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असम के प्रथम शहीद, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम भारत की 'साझी विरासत-साझी शहादत' की परम्परा को फिर से जिंदा कर दिया!

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hastakshep
15 Dec 2019
असम के प्रथम शहीद, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम भारत की 'साझी विरासत-साझी शहादत' की परम्परा को फिर से जिंदा कर दिया!

Citizenship Act protests LIVE Updates : First martyr of Assam, Ishwar Nayak and Abdul Aleem

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असम के प्रथम शहीद, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम, ने फूंकी मुल्क़ की 'साझी विरासत-साझी शहादत' में नई जान!

1857 के बाद, 20वीं सदी की जंगे-आज़ादी के दौरान, बिस्मिल और अशफ़ाक उल्ला अंग्रेज़ों से लड़ते हुए एक साथ शहीद हो गये थे, और हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल बन गये थे।

सुभाष चंद्र बोस ने अपनी आज़ाद हिंद फौज में इसी 'साझी विरासत-साझी शहादत' की परंपरा को राष्ट्रवादी अमली जामा पहनाया।

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Anti-CAA protests

अमरेश मिश्र (Amaresh Mishra) लेखक वरिष्ठ पत्रकार, इतिहासकार व फिल्म पटकथा लेखक हैं। अमरेश मिश्र (Amaresh Mishra)

लेखक वरिष्ठ पत्रकार, इतिहासकार व फिल्म पटकथा लेखक हैं।

मोदी-RSS-फासिस्ट राज, जो भारत को फिर से फिरंगियों का गुलाम बनाने की साज़िश का हिस्सा है, के दौर में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देने का रिवाज़ खत्म सा हो गया था।

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लेकिन असम में फ़ासीवादी CAA के खिलाफ, दूसरी आज़ादी की लड़ाई में, ईश्वर नायक और अब्दुल अलीम ने आपने प्राणों की आहुति दे कर भारत की 'साझी विरासत-साझी शहादत' की परम्परा को फिर से जिंदा कर दिया!

ईश्वर नायक-अब्दुल अलीम और असम के अन्य शहीदों को नमन!

जय हिंद!

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अमरेश मिश्र

लेखक वरिष्ठ पत्रकार, इतिहासकार व फिल्म पटकथा लेखक हैं।

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