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Farmers got support of Mahatma Gandhi's granddaughter, Tara Gandhi Bhattacharya reached Ghazipur border
नई दिल्ली, 13 फरवरी 2021. तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर किसानों का विरोध प्रदर्शन जारी है, ऐसे में आज राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पौत्री तारा गांधी भट्टाचार्य गाजीपुर बॉर्डर पहुंची।
प्राप्त जानकारी के अनुसार तारा गांधी भट्टाचार्य ने किसान संगठनों के सभी नेताओं से मुलाकात भी की। इस दौरान किसान संगठनों के नेताओं ने उनका मंच पर स्वागत किया और आशीर्वाद लिया।
मंच से तारा गांधी भट्टाचार्य ने किसानों को संबोधित भी किया और कहा कि, मैं तो राकेश टिकैत और अन्य नेताओं से यहां मिलने आई हूं। दिल्ली से बॉर्डर तक आने में भले घण्टों लगे हों, लेकिन मैं ये यात्रा कभी नहीं भूलूंगी।"
उन्होंने कहा कि,
"आज हम जिंदा है तो आप (किसानों) की वजह से, यदि किसानों का हित नहीं होगा तब तक हमारा हित नहीं होगा। आप सभी यहां आएं हैं, आप महमान हैं, मैं सभी को प्रणाम करती हूं।"
तारा गांधी भट्टाचार्य ने कहा कि
"मैं न राजनीति समझती हूं, न कानून लेकिन आप मुझे अपना गांव का ही समझिए, आप सभी लोगों के लिए मैं प्रार्थना करती हूं कि सत्य की जीत हो, जो भी हो भला हो।"
उन्होंने किसान सगठनों के नेताओं की तरफ इशारा करते हुए कहा कि,
"आप सभी से भी कहूंगी कि पर्यावरण को दूषित किया है, लेकिन मन को दूषित न करें, आप लोगों को हिंसा की जरूरत नहीं है। आपके काम में ही सत्य है।"
बॉर्डर पर किसान आंदोलन में शरीक होने आई महिलाओं को भी तारा गांधी भट्टाचार्य ने नमन करते हुए कहा,
"मैं यहां आई और आप सभी लोगों को देखा मेरा जीवन सफल हो गया, मैं आपके साथ हूं, आपको नमन करती हूं।" किया।
बता दें तीन नए अधिनियमित खेत कानूनों के खिलाफ किसान पिछले साल 26 नवंबर से राष्ट्रीय राजधानी की विभिन्न सीमाओं पर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं।
किसान उत्पाद व्यापार और वाणिज्य (संवर्धन और सुविधा) अधिनियम, 2020; मूल्य आश्वासन और कृषि सेवा अधिनियम 2020 और आवश्यक वस्तु (संशोधन) अधिनियम, 2020 पर किसान सशक्तिकरण और संरक्षण समझौता हेतु सरकार का विरोध कर रहे हैं।