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Dr. Kafeel's dismissal unjust: CPI(ML)
लखनऊ, 11 नवंबर। भाकपा (माले) ने डॉ. कफील खान की बर्खास्तगी को अन्यायपूर्ण बताते हुए कहा है कि योगी सरकार ने उन्हें बलि का बकरा बनाया है।
पार्टी ने बर्खास्तगी रद्द कर उन्हें चिकित्सक पद पर बहाल करने की मांग की है।
राज्य सचिव सुधाकर यादव ने गुरुवार को कहा कि चार साल पूर्व हुए गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कालेज ऑक्सीजन कांड की जांच (Gorakhpur's BRD Medical College Oxygen case investigation) में न सिर्फ उन्हें क्लीन चिट मिली थी, बल्कि बच्चों की जान बचाने के लिए उन्हें हर तरह से संघर्ष करते हुए पाया गया था। इसके बावजूद उन्हें निशाने पर लेकर हर तरह से प्रताड़ित किया गया, ताकि 60 बच्चों की जान लेने वाले ऑक्सीजन कांड में फंस रही खुद योगी सरकार अपना गला बचा सके। इसके अलावा, डॉ. कफील का अल्पसंख्यक समुदाय और मुख्यमंत्री के शहर से होना उनकी अन्य 'अयोग्यताएं' थीं, जो योगी सरकार के असहिष्णु और साम्प्रदायिक एजेंडे में फिट नहीं बैठ रही थीं। इसलिए उन्हें नौकरी से अलोकतांत्रिक तरीके से और जानबूझकर बर्खास्त किया गया है।
का. सुधाकर ने कहा कि डॉ. कफील की न्याय की लड़ाई खत्म नहीं, बल्कि नए तरह से शुरु हुई है। उन्हें न्याय दिलाने के लिए योगी सरकार को विदा करना होगा। लोकतंत्र में विश्वास करने वाली ताकतें इसके लिए एकजुट हों।