/hastakshep-prod/media/post_banners/s0e6fjNdZqsSKv0NDJcB.jpg)
Congress Foundation Day: A Communist’s Congratulations to Congress!
एक कम्युनिस्ट की कांग्रेस को बधाई !
बेशक उपमहाद्वीप की सभ्यता और संस्कृति का हजारों साल का ज्ञात इतिहास है जिसमें अनगिनत मिथकीय और ऐतिहासिक नायक भी हैं जो आकर्षित या प्रेरित करते हैं लेकिन आधुनिक लोकतांत्रिक भारत के सृजन की गाथा में कांग्रेस की भूमिका केंद्रीय रही है ! एक सौ छत्तीस साल पहले अस्तित्व में आई कांग्रेस से भारत के नए युग की शुरुआत हुई।
कांग्रेस ने भारत सहित विश्व के अनेक जनगणों की साम्राज्यवादी दासता से मुक्ति की मुहिम को गति दी और भारत के विविधतापूर्ण समाज में सामान्य राजनैतिक इच्छा का सृजन कर भारत गणराज्य की स्थापना की।
स्वातंत्र्योत्तर युग में भी आधुनिकता लोकतंत्र और भारतीयों के बीच एकता के लिए कांग्रेस ने बहुत बड़ी भूमिका अदा की है। महात्मा गांधीऔर जवाहरलाल नेहरू उसके उन अनेक महानायकों में सिरमौर हैं जिनपर यह राष्ट्र गर्व करता है। बड़ी भूमिका में बड़ी गलतियों का भी स्थान होता है जिसकी कीमत भी चुकानी होती है। नेहरूजी जैसी प्रतिबद्धता फासिज्म को नकारने की पूरी कांग्रेस की नहीं हो सकी और उत्तरवर्ती नेतृत्व उसके खतरे को उतनी शिद्दत से नहीं समझ सका जिसका परिणाम भी हाल के दशकों में कांग्रेस को भुगतना पड़ा है।
कांग्रेस अपने और देश के सामने दरपेश गंभीर चुनौतियों से निपटने के लिए संकल्प को दृढ़ करके पुनः इस देश की सत्ता एवं संसाधनों पर जनता के अधिकार का दावा पेश करने में समर्थ हो ऐसी मेरी शुभकामनाएं सभी कांग्रेसजन को हैं।
एक कम्युनिस्ट के तौर पर कांग्रेस की महती भूमिका का वस्तुगत मूल्यांकन करते हुए मैं निजी तौर पर सभी कांग्रेसजन को आज के दिन की बधाई देता हूँ!
कांग्रेस स्थापना समारोह में !
मथुरा वृन्दावन महानगर कांग्रेस कमेटी द्वारा तिलकद्वार कार्यालय पर आयोजित कांग्रेस के 136 वें स्थापना दिवस के समारोह में हम दो कम्युनिस्ट, कामरेड शिवदत्त चतुर्वेदी और मैं स्वयं भी, आमंत्रित थे ! बर्षों बाद कांग्रेस के स्थानीय नेताओं और कार्यकर्ताओं में गजब का उत्साह और न्यूनतम असहमतियां दिखीं ! महानगर कांग्रेस के अध्यक्ष उमेश शर्मा ने सतह पर कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को पुनर्संगठित करने में अच्छी मेहनत की है। कांग्रेसजनों ने समारोह का समापन कार्यालय से विकासबाजार स्थित गांधी प्रतिमा तक पदयात्रा कर किया। गांधीहंता फासिज्म से भारत को मुक्त कराने के लिए कांग्रेस की नई भूमिका के लिए सतह के कांग्रेसजन खुद को तैयार कर रहे हैं, यह शुभ है।
मधुवन दत्त चतुर्वेदी
/hastakshep-prod/media/post_attachments/C9spwE4pd25rPvp454Wk.jpg)