What changed the mood of the weather, the political mood also changed हर साल की तरह इस बार भी माघ के बाद फाल्गुन (Phalgun after Magh ) लग चुका था. मौसम का मिज़ाज क्या बदला राजनीतिक मिजाज भी बदल गया पर अपना मिज़ाज जैसा था वैसा ही रहा बिलकुल विपक्ष की तरह. जैसे-जैसे रात छोटी हुई अपनी नींद भी बड़ी …
Read More »हस्तक्षेप
अदालतें भी भगवा रंग में रंग चुकी हैं ?
देहरादून में सीएए-एनआरसी के विरोध में बैठक करने पर गिरफ़्तार नौभास कार्यकर्ताओं को रिहा करो! सीएए-एनआरसी के विरोध में देशभर में हो रहे विरोध से बौखलाई भाजपा की सरकारें आन्दोलन का दमन करने और विरोध में उठने वाली हर आवाज़ का गला घोंटने पर इस क़दर आमादा हैं कि क़ानून-संविधान-मानवाधिकार सबको बेशर्मी के साथ जूते की नोक पर रखकर मनमाने …
Read More »अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस : स्त्री मुक्ति की आग — शाहीन बाग !
International Women’s Day: The Fire of Women’s Liberation – Shaheen Bagh! स्त्री-पुरुष समानता, स्त्री की स्वतंत्रता और स्वच्छंदता, उसका निर्भय हो कर जीवन के हर क्षेत्र में आगे बढ़ना सभ्यता का एक मानदंड है जिसे हम दुनिया के सभी विकसित देशों में आज काफ़ी हद तक प्रत्यक्ष होता हुआ देख भी सकते हैं। यह एक हक़ीक़त है जो हमारे जैसे …
Read More »देश में लोकतान्त्रिक क्रांति के लिए जानना जरूरी है : हिन्दू कौन !
It is important to know for the democratic revolution in the country: Who are the Hindus! Who is hindu – Ambedkarites often criticize Hindus. अंबेडकरवादी अक्सर ही हिंदुओं की आलोचना करते रहते हैं। लेकिन ऐसे लोगों से जब कोई प्रतिप्रश्न करते हुये पूछता है कि हिन्दू कौन (Who is hindu in Hindi)? वे बगले झाँकने लगते हैं। जवाब भी देते …
Read More »वैचारिक राजनीति को खूंटी पर टांग देने का नतीजा है मोदी-शाह की जोड़ी का हावी होना
The result of abandoning ideological politics is the dominance of the Modi-Shah duo देश में बदलाव की बात तो हो रही है पर उस स्तर पर प्रयास नहीं हो रहे हैं। इसकी वजह यह है कि विपक्ष में जो नेता मुख्य रूप से भूमिका निभा रहे हैं, वे वंशवाद के बल पर स्थापित नेता हैं। यही वजह है कि जो …
Read More »RSS-BJP कार्यकार्ताओं से एक गांधीवादी-समाजवादी की अपील – देश को बर्बाद और बदनाम न करो
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ एवं भारतीय जनता पार्टी के कार्यकार्ताओं से एक गांधीवादी–समाजवादी की अपील A Gandhian-Socialist appeal to Rashtriya Swayamsevak Sangh and Bharatiya Janata Party workers भारतीय जनता पार्टी की सरकार (Bharatiya Janata Party government) ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (Citizenship Amendment Act) लाकर देश में बवंडर खड़ा कर दिया है. देश का सामाजिक ताना-बाना तो तार-तार हो ही रहा है, …
Read More »योगी का राम राज्य : 15 लेबर कोर्ट में जज ही नहीं !
फिर से सुप्रीम कोर्ट की ओर रुख करें मजीठिया वेज बोर्ड के क्रांतिकारी साथी Majithia wage board supreme court latest news मजीठिया वेज बोर्ड की लड़ाई लड़ रहे क्रांतिकारी साथियों क्या हो गया ? कैसे शांत हो गये ? लड़ाई निर्लज्ज, बेगैरत और प्रभावशाली लोगों से है तो बाधाएं भी बड़ी ही आएंगी। निश्चित रूप से लेबर कोर्ट में यह …
Read More »हिंदुत्व के वे अनुयायी बढ़ गए हैं जो ‘गद्दारों’ को गोली मारना चाहते हैं !
नागरिकता के बारे में कितने स्पष्ट थे, भारत के संविधान निर्माता? How clear were the constitution makers of India about citizenship? दिल्ली विधानसभा का ताजा चुनाव भाजपा हार जरूर गई है, लेकिन जहां 2015 में 10 मतदाताओं में से तीन ने भाजपा को वोट दिया था, वहीं इस बार, 2020 में लगभग चार ने भाजपा की झोली भरी। यानि कि …
Read More »एनपीआर विभाजन की कोशिश, सीएए अनैतिक और असंवैधानिक कानून : जस्टिस एपी शाह
NPR seeks partition, CAA unethical and unconstitutional law: Justice AP Shah न्यायमूर्ति श्री एपी शाह का संदेश Justice Shri AP Shah’s message on NPR/ CAA/ NRC मुझे यह संदेश इंडियन एसोसिएशन ऑफ लॉयर्स के 10 वें राष्ट्रीय सम्मेलन विजयवाड़ा (आंध्र प्रदेश) के लिए लिखने में बहुत खुशी मिलती है। इस सम्मेलन में विभिन्न आयोगों को देखने के बाद, यह नोट …
Read More »असफलता का भय
Fear of failure क्या आप जानते हैं कि हमारे स्कूलों, कॉलेजों, अध्यापकों और अभिभावकों की संयुक्त असफलता के कारण हमारा पूरा समाज भुल्लकड़, कमजोर, भयभीत और नाकारा लोगों से भर गया है। इसे जरा बारीकी से समझने की आवश्यकता है। क्या आपने किसी नन्हे शिशु को कभी सीढ़ियां उतरने का प्रयास करते देखा है? एक नन्हा शिशु भी जब सीढ़ियां …
Read More »आने वाली पीढ़ियां दलित – पिछड़ों के विश्वासघात पर शर्मसार होंगी !
The coming generations will be ashamed of the betrayal of the Dalits and the backward! यूपी में 1989 के बाद जब भी पिछड़ों या दलितों के नेतृत्व में सरकार बनी है वह बिना अल्पसंख्यकों के समर्थन के नहीं बन सकती थी। Minorities are being targeted due to political envy आज जब अल्पसंख्यकों को राजनीतिक विद्वेष की वजह से टारगेट किया …
Read More »आरएसएस और मोदी का इतिहास और दिल्ली के दंगे
प्रतिक्रांति का एक समग्र राजनीतिक प्रत्युत्तर ही क्रांति का रास्ता तैयार कर सकता है History of RSS and Modi and Delhi riots आरएसएस और मोदी के इतिहास से परिचित कोई साधारण आदमी भी दिल्ली के दंगों और आगे इनकी और पुनरावृत्तियों का बहुत सहजता से पूर्वानुमान कर सकता है। फिर भी कथित रूप से दूरगामी लक्ष्यों को सामने रखने वाले …
Read More »हिन्दू राष्ट्र की ओर रणनीतिकारों के कदम | सड़कों पर लड़ाई की तैयारी केवल संघ परिवार के पास है
Steps of strategists towards Hindu Rashtra अच्छा कमांडर युद्ध में लड़ते लड़ते दुश्मन की फौज (Enemy forces) को ऐसी जगह लाने की कोशिश करता है जहाँ सामरिक स्थिति उसके पक्ष में और दुश्मन के प्रतिकूल होती है। आज भाजपा (BJP) ने देश में अपने विपक्ष को ऐसी ही स्थिति में ला कर घेर लिया है। लोकतंत्र के सारे कच्चे व …
Read More »एक नई विश्व आचार-संहिता का सबब बनता दिखाई दे रहा है कोरोना वायरस
कोरोना वायरस और इसके वैश्विक परिणामों का एक अनुमान An estimate of the corona virus and its global consequences डब्बूएचओ ने कहा है कि कोरोना वायरस को रोकने की संभावनाएँ (Possibilities to stop the corona virus) कम होती जा रही हैं। मक्का में विदेशी हज यात्रियों का प्रवेश रोक दिया गया है। वेनिस में कार्निवल का कार्यक्रम स्थगित। ईरान में …
Read More »वो जो कहा करता था,’सब मिले हुए हैं जी !’ वो मिला हुआ था पहले से ही, दरअसल वह हत्यारों की बी टीम था !
वो जो कहा करता था,’सब मिले हुए हैं जी !’ वो भी मिला हुआ था पहले से ही ! ! पर लोग उसके लोकरंजक नारों के चक्कर में आ गए। वह दरअसल हत्यारों की बी टीम था। यूँ तो रुख से नक़ाब सरकनी ही थी आहिस्ता-आहिस्ता, पर हुआ यूँ कि वह यक-ब-यक जा गिरी ज़मीन पर और वह एकदम नंगा …
Read More »दिल्ली दंगों की पड़ताल और ताहिर हुसैन
Delhi riots investigation and Tahir Hussain दिल्ली में हाल ही में हुये दंगों से पहले मैंने ताहिर हुसैन का नाम नहीं सुना था। पूरे देश ने भी दिल्ली के इस पार्षद का नाम दंगों की खबरों के बाद ही जाना। मुझे दिल्ली की उस बस्ती के भूगोल की कल्पना भी नहीं है, जहाँ करावल नगर विधान सभा क्षेत्र (Karaval Nagar …
Read More »इतना सन्नाटा क्यों है भाई? इस से पहले कोई ‘सी एम’ कानों पर मफलर इतनी कसकर बांधते नहीं थे, कि कोई चीख सुनाई न दे !
राजधानी दिल्ली बहुत दूर है मुझ से, या मैं दिल्ली से। मैं यहाँ सेवाग्राम में हूँ – बापू कुटी के पीछे बसे मेरे नीरव घर में। सेवाग्राम कभी इस देश की जनधानी हुआ करती थी; राजधानी दिल्ली से ज्यादा महत्वपूर्ण। देश का वर्तमान और भविष्य यहीं बनता था। यहां की मिट्टी में आज भी गांधीजी के हाथों की खुशबू है …
Read More »दंगा भड़काने में राजनीति का जितना हाथ है, उससे कम पत्रकारिता का नहीं, शुक्र है कि अब मैं पत्रकार नहीं हूं
Thankfully I am no longer a journalist 31 अक्टूबर 1984 को श्रीमती इंदिरा गांधी को गोली लगने पर पिताजी पुलिन बाबू अस्पताल में उन्हें देखने पहुंच गए थे। वे नारायणदत्त तिवारी के घर थे। तिवारीजी ही उन्हें अपने साथ अस्पताल से लाये थे। दिल्ली में रहकर उन्होंने भारत विभाजन का जख्म (Wound of partition of India) दोबारा दिलोदिमाग में ताजा …
Read More »दिल्ली दंगा : एक पूर्व-घोषित नरसंहार का रोजनामचा, गुजरात-2002 की पुनरावृत्ति
Delhi Riot: A Pre-Announced Massacre Journal, Gujarat-2002 Recap सबसे पहले तो एक पछतावा। दिल्ली के चुनाव नतीजों पर अपनी टिप्पणी, ‘‘फिर भी…दिल्ली अभी दूर है’’ के निष्कर्ष में यह कहकर कि ‘‘दिल्ली अभी भी दूर है–सांप्रदायिकतावादियों के लिए भी और सांप्रदायिकताविरोधियों के लिए भी’’; मैंने इसका इशारा तो किया था कि भाजपा की चुनावी हार से, दिल्ली को सांप्रदायिकता के …
Read More »अच्छा ही हुआ, स्कूल और अस्पताल की ओट में छिपा हुआ संघी सरेआम बेनक़ाब हो गया
Arvind kejriwal on kanhaiya kumar हैरत में हूँ कि कन्हैया कुमार आदि पर राजद्रोह का मुकदमा चलाने की अनुमति देने के बाद अपने ‘घर वापस’ लौटे हुए बेनकाब केजरीवाल के बचाव में उतरे प्रोग्रेसिव/ लिबरल/ वामपंथी भी बड़े हास्यास्पद तर्क दे रहे हैं। उन सभी की सूचनार्थ बता दूं कि दिल्ली सरकार के स्थाई अधिवक्ता ने आज से सात महीने …
Read More »जरूरी अपील : हस्तक्षेप के संरक्षक सब्सक्राइर बनें
Urgent Appeal : Become a Guardian Subscribers of hastakshep प्रिय पाठक, जब आप हस्तक्षेप का संरक्षक होने के लिए 9,999 रुपये का भुगतान करने या 999 रुपये का ग्राहक बनने के लिए चुनते हैं तो आप हमें एक नया मीडिया संगठन बनाने में मदद कर रहे हैं। आप एक मीडिया प्लेटफ़ॉर्म का समर्थन कर रहे हैं जो आपके लिए ऐसी रिपोर्ट …
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