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CPI(ML) condemns for prosecuting anti-CAA women protesters in Lucknow
लखनऊ, 21 जनवरी। भाकपा (माले) की राज्य इकाई ने यहां चौक में घंटाघर के सामने नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) के खिलाफ शांतिपूर्ण धरने पर बैठी महिलाओं पर पुलिस द्वारा फर्जी मुकदमे दर्ज करने की कड़ी निंदा की है।
पार्टी की राज्य स्थायी समिति (स्टैंडिंग कमेटी) के सदस्य अरुण कुमार ने कहा कि लोकतंत्र में शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हर नागरिक का संवैधानिक अधिकार है। पिछले पांच दिनों से घंटाघर पर महिलाएं सीएए को वापस लेने की मांग पर शांतिपूर्ण धरना-प्रदर्शन कर रही हैं। इससे किसी भी सार्वजनिक संपत्ति को न तो कोई क्षति पंहुची है, न ही कोई बलवा हुआ है। इसके बावजूद धरनारत सैंकड़ों महिलाओं पर तमाम धाराओं में मुकदमे लगा दिये गये हैं। यह योगी सरकार की दमनकारी और लोकतंत्र को कमजोर करने वाली कार्रवाई है। कहा कि योगी राज में विरोध की आवाज का गला घोंटा जा रहा है और प्रदेश में पुलिस राज कायम किया जा रहा है। यदि लोकतांत्रिक मूल्यों और संविधान का सरकार जरा भी सम्मान करती है, तो प्रदर्शनकारी महिलाओं पर ठाकुरगंज पुलिस द्वारा दर्ज सभी मुकदमे फौरन वापस ले।