कपड़ों से पहचान : पहचान का संकट ————————————— ‘दाढ़ी धारी हिंदू’ बछड़े के साथ था, मुसलमान समझा, मार दिया. भीड़ भरी बस में अकेला ‘मोना सिख’, हिंदू समझ कर मार दिया. पगड़ीधारी सिख था, गले में टायर डाला, जला दिया, विदेश में मुसलमान समझ कर मार दिया. दलित मरे ढोर की खाल उतार रहा था, गौ हत्यारा कह कर …
Read More »आपकी नज़र
बेड़ा गर्क है.. सस्ता नेटवर्क है.. इकोनॉमी पस्त है.. पर सब चंगा सी
रोज दिखती हैं मुझे अखबार सी शक्लें…. गली मुहल्ले चौराहों पर इश्तेहार सी शक्लें… शिकन दर शिकन क़िस्सा ग़ज़ब लिखा है.. हिन्दू है कि मुस्लिम माथे पे ही मज़हब लिखा है…. पल भर में फूँक दो हस्ती ये मुश्त-ए-ग़ुबार है.. इंसानियत को चढ़ गया ये कैसा बुखार है.. खेल नफ़रतों का उसने ऐसा शुरू किया .. अमन पसंद चमन का …
Read More »जब मोदी ने लोगों से कह कर ताली बजवाई और फिर भी…. !
प्रधानमंत्री ने लोगों से कह कर ताली बजवाई (आज के ‘आनंदबाजार पत्रिका’ की खबर पर आधारित) कल ऐसोचेम की सभा में मोदी (PM Narendra Modi at 100 years of ASSOCHAM meet) ने जब उद्योगपतियों से कहा — अर्थ-व्यवस्था में ऊँच-नीच चलती रहती है तो सारे लोग सन्न रह गये। सामने पसरे सन्नाटे को देख खुद मोदी ने सबको तालियाँ बजाने …
Read More »क्रांति वीर शाहजहानपुर का पठान वो, सिंह और शायर सपूत अशफाक था
उन्नत सपाट, गौर वर्ण, शाही ठाठ-बाट। भारतीय पौरूष की बेमिसाल धाक था।। अंग्रेजी शासन उखाड़ फेंकने के लिए, जिसका इरादा फौलादी नेक पाक था। फांसी चढ़ने के बाद कफन पे रखवाना, चाहता जो बस मादरे वतन की खाक था। क्रांति वीर शाहजहानपुर का पठान वो, सिंह और शायर सपूत अशफाक था।। -0-0-0-0-0 कोई बीज ऐसा हो देना वतन की …
Read More »नागरिकता संशोधन विधेयक पर बहस : मोशा का झूठ का भ्रमजाल
Debate on Citizenship Amendment Bill कौन ज़िम्मेदार था देश के विभाजन के लिए? Who was responsible for the partition of the country? संसद के दोनों सदनों द्वारा पारित नागरिकता संशोधन अधिनियम पर विविध प्रतिक्रयाएं (Miscellaneous responses to the Citizenship Amendment Act) सामने आईं हैं, जिनमें से कई नकारात्मक हैं. एक ओर जहाँ उत्तरपूर्व में इस नए कानून का भारी विरोध …
Read More »हर अगली पीढ़ी तेजतर होती है
मेरे वक्तव्य की यह अतिसरलीकृत बचकानी व्याख्या है। जब मैं कहता हूं हर पीढ़ी तेजतर होती है, तो ऐतिहासिक पीढ़ियों की बात करता हूं, न्यूटन के बेटे का न्यूटन से बड़ा भौतिकशास्त्री होने या आइंस्टाइन के बेटे का बड़ा आइंस्टाइन होने की इसकी व्याख्या अतिसरलीकरण एवं बचकाना है। हर पीढ़ी, पिछली पीढ़ियों की उपलब्धियों को समीक्षात्मक ढंग से समेकित करती …
Read More »सीएएविरोधी आंदोलन : हंगामा है यूं बरपा ! उनके लिए सब चंगा सी !
मोदी-शाह सरकार के नागरिकता संशोधन कानून की आग में देश उबल रहा है। और उत्तर-पूर्व शब्दश: जल रहा है, जहां के जटिल बहु-उपजातीय व जनजातीय और बहु-धार्मिक, बहुभाषायी समाज की पुरानी भ्रंश रेखाओं को चौड़ा कर दिया गया है और पुराने घावों को कुरेद दिया गया है। हालांकि, संसद के पिछले ही सत्र में ‘‘एक देश-एक कानून’’ को, संविधान की …
Read More »‘शांत’ भारत को जंग के मैदान में बदल दिया है मोशा की सीएए-एनआरसी ने
Mosha’s CAA-NRC has turned ‘Quiet’ India into a battleground क्या भारत अपने कुछ पड़ोसियों की तरह एक धार्मिक उन्माद वाले देश में बदल रहा है? Is India like some of its neighbors turning into a country with a religious frenzy? भारतीय जनता पार्टी की अगुवाई वाली केंद्र सरकार ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) को पारित तो करा लिया …
Read More »भ्रष्टाचार व मनमानी का अड्डा बना आईजीएनसीए !
भारतीय कला और संस्कृति के बिखरे खंडों को एकत्रित करने और उनके संरक्षण की आवश्यकता को पहचानते हुए 1987 में मूर्धन्य कला विद्वान डॉ. कपिला वात्स्यायन (Dr. Kapila Vatsyayan) ने दिल्ली में इन्दिरा गाँधी राष्ट्रीय कला केन्द्र की स्थापना (Indira Gandhi National Centre for the Arts New Delhi) की थी। उन्होंने इस केन्द्र को देश-दुनिया में विशिष्ट पहचान दिलाई किन्तु …
Read More »दे और दिल उनको जो न दे मुझको ज़बाँ और
–राजेश चौधरी, चित्तौड़गढ़ हिन्दी पट्टी में दलित आत्मवृत्त-लेखन महाराष्ट्र की तुलना में देर से शुरू हुआ और अब भी संख्यात्मक दृष्टि से कम है। भँवर मेघवंशी का आत्मवृत्त पिछले दिनों प्रकाशित हुआ है, जो कि इस अभाव की एक हद तक पूर्ति करता है। इसे लेखक का सम्पूर्ण आत्मवृत्त कहने के बजाय एक अंश कहना ज्यादा ठीक होगा; क्योंकि इसमें …
Read More »अगर अदालत सरकार की बोली बोलने लगे तो इन्साफ कौन करेगा ?
If the court starts speaking the government’s bid then who will do justice? अदालते आलिया कह रही है कि दंगे की सुनवाई बाद में होगी, पहले छात्र दंगा करना बंद करें. छात्र कह रहे हैं कि अनजान लोगों ने आगजनी और तोड़-फोड़ की है. पुलिस ने उन्हें रोका नहीं. बीबीसी पत्रकार खुद यही कह रही है, जिसका कैमरा पुलिस ने …
Read More »क्या साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण अपनी हद पर पहुंच चुका है? मोदी सरकार आज देश की दुश्मन बन गई है !
Communal politics of the Rashtriya Swayamsevak Sangh-Bharatiya Janata Party राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ-भारतीय जनता पार्टी की साम्प्रदायिक राजनीति, भले ही अंशकालिक ही, एक जाम में फंसी गई है। मतों के दोहन के लिए साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण की राजनीति (The politics of communal polarization) का बखूबी इस्तेमाल करना वे जानते हैं। यह तरीका गुजरात में काम आया और कुछ हद तक देश के …
Read More »साहित्य अकादेमी जैसी प्रतिष्ठित संस्था में महिला के यौन उत्पीड़न पर चुप्पी
Silence on sexual harassment of women in a prestigious institution like Sahitya Academy देश भर में महिला सुरक्षा पर बहस (Debate on women’s safety across the country) एक बार फिर से तेज हो गई है। हैदराबाद रेप के आरोपियों का एनकाउंटर (Encounter of Hyderabad rape accused) किया जा चुका है, उन्नाव पीड़ितe की मौत के बाद दोषियों को जल्द से …
Read More »लाइब्रेरी में लहू बहाती लाठी
लाइब्रेरी में लहू बहाती लाठी —————— लाठी की आँख नहीं होती पुस्तकें नहीं पढ़ती सोचती नहीं लाठी लाठी का रिश्ता जिस्म से है सत्ता का हाथ लाठी लहू बहाती लाठी तन/मन पर जख्म छोड़ती जामिया की लाइब्रेरी में घुसी परंपरा निभाई संविधान की धज्जियाँ उड़ी निहत्थों की जमकर धुनाई अपना धर्म निभाती लाठी ☘️ जसबीर चावला
Read More »संघ-भाजपा का नागरिकता कानून हिंदू धर्म का दुश्मन है
नागरिकता कानून हिंदुत्व के एजेंडे को आगे बढ़ाने का कानून है Prohibition of the Republic of Secular India is the basic form of citizenship law and citizenship register. धर्मनिरपेक्ष भारत गणराज्य का निषेध नागरिकता कानून और नागरिकता रजिस्टर का मूल भाव है। यह हिंदुत्व की दीर्घकालीन राजनीति का हिस्सा है, इसका भी हिंदू धर्म की मूल भावना से विरोध है। …
Read More »ये हैं संशोधित नागरिकता क़ानून के पक्ष में गृह-मंत्री अमितशाह के सफ़ेद झूठ
These are the lies of Home Minister Amit Shah in favor of revised citizenship law नागरिकता (संशोधन) क़ानून, 2019 (Citizenship (Amendment) Act, 2019) के जरिए उन हिंदुओं, सिखों, बौद्धों, ईसाइयों और पारसियों को भारत की नागरिकता प्रदान करने का रास्ता प्रशस्त किया जा रहा है, जो अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान में धार्मिक उत्पीड़न (Religious persecution) से त्रस्त होकर 31 दिसंबर, …
Read More »असम के प्रथम शहीद, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम भारत की ‘साझी विरासत-साझी शहादत’ की परम्परा को फिर से जिंदा कर दिया!
Citizenship Act protests LIVE Updates : First martyr of Assam, Ishwar Nayak and Abdul Aleem असम के प्रथम शहीद, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम, ने फूंकी मुल्क़ की ‘साझी विरासत-साझी शहादत’ में नई जान! 1857 के बाद, 20वीं सदी की जंगे-आज़ादी के दौरान, बिस्मिल और अशफ़ाक उल्ला अंग्रेज़ों से लड़ते हुए एक साथ शहीद हो गये थे, और हिंदू-मुस्लिम एकता …
Read More »आज के ही दिन इंदिरा गांधी ने इतिहास और भूगोल बदल दिया था
On this day, Indira Gandhi changed history and geography आज पूर्वी पाकिस्तान की मौत की 48 वीं बरसी है। (Today is the 48th anniversary of East Pakistan’s death) यह दिन भारत ही नहीं दुनिया के लिए यादगार है — लोग इतिहास बदलते हैं, इंदिरा गांधी ने भूगोल भी बदल दिया था। आज का दिन इस समय बहुत अधिक प्रासंगिक है। …
Read More »अमीर देश भी भुगत रहे अब जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम
Climate Risks increasing worldwide – even for High-Income-Countries जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम (Side effects of climate change) पहले गरीब तीसरी दुनिया के देश ज्यादा भुगत रहे थे, लेकिन अब इसकी मार, इसके लिए जिम्मेदार अमीर देशों पर भी पड़ रही है। यह दावा हाल ही में जारी वैश्विक जलवायु संकट सूचकांक यानी ग्लोबल क्लाइमेट रिस्क इंडेक्स (Global Climate Risk Index) …
Read More »इंसान ईमानदार हो तो उसके गाने में तासीर पैदा होती है : यथार्थबोध से उपजी एक जुझारू आवाज़ बेग़म अख़्तर
आबिदा परवीन की दुनियावी भरम से मुक्ति की आवाज़ और किशोरी अमोनकर का कुलीन, पवित्र और स्थिर स्वर.. दोनों छोरों को अतिक्रमित करती यथार्थबोध से उपजी एक जुझारू आवाज़ बेग़म अख़्तर की! बेग़म अख़्तर पर बारहा लिखने का मन हुआ करता था लेकिन ‘और फिर तल्ख़िए एहसास ने दिल तोड़ दिया’ जैसा हाल हो गया। कमउमरी में उन्हें सिर्फ़ उनकी …
Read More »समाजवादी आंदोलन के दो महान पुरोधा, जिन्होंने संघ का अछूतोद्धार किया, क्या समाजवादी कभी अपनी इन ऐतिहासिक भूलों को स्वीकार करेंगे?
यह तस्वीर, वह तस्वीर है जिसने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का अछूतोद्धार किया। 1966-67 में समाजवादी चिंतक डॉ. राममनोहर लोहिया देश में कांग्रेस के एकछत्र साम्राज्य को समाप्त करने के लिये एक थीसिस लेकर आये थे। उन्होंने सबसे पहले यह बताया कि कांग्रेस की जीत का सबसे बड़ा कारण (The biggest reason for the victory of Congress) यह है कि कांग्रेस …
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