नई दिल्ली, 14 नवंबर 2020. प्रदूषण के स्तर के बढ़ने के कारण शनिवार की सुबह राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली पर विषाक्त धुंध का एक मोटा आवरण नजर आया। इसके साथ हवा का स्तर ‘बहुत खराब’ की श्रेणी में रहा और अब यह रात तक ‘गंभीर’ हो जाएगा।
Fireworks burst during the last 5 nights of Diwali sent air quality to emergency levels
दीवाली की पिछली 5 रातों में फोड़े गए पटाखों ने हवा की गुणवत्ता को आपातकालीन स्तरों पर भेज दिया था।
गुरुवार को ही पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय ने दावा किया था कि पीएम 2.5 (एक घातक प्रदूषक) का स्तर दीवाली के दौरान पटाखे न फोड़े जाने पर पिछले 4 सालों में सबसे कम होने की संभावना है।
Delhi’s air quality index stood at 378 micrograms per cubic meter in the afternoon
इस बीच दिल्ली का वायु गुणवत्ता सूचकांक दोपहर में 378 माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर रहा।
मंत्रालय के सिस्टम ऑफ एयर क्वालिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च– System of Air Quality and Weather Forecasting and Research (सफर) के अनुसार हवा की ओवरऑल गुणवत्ता खराब हो गई है और ‘बहुत खराब’ श्रेणी के उच्च स्तर पर है। शाम तक इसके और बिगड़कर गंभीर श्रेणी में पहुंचने का अनुमान है।
इसमें कहा गया है, “एक्यूआई के मध्यम से उच्च तक बढ़ने की उम्मीद है। हालांकि आज रात तक पीएम 2.5 का स्तर बहुत खराब होने के बाद भी इसके पिछले 4 सालों में दीवाली के समय के स्तर से बेहतर रहने की संभावना है।”
सफर ने अधिकारिक तौर पर एक्यूआई के दिवाली की रात को गंभीर रहने की भविष्यवाणी की है। इसमें अब 15 नवंबर की दोपहर के बाद से सुधार शुरू होने की संभावना है।
हमें गूगल न्यूज पर फॉलो करें. ट्विटर पर फॉलो करें. वाट्सएप पर संदेश पाएं. हस्तक्षेप की आर्थिक मदद करें