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मुसलमान विक्रेताओं से सब्जी न खरीदने को कहने वाले यूपी भाजपा के विधायक सुरेश तिवारी के विरुद्ध बदायूँ के सिविल लाइन्स थाना में शिकायत दर्ज

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hastakshep
30 Apr 2020
मुसलमान विक्रेताओं से सब्जी न खरीदने को कहने वाले यूपी भाजपा के विधायक सुरेश तिवारी के विरुद्ध बदायूँ के सिविल लाइन्स थाना में शिकायत दर्ज

राजनीतिक कार्यकर्ता अजीत सिंह यादव ने भाजपा विधायक पर लगाया दंगा भड़काने का आरोप, एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तारी की मांग की

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Complaint against UP BJP MLA Suresh Tiwari for not buying vegetables from Muslim vendors, filed in Civil Lines Police Station of Badaun

बदायूँ, 30 अप्रैल 2020. उत्तर प्रदेश में देवरिया जनपद के बरहज विधान सभा क्षेत्र के भाजपा विधायक सुरेश तिवारी (BJP MLA Suresh Tiwari of Barhaj Vidhan Sabha constituency of Deoria district in Uttar Pradesh) पर दंगा भड़काने, समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा एवं वैमनस्य व अफवाह फैलाने के मामले को लेकर बदायूँ जनपद के सिविल लाइन्स थाने में शिकायत दर्ज की गई है।

आज भाजपा विधायक सुरेश तिवारी पर एफआईआर दर्ज कर गिरफ्तार करने की मांग राजनीतिक कार्यकर्ता अजीत सिंह यादव ने ऑनलाइन शिकायत में की।

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इलाहाबाद विश्वविद्यालय के छात्र नेता रहे अजीत सिंह यादव ने शिकायत में कहा है कि वे कानून एवं संविधान में यकीन करने वाले जिम्मेदार नागरिक हैं। विगत कई दिनों से मीडिया रिपोर्टों को पढ़ने व सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को देखने सुनने पर जानकारी मिली कि जहां देश एक तरफ देश कोरोना महामारी से जूझ रहा है वहीं उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद की बरहज विधानसभा क्षेत्र के भाजपा विधायक श्री सुरेश तिवारी साम्प्रदायिक दंगा भड़काने, समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा एवं वैमनस्य की भावनाएं पैदा करने के लिए अफवाह व झूठ फैलाने का देश को कमजोर करने का आपराधिक कृत्य कर रहे हैं।

एक वीडियो में वह लोगों से यह कहते हैं कि मियां (मुसलमान )लोगों से सब्जी न खरीदें। ट्विटर पर जिसका लिंक निम्न है https://twitter.com/DNLIMBACHIYA/status/1254681460948086784?s=08

और इस तरह विधायक सुरेश तिवारी विभिन्न समुदायों के बीच नफरत फैलाते दिखते हैं जिससे समाज में धार्मिक उन्माद पैदा हुआ है। उन्होंने जान बूझकर एक समुदाय की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाई है और देश में धर्म के आधार पर समुदायों को दंगे के लिए उकसाया है।

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एक अन्य वीडियो में विधायक सुरेश तिवारी अपने उक्त वक्तव्यों को स्वीकार करते हुए जायज ठहराते दिखते हैं जिसका ट्विटर पर लिंक निम्न है

https://twitter.com/alok_pandey/status/1255037663423287302?s=19

इसमें विधायक सुरेश तिवारी स्वीकार करते हैं कि बरहज विधान सभा क्षेत्र के दौरे के फौरन 17 -18 अप्रैल 2020 को नगर पालिका में लोगों के पूछने पर उन्होंने यह कहा कि मियां लोगों से सब्जी न खरीदें इससे लोग कोरोना से बचेंगे। वे इस अफवाह को बढ़ावा देते दिखते हैं कि मियां लोग सब्जी पर थूक लगा दे रहे हैं।

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उक्त खबरें टीवी चैनलों समेत अखबारों आदि में भी छपी हैं। द इंडियन एक्सप्रेस में छपी उक्त खबर का लिंक निम्नवत है

https://www.google.com/amp/s/indianexpress.com/article/india/coronavirus-no-one-should-buy-vegetables-from-muslims-up-bjp-mla-6382120/lite/

उन्होंने शिकायत में थानाध्यक्ष से मांग की है कि उक्त वीडियो व प्रिंट साक्ष्यों के आधार पर भाजपा के बरहज विधायक सुरेश तिवारी पर धर्म के आधार पर लोगों में नफरत फैलाने, दंगा भड़काने, धार्मिक भावनाओं को आहत करने, समुदायों के बीच शत्रुता, घृणा एवं वैमनस्य पैदा करने को झूठी अफवाहें फैलाने, देश में धार्मिक उन्माद पैदा करने, देश को तोड़ने और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर भारत की छवि खराब करने के अपराध में भारतीय दंड सहिंता की धारा 117,153, 153 A, 153B, 295A,298,504,505, 505(2),506, 120 B समेत अन्य संबंधित धाराओं में एफआईआर /मुकदमा पंजीकृत कर कानूनी कार्यवाही करें एवं तत्काल गिरफ्तार करें।

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श्री यादव ने भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा द्वारा आरोपी विधायक सुरेश तिवारी को नोटिस दिए जाने को महज दिखावा बताया। उन्होंने कहा कि भाजपा और आरएसएस के लोग कोरोना महामारी के लिए मुसलमानों को जिम्मेदार ठहराने को झूठी अफवाहें फैला रहे हैं और देश में मुसलमानों के विरुद्ध नफरत और घृणा का माहौल पैदा कर साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण के फासिस्ट प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं। कोरोना संकट के इस समय में भी नागरिकता संशोधन कानून, एनआरसी व एनपीआर के विरुद्ध लोकतांत्रिक आंदोलन चलाने वाले जामिया मिलिया,जेएनयू के छात्र कार्यकर्ताओं समेत आंदोलनकारियों को आतंकवाद निरोधक यूएपीए जैसे काले कानूनों के तहत फर्जी मुकदमें लगाकर जेल भेजा जा रहा है। यहां तक कि महिला कार्यकर्ता को भी दिल्ली दंगों के लिए झूठे आरोप में और कश्मीर के पत्रकारों को फर्जी मुकदमा लगाकर जेल में डाल दिया गया है। देश में तानाशाही लादकर लोकतंत्र की हत्या की जा रही है।

कोरोना संकट का पूरा भार मजदूरों, गरीबों, किसानों पर डाला जा रहा है। कर्मचारियों के भत्ते बंद किये जा रहे हैं और पूँजीघरानों के कर्जे माफ किये जा रहे हैं। दूसरी ओर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाया जा रहा है। देश के हर जिम्मेदार नागरिक को संघ भाजपा के इस नफरत के फासिस्ट अभियान और कारपोरेट परस्ती के विरुद्ध आवाज उठानी होगी।

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