ARTICLE IN HINDI BY DR RAM PUNIYANI – CORONA AND Tablighi Jamaat इस समय भारत पूरी तरह से बंद है. सरकार, जनता और सामाजिक व अन्य संगठन, कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए भरसक प्रयास कर रहे हैं. देश में अब तक लगभग 7,500 लोग इस जानलेवा बीमारी से ग्रस्त हो चुके हैं और 250 के करीब अपनी …
Read More »हस्तक्षेप
#FakeJournalismOfMedia : क्या हिन्दपीढ़ी (रांची) के लोगों ने सफाईकर्मियों व इंफोर्समेंट टीम पर थूका ?
10 अप्रैल को झारखंड के कई प्रमुख समाचारपत्रों में प्रमुखता से यह खबर छपी कि रांची के हिन्दपीढ़ी में सैनिटाइज करने गये सफाईकर्मियों और इंफोर्समेंट टीम पर लोगों ने अपने छतों पर से थूका (People spit on their roofs on the sanitation workers and the enforcement team who went to sanitize Ranchi’s Hindpiri) और 10-10 रूपये के नोट पर भी …
Read More »भयंकर मानसिक तनाव से जूझ रहा है भारतीय मध्यम वर्ग मगर शान्त बैठी हैं सरकारें ?
Indian middle class is struggling with severe mental stress but governments are silent? कभी आपने सोचा है कि विश्व में सबसे बड़े पांच उद्योग कौन से हैं (What are the top five industries in the world) ? शस्त्र उद्योग, नशा उद्योग, दवाई उद्योग, खनिज उद्योग और भोजन उद्योग है। सोचने या चिंता वाली बात यह है कि जिसे पहले नंबर …
Read More »अथातो चित्त जिज्ञासा – 6, जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श
अथातो चित्त जिज्ञासा – 6 (जॉक लकान के मनोविश्लेषण के सिद्धांतों पर केंद्रित एक विमर्श की प्रस्तावना – – Preface to a discussion centered on Jacques Lacan ‘s theories of psychoanalysis.) मानव प्राणी की मूल प्रकृति और लकान इस धरती के अन्य प्राणी अपने पर्यावरण के अनुरूप उससे ताल-मेल बैठाते हुए कैसे जीए, इसे वे जानते हैं। लेकिन अकेला मानव …
Read More »हम मिडिल क्लास घर में बैठ कर पर्यावरण का आनंद ले रहे लेकिन लॉकडाउन ने करोड़ों मज़दूरों की आजीविका को संकट में डाल दिया है
लॉकडाउन, पलायन और पर्यावरण | Lockdown, migration and environment बीते दिनों दो तस्वीरें सबसे ज़्यादा सोशल मीडिया के माध्यम से सरकुलेट हुई थी दोनों तस्वीरें नदी और पहाड़ से जुड़ी हुई थी। पहली तस्वीर में जालंधर शहर के बाहरी इलाकों से हिमाचल प्रदेश के धौलाधार पहाड़ दिखने लगे हैं। और दूसरी तस्वीर में दिल्ली से बहने वाली यमुना नदी को नोएडा …
Read More »कोरोना काल की राजनीति : विपदा का प्रहसन
Corona period politics: farce of calamity जब सारा देश एकजुटता के साथ अभूतपूर्व कोरोना संकट (Corona crisis) से जूझ रहा है और संपूर्ण विपक्ष पूरी तरह सरकार के प्रयासों का समर्थन कर रहा है, वहीं भारतीय जनता पार्टी, उसकी केन्द्र और राज्यों की सरकारें और समूचा संघ समूह आज भी अपनी तुच्छ और संकीर्ण राजनीति (RSS’s petty and narrow politics) …
Read More »अशिक्षित और अक्ल के अंधे न्यूज़ चैनलों को तो जमातियों के थूकने और मूतने के फर्जी वीडियो दिखाने से ही फुरसत नहीं..
आत्मा को सब्जीमंडी में तलाशता समाज | Society seeks soul in vegetable market आत्मा-परमात्मा, आस्था-अनास्था, देह, देह से परे, शरीर एक पिंजरा है, सर्व शक्तिमान, क्या लेकर आया है क्या ले कर जाएगा वाले इस समाज को अक्सर विपरीत परिस्थितियों में मसक्कली की तरह फड़फड़ाते और डोलते देखा है.. तब आध्यात्म से लिपा पुता यह समाज इस कदर इहलौकिक हो जाता …
Read More »जानिए आखिर क्या है भीलवाड़ा मॉडल
Know what is the Bhilwara model अगर हम सभी इस मैनिपुलेशन, झूठ, बेईमानी और भ्रष्ट व छद्म आचरण को छोड़ सकते तो कितना बेहतर हो? पर नहीं, सबको अपना ही सब कुछ ठीक लगता है और दूसरे का गलत। यह सोचने की बात है कि दिक्कत तब बढ़ जाएगी जब आप अपने अड़ियल रवैये को अपनाते हुए किसी अच्छे प्रोजेट …
Read More »बल्लीमारान की चूड़ी वाली तंग गली में.. इन दिनों खनक नहीं है..
बल्लीमारान की चूड़ी वाली तंग गली में.. इन दिनों खनक नहीं है .. बाज़ार में लड़कियों की धनक नहीं है… ज़रा ज़रा से बहाने मेंहदी लगवाने .. भइया पक्का रचेगी ना .. करती हुई बातें … शगुनों वाली औरतों की जमातें .. काशीदा दुपट्टे कानों के झूलते बाले .. वो रौनक़ों के उजाले.. सब ग़ायब हैं … पाँच रूपये के …
Read More »क्या भारत में अब संवेदनाएं और कानूनी विवेकशीलता की मृत्यु हो चुकी है ?
Have sensitivities and legal conscience now died in India? क्यों सरकार ने 30 फीसदी दिहाड़ी मजदूर कोरोना पॉजिटिव (30 percent daily wage laborers Corona positive) बताया है ! क्या भारत जैसे विशाल लोकतांत्रिक देश में अब संवेदनाएं और कानूनी विवेकशीलता की मृत्यु हो चुकी है ? भारत एक कृषि प्रधान देश व सामाजिक कबीलाई गणराज्य है। हम पर किसी विचारधारा, …
Read More »अच्छा मर भी गए तो क्या होगा ? इतनी बड़ी जनसंख्या है, आप विदेशी संबंध निभाइये
यमलोक में भी दीये जलाकर दिया जा रहा है एकजुटता का परिचय! Even in Yamlok, lamps are being burnt, showing solidarity! रात मुझे सपना आया कि जो लोग कोरोना से मरे हैं (People who died from Corona) वे यमलोक में भी दीये जलाकर एकजुट हैं। यमलोक में भेजने पर प्रधानमंत्री का आभार व्यक्त कर रहे हैं। उनका कहना है कि …
Read More »कोरोना और तीन-बटे-तीन
As if nature has demanded its right from cities : Wildlife is seen walking fearlessly on the streets of cities. बहुत से समाचारपत्रों में देवभूमि हिमाचल की पहाड़ियों और बस्तियों की सुंदर तस्वीरें छप रही हैं जो पंजाब और चंडीगढ़ में रह रहे लोगों ने अपने घर से ही देखीं। हिमाचल प्रदेश रमणीक तो है ही पर अब ट्रैफिक न …
Read More »अमेरिका से सावधान : अमेरिका भारत का दोस्त न कभी था, और न है और न हो सकता है
Beware of America: America was never a friend of India, and neither is nor can be. अमेरिका से सावधान। कोरोना फैलने के बाद विदेश से आये 15 लाख लोगों की जांच और निगरानी, वायरस से निपटने की तैयारी और लॉक डाउन में देरी (Lock down delay,), स्वास्थ्य सेवा में सुधार के जरूरी काम छोड़कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने जिस …
Read More »कोराना काल में नफ़रत व भेदभाव : भारत का नरभक्षी मीडिया और उसके रक्तपिपासु एंकर अपना वही हिन्दू मुसलमान का भौंडा राग अलाप रहे हैं
हमारी संचित नफरतें कोराना वायरस के कुदरती कहर (Natural havoc of Corana virus) के वक्त भी उसी तरह प्रकट हो रही है, जैसे सामान्य दिनों में होती रहती है। वैसे भी जाति और धर्म आधारित घृणायें (Caste and religion based hate) तात्कालिक नहीं होती हैं, यह हमारे देश में लोगों के दिल, दिमाग में व्याप्त है, उसे थोड़ी सी हवा …
Read More »भारत विभाजन के दौरान सीमा पार से शरणार्थी आ रहे थे। कोरोना संकट में देश की एक चौथाई आबादी शरणार्थी बन गई है
Refugees were coming from across the border during the partition of India. A quarter of the country’s population has become refugees in the Corona crisis. क्या भारत में कोरोना की स्थिति स्पेन, इटली और अमेरिका से भी भयावह होने जा रही है? क्या भारत में कोरोना संक्रमण का तीसरा स्टेज शुरू हो गया है? Has the third stage of corona …
Read More »शर्म हमको मगर नहीं आती : मज़दूरों के दुःख के समय हम दीवाली मना रहे हैं !
जिनके पेट भरे हों वे कोरोना संकट में भी दीवाली मनाते हैं #9बजे9मिनट : Those who are full, celebrate Diwali even in corona crisis. जब उस दिन मोदी जी ने वीडियो में अपनी नई फरमाइश रखी थी तभी से मेरे दिमाग में ये चल रहा था कि इस बार भी ऐसा ही होगा कि जो मोदीजी बोलेंगे, लोग उससे भी …
Read More »देश आर्थिक प्रबंधन में मूर्खताओं की कीमत तो अदा ही कर रहा था, कोरोना दैवीय प्रकोप बन कर आ गया
The country was paying the price for foolishness in economic management, Corona became a divine wrath आर्थिक तौर से जर्जर भारत इस भंवर से कैसे निकलेगा कोरोना के कारण लॉकडाउन (Lockdown due to corona) के अभी दस दिन हुए हैं इस लॉकडाउन से जो आर्थिक गतिविधियाँ बंद हुई हैं (This lockdown has stopped economic activities) बेरोज़गारी फैली है, खेतियाँ बर्बाद …
Read More »मोदी जी, आप सेर हैं, तो आपके भक्त सवा सेर निकले!
‘तुम सेर हो, तो मैं सवा सेर हूँ ‘ उक्त लोकोक्ति मेरे गांव में काफी प्रचलित है। (सेर मतलब 1200 ग्राम) बीते 5 अप्रैल के रात के 9 बजे से आपके भक्तों के द्वारा जो विचित्र नजारा पूरे देश को दिखाया गया, उसे देखकर तो यही कहा जा सकता है मोदी जी कि आप सेर हैं, तो आपके भक्त सवा …
Read More »कोरोना वायरस : ईश्वर, धर्म और विज्ञान
इन दिनों पूरी दुनिया कोरोना वायरस से जूझ रही है. इससे लड़ने और इसे परास्त करने के लिए विश्वव्यापी मुहिम चल रही है. मानवता एक लंबे समय के बाद इस तरह के खतरे का सामना कर रही है. किसी ज्योतिषी ने यह भविष्यवाणी नहीं की थी कि पूरी दुनिया पर इस तरह की मुसीबत आने वाली है. At this time …
Read More »जब दलित होने के कारण पीएम नहीं बन पाए थे बाबू जगजीवनराम
When Babu Jagjivan Ram could not become PM due to being a Dalit आज स्वतंत्रता संग्राम सेनानी बाबू जगजीवनराम की जयंती है। एक समय ऐसा आया जब दलित होने के कारण बाबू जगजीवनराम प्रधानमंत्री नहीं बन पाए, क्योंकि आरएसएस मोरारजी देसाई के साथ खड़ा हो गया था। दरअसल जनता पार्टी की राजनीति में जेपी के अनुयायी और डॉ. लोहिया के …
Read More »तबलीगी ज़मात की हरकत : मोहन भागवत संकट के संकट स्वयंसेवकों को घृणा का वायरस न फैलाने का आदेश दें
तबलीगी ज़मात की हरकत और मुस्लिम विरोधी वातावरण Tabligi Jamaat’s actions and anti-Muslim atmosphere मुझे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री श्री बाबूलाल गौर से मुलाकात (Meeting with former Chief Minister of Madhya Pradesh Mr. Babulal Gaur) करने में अत्यधिक बौद्धिक आनंद आता था। उनका जीवन संघर्ष से भरपूर था। उनके संस्मरण काफी दिलचस्प होते थे। एक दिन इसी तरह की …
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