किसान सभा ने तत्काल जरूरी कदम उठाने की मांग की
भोपाल, 20 सितंबर 2022. देश के 7 प्रदेशों पंजाब, हिमाचल, राजस्थान, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, उत्तराखण्ड तथा जम्मू और काश्मीर में कहर मचाने और 80 हजार से 1 लाख गायों तक को मार डालने के बाद लम्पी बीमारी अब मध्यप्रदेश में भी तेजी से फैलती जा रही है। बड़ी संख्या में गायों के बीच फैलने के बाद अब यह भैंसों तक भी पहुँच गयी है।
भारत के किसानो की एक तिहाई आमदनी का जरिया पशुपालन है, खेती पहले से ही संकट में थी अब पशुधन भी खतरे में हैं। पशुचिकित्सा के विभागों के ठप्प हो जाने की वजह से स्थिति और गंभीर हो गयी है। मध्यप्रदेश किसान सभा (एआईकेएस) ने कहा है कि अफ़सोस और शर्म की बात है कि गुजरात में सबसे पहले दिखी इस बीमारी के रोकथाम के लिए अभी तक केंद्र सरकार ने कोई भी कदम नहीं उठाया है।
मध्यप्रदेश किसान सभा (एआईकेएस) ने केंद्र तथा मध्यप्रदेश सरकारों से मांग की है कि लम्पी को महामारी घोषित किया जाए। इससे प्रभावित पशुओं के निःशुल्क इलाज, तथा रोकथाम के लिए टीकाकरण के कदम युद्ध स्तर पर उठाये जाएँ। इस बीमारी से मरने वाले पशुओं के मालिकों को मुआवजा दिया जाये। इस महामारी से मारे जा रहे पशुं के अंतिम संस्कार के इंतजाम किये जाएँ। उनके दफनाने का खर्च सरकार उठाये।
23 सितम्बर से रायरू गाँव में होने वाला मध्यप्रदेश के किसानों का राज्य सम्मेलन इस सहित किसानों की बाकी समस्याओं को लेकर आंदोलन की योजना करेगा।
Declare Lumpi as an epidemic: Kisan Sabha