हर ज़िले से बुनकर समाज के लोगों को सम्मानित करेगी अल्पसंख्यक कांग्रेस
Advertisment
पसमांदा समाज अब सपा की मुस्लिम विरोधी राजनीति को समझ चुका है
Advertisment
18 जनवरी है अब्दुल क़य्यूम अंसारी की पुण्यतिथि
Advertisment
लखनऊ, 17 जनवरी 2021। अल्पसंख्यक कांग्रेस महान स्वतंत्रता सेनानी, बिहार के पूर्व मंत्री और मोमिन अंसार आंदोलन के जनक अब्दुल क़य्यूम अंसारी की पुण्यतिथि(Death anniversary of Abdul Qayyum Ansari, great freedom fighter, former minister of Bihar and father of Momin Ansar movement) को बुनकर सम्मान दिवस के बतौर मनाएगा।
Advertisment
अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस विज्ञप्ति में बताया कि 18 जनवरी को हर ज़िले से मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन भेज कर बुनकरों की समस्याओं के समाधान की मांग की जाएगी। इसके अलावा अल्पसंख्यक कांग्रेस द्वारा हर ज़िले के चिन्हित बुनकरों को कांग्रेस नेतृत्व वाली सिंह सरकार द्वारा 2005 में अब्दुल क़य्यूम अंसारी पर जारी डाक टिकट की प्रतिलिपि दे कर सम्मानित किया जाएगा।
Advertisment
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि कांग्रेस की सरकारों में उत्तर प्रदेश के बुनकरों की स्थिति काफ़ी मजबूत थी। विभिन्न ज़िलों में कताई मिलें लगी थीं। बनारस, मुबारकपुर, अम्बेडकर नगर, सीतापुर, मेरठ के बुनकरी विश्व बाज़ार में अपनी पहचान बना चुकी थी। लेकिन सपा ने बुनकरों से वोट तो लिया लेकिन उनके विकास के लिए कुछ नहीं किया। बुनकर समाज पिछड़े वर्ग में भी आज सबसे दयनीय स्थिति में है जबकि सपा अपने को पिछड़ा वर्ग की हितैषी बताती रही है।
Advertisment
शाहनवाज़ आलम ने आरोप लगाया कि सपा के पिछड़ावाद में मुस्लिम जातियां जैसे अंसारी, क़ुरैशी, सलमानी, इदरीसी, मलिक, सैफी, फ़कीर, कुंजड़ा, बंजारा, झोंझा सिर्फ़ वोटर की हैसियत रखती हैं जिनका काम मुलायम सिंह यादव के लोगों को वोट दे कर विधायक और सांसद बनाना था। लेकिन अब पसमांदा समाज सपा की मुस्लिम विरोधी मानसिकता को समझ चुका है।
शाहनवाज़ आलम ने आरोप लगाया कि सपा ने बुनकरों को मुस्लिम होने की सज़ा दी और उनके वोट और नोट के बल पर सिर्फ़ अपने लोगों को मजबूत किया। वहीं कांग्रेस लगातार सदन से लेकर सड़क तक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू जी के नेतृत्व में आवाज़ उठा रही है। यहां तक कि बनारस में बुनकरों के सम्मेलन में शामिल होने के कारण कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पर फ़र्ज़ी मुकदमे तक लाद दिए गए।