर की परोक्ष धमकी के छह सप्ताह बाद हो गई थी गांधी जी की हत्या !
गाँधी जी और हिंदुत्व टोली : गाँधी जयंती (2 अक्टूबर 2021) पर विशेष | Special on Gandhi Jayanti (2 October 2021) सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गांधी जी की हत्या (Gandhi’s assassination) पर, आरएसएस के लोगों ने जो जहर फैलाया हुआ था, उसकी वजह से हुई। देश के पहले गृहमंत्री सरदार पटेल ने 11 नवंबर, 1948 को एमएस गोलवलकर …
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