ARTICLE BY DR RAM PUNIYANI – PALGHAR KILLINGS पिछले कुछ सालों में भारत में लिंचिंग की घटनाओं में तेजी से वृद्धि हुई है. इनमें से अधिकांश घटनाएं गाय और बीफ से मुद्दों से जुडीं हुईं थीं और खून की प्यासी भीड़ के हाथों मारे जाने वालों में से अधिकांश दलित या मुसलमान थे. इंडियास्पेंड वेबसाइट ने सन 2014 से लेकर …
Read More »हस्तक्षेप
क्या पत्रकारिता करने के लिये हमें इस स्तर तक गिरना होगा !
मीडिया की गिरती साख दोषी कौन, कैसे बनी रहे मीडिया की विश्वसनीयता आज सुबह आंख खुलते ही दो पत्रकार साथियों के द्वारा भेजे गये मैसेज को पढ़ता हूँ। पहला संदेश देवघर जिला के मधुपुर के पत्रकारों (Journalists of Madhupur in Deoghar district) का होता है जिसमें दो पत्रकारों के ऊपर मधुपुर थाना में FIR दर्ज होने की जानकारी दी जाती …
Read More »5 पी से ही संभव भारत में कोरोना से मुक्ति
प्रधान सेवक ने कोरोना संक्रमण से बचने के लिए 24 मार्च की आधी रात को चार घंटे की नोटिस पर 21 दिनों का संपूर्ण लॉकडाउन (21 days complete lockdown on four hours notice at midnight of 24 March to avoid corona infection) देश भर में लागू कर दिया गया बिना राज्यों को विश्वास में लिए ये उनकी सबसे बड़ी भूल …
Read More »5 ट्रिलियन इकॉनमी का सपना दिखाने वाली सरकार कर्मचारियों के भत्ते और वेतन क्यों काटने लगी ?
Why did the government that dreams of a 5 trillion economy start cutting the allowances and salaries of employees? आर्थिक मोर्चे पर मोदी सरकार का झूठ ही उसके गले की हड्डी बन गया है. सरकार चाह कर भी आर्थिक आपात नहीं लगा सकती है. इसीलिए पीएम केयर्स फंड (PM Cares Fund), नाम का विकल्प चुना गया है. इसमें सरकारी कर्मचारियों …
Read More »बहुत अप्रिय प्रश्न है, पर है ! क्या अब देश सेना के हवाले करना होगा?
Will the country have to hand over the army now? क्या अब देश सेना के हवाले करना होगा? बहुत अप्रिय प्रश्न है। जवाब बहुत मुश्किल है। जिस तेजी से कोरोना संक्रमण बढ़ता जा रहा है (Corona infection continues to grow) और जांच न होने के कारण अज्ञात संक्रमितों की पहचान और उनको अलग रखना कठिन है, तो 138 करोड़ के …
Read More »रमजान की मुबारकबाद के बीच वीर चंद्र सिंह गढ़वाली से क्या सीख सकते हैं अर्णब टाइप लोग
रमजान की मुबारक और हमारी ऐतिहासिक सांझी विरासत को याद करने का समय Time to remember Ramadan and our historical composite heritage रमजान का पवित्र महीना (Holy month of Ramadan) आज से शुरू हो गया है। सभी दोस्तों को बधाई और अपने प्रियजनों के साथ अच्छे स्वास्थ्य और बेहतर समय की कामना। ये महत्वपूर्ण क्षण हैं और हमें उम्मीद है …
Read More »कर्मचारियों के वेतन पर सरकार का हमला गलत
Government attack on employees’ salary तेलंगाना, आंध्रा, महाराष्ट्र, मध्यप्रदेश, तमिलनाडु के बाद अब केंद्र सरकार ने भी अपने लगभग 60 लाख कर्मचारियों और 40 लाख पेंशनधारियों से कोरोना से लड़ने की कीमत वसूलने के आदेश (Order to recover the cost of fighting Corona) निकाल दिए हैं। यदि कोई चाहे तो इसे संकीर्णता कह सकता है पर मैं मंत्रियों, सांसदों, विधायकों …
Read More »सावधान! बिना तैयारी के लॉकडाउन हटा तो उसके नतीजे भयानक होंगे
careful! If the lockdown is removed without preparation, its results will be terrible. 3 मई के बाद लॉकडाउन हटाने की स्थिति बनती है या नहीं, इस पर केंद्र और राज्य सरकारें चिंतन मंथन कर रही हैं। प्रधानमंत्री मुख्यमंत्रियों से बात करके कोई फैसला करेंगे। जैसे बिना तैयारी के लॉकडाउन के ऐलान से आम जनता और खास तौर पर मेहनतकश लोगों …
Read More »आपदा के समय देश की संपदा को कारपोरेट घरानों के हाथ बेच रही है मोदी सरकार, इसे बेनकाब करो
At the time of disaster, Modi government is selling the wealth of the country to the corporate houses, expose it अब तो प्रमाण सामने है मोदी सरकार के पास पैसे नहीं हैं। मध्यवर्ग के नौकरीपेशा लोगों के जमाधन और कमाई से यह सरकार चल रही है। मध्यवर्ग के सरकारी नौकरीपेशा लोगों ,खासकर केन्द्र सरकार के कर्मचारियों, पेंशनरों के धन से …
Read More »कोरोना और ग्लोबल वार्मिंग से भी बड़ी समस्या है: आर्थिक और सामाजिक विषमता!
लॉकडाउन का एक महीना पूरा होने पर | On completion of one month of lockdown कोरोना से पार पाने के लिए देश में जो लॉकडाउन का सिलसिला शुरू हुआ, उसके एक माह पूरा हो चुका है। इन विगत 30 दिनों में कुछेक अपवादों को छोडकर हमने धैर्य और सहनशीलता तथा सादगीपूर्ण जीवन- शैली का नया अध्याय रचा. इस दरम्यान हमने …
Read More »राष्ट्रीय शर्म का विषय : अर्णब गोस्वामी की सेवा में सुप्रीम कोर्ट
The subject of national shame: Supreme Court in service of Arnab Goswami This is a picture of the compassionate condition of an institution dying of tensions between the limits of law and democratic expectations of the nation. सुप्रीम कोर्ट को अर्णब गोस्वामी की रक्षा (Defense of Arnab Goswami) में सामने आने में एक क्षण नहीं लगा है। उसे उनके अपराधी …
Read More »अमेरिका से सावधान ! कोरोना का एपिसेंटर बना अमेरिका, भारत के लिए सबक है कि अमेरिकी मॉडल
Beware of us! America becomes Corona’s epicenter, lesson for India that American model संयुक्त राज्य अमेरिका (United States of america) में 20 अप्रैल की दोपहर तक कोरोना वायरस से पीड़ित लोगों की संख्या (Number of people suffering from corona virus in the United States) आठ लाख के पास पहुंच चुकी है और चालीस हजार से अधिक व्यक्ति मौत के मुंह …
Read More »मौलाना साद के नाम जाने- पहचाने शायर मोहम्मद ख़ुर्शीद अकरम ‘सोज़’ का खुला पत्र
Mohammad Khurshid Akram ‘Soz’ open letter निज़ामुद्दीन मरकज के मुखिया मौलाना साद के नाम जाने- पहचाने शायर एवं सामाजिक कार्यकर्ता मोहम्मद ख़ुर्शीद अकरम ‘सोज़‘ का खुला पत्र मुहतरम व मुकर्रम जनाब मौलाना साद साहब , السلام علیکم ورحمتہ اللہ وبرکاتہ मरकज के जिन लोगों के ख़िलाफ FIR दर्ज़ की गई है. इसमें आप के अलावा आपके सात दीगर ( अन्य) …
Read More »फेक न्यूज फैलाना कैसी पत्रकारिता है ? निराधार व भ्रामक न्यूज फैलाने के लिए दैनिक जागरण पर मुकदमा करेगी झारखंड पुलिस ?
How is spreading fake news journalism ? Will Jharkhand Police to sue Dainik Jagran for spreading baseless and misleading news? दैनिक जागरण के गोड्डा (झारखंड) संस्करण (Godda (Jharkhand) edition of Dainik Jagran) के मुख्यपृष्ठ पर 23 अप्रैल को छपी खबर ‘गोड्डा में मिला कोरोना का पहला मरीज‘ अंततः फेक निकला। गोड्डा जिला जनसंपर्क कार्यालय द्वारा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर व …
Read More »क्या अर्नब गोस्वामी ने पहली बार साम्प्रदयिक वैमनस्यता फैलाई है ? भाजपा ने चैनल खुलवाया है तो उसके एजेंडे पर ही तो काम करेगा !
Is Arnab Goswami spreading communal disharmony for the first time? If the BJP has opened the channel, then it will work only on its agenda! देश का दुर्भाग्य (Misfortune of the country) यह है कि देश उन राजनीतिक दलों के भरोसे है जो समाज में गुलाम पैदा कर रहे हैं। जिनका मकसद किसी भी तरह से सत्ता हथियाकर जनता …
Read More »सब कुछ ठीक नहीं है मोदीजी! लॉकडाउन में मानवता की मौत ! | क्या जमलो मडकामी की मौत के साथ सरकार और व्यवस्था की भी मौत ?
देश में कोरोना के मामलों को बढ़ने से रोकने के लिए सरकार कई तरह के कदम उठा रही है। लॉकडाउन, रैपिड टेस्टिंग, सोशल डिस्टेंसिंग (Lockdown, rapid testing, social distancing) ऐसे शब्द अब सरकारी नियमावली में बार-बार सुनाई दे रहे हैं। सरकार अपने प्रयासों पर खुद की पीठ भी खूब थपथपा रही है। ऐसा नहीं कि केवल केंद्र सरकार ही ऐसा …
Read More »गमछे से बाहर भी देख लीजिए सरकार, अपने में मस्त न रहिए, सरकार मजदूरों को आखिर इंसान कब समझेगी ?
केंद्र सरकार ने जब लॉकडाउन को 3 मई तक बढ़ाने की घोषणा (Announcement to extend lockdown till 3 May) की तो देश के हजारों प्रवासी मजदूरों के माथे पर चिंता की लकीरें बढ़ गईं। दिल पहले से अधिक घबराने लगा कि अब वे किस तरह जिएंगे, क्या खाएंगे, कहां रहेंगे। कहने को तो मोदीजी ने देश को सात सुझाव दिए …
Read More »एक वायरस ने महा शक्तियों को, औक़ात इनकी बता दी !
मौहम्मद ख़ुर्शीद अकरम सोज़ की कोरोना पर कविताएं हम कोरोना से जंग जीतेंगे “”””””””””””””””””””””” हाँ यह वायरस बड़ा ही ज़ालिम है नाम जिसका ग़ज़ब “कोरोना” है सारी दुनिया परेशान है इस से सारी दुनिया में ख़ौफ़ छाया है इस कोरोना को मात देने को लॉकडाउन में घर में रहना है जब ज़रूरी किसी से मिलना हो फ़ासला दरमियाँ …
Read More »कोरोना से प्रभावित इन समस्याओं के जंजाल से किसान ही बाहर निकाल सकता है
Only the farmer can get out of these problems affected by Corona आज के हालात में समझदार आदमी की समझ में आ गया होगा कि कोरोना वायरस के रूप में दुनिया के दूसरे देशों के साथ ही हमारे देश पर भी कितना बड़ा संकट आ गया है। भले ही हमारे देश में दूसरे देशों के बजाय कोरोना के कम मामले …
Read More »कैसे रुके मुसलमानों का अलगाव? : जस्टिस सच्चर का रास्ता
How did the isolation of Muslims stop? : Justice Sachar’s way जस्टिस सच्चर का दूसरी पुण्यतिथि पर स्मरण | Remembering the second death anniversary of Justice Sachar जस्टिस सच्चर की दूसरी पुण्यतिथि (Second death anniversary of justice sachar) 20 अप्रैल 2020 को पड़ती है. इस अवसर पर उन्हें याद करते हुए यह समझने की जरूरत है कि भारतीय समाज में …
Read More »खतरनाक : दुनिया की आबादी घटाने को संयुक्त राष्ट्र संघ का एजेंडा―21 क्या है और यह कैसे लागू किया जाना है ?
Dangerous: What is the United Nations Agenda ―21 to reduce the world’s population and how to implement it? शोशी हर्स्कू (Shoshi Herscu) की यह रिपोर्ट दिल दहलाने वाली है जिसमें उन्होंने Disclose.tv के हवाले से बताया है कि संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेंडा 21 (United Nations Agenda 21) के तहत 2030 और 2050 तक दुनिया की आबादी 95% को कम …
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