Learn how to develop your personality!
How To Improve Your Personalty In Hindi | व्यक्तित्व विकास को प्रभावित करने वाले कारक
व्यक्तित्व केवल सलीके से पहने परिधानों व आकर्षक चेहरे (Attractive face) से नहीं बनता, बल्कि व्यक्तित्व के कई माप दंड होते हैं।
पर्सनालिटी क्या है | How to be perfect personality | व्यक्तित्व का अर्थ एवं परिभाषा.
मनोवैज्ञानिकों के अनुसार व्यक्ति के नैसर्गिक, मनोवैज्ञानिक एवं व्यवहार परक तत्वों का सामूहिक समन्वय व संयोजन संपूर्ण व्यक्तित्व की पहचान है। संपूर्ण व्यक्तित्व बनता है विचार, आचार, विचारो की समझ, दूरदर्शिता, सुसंस्कृत आचरण, व्यवहारिक सोच, कार्य करने के तरीके और जीवन के प्रति अपने दृष्टिकोण से। व्यक्तित्व के कुछ पहलू को बदलना कठिन हो सकता है लेकिन व्यक्तित्व को मनचाही दिशा दे पाना संभव है।
अपना व्यक्तित्व विकास कैसे करें ! 3 Simple Ways | व्यक्तित्व विकास के लिए आवश्यक बातें
आईए आकर्षक व्यक्तित्व बनाएं केवल तीन चरणों में
प्रथम चरण : यथार्थवादी बनें | be realistic
- परिवर्तन जीवन की वास्तविकता है। इसे स्वीकार करें :
यह जीवन परिवर्तनशील है, इस सच को आप अगर जितनी जल्दी स्वीकार कर ले उतना ही बेहतर है। जीवन में कुछ भी ऐसा नहीं होता जो परिवर्तन न हो। हर चीज बदल जाती है। इसलिए भूतकाल के ख्यालों में न खोये रहें, अपने वर्तमान जीवन को जीयें और हर पल को बेहतर करते जाएं।
- 2. संकीर्ण दृष्टिकोण बदलें : Change narrow approach
हमारा दृष्टिकोण हमारे जीवन की दिशा और दशा तय करता है, कभी भी संकीर्ण मानसिकता या नजरिया न रखें। आपका जितना छोटा नजरिया होगा, आप उतना ही सोच सकते हैं। इसलिए अपने नजरिये को बड़ा कीजिये। हर स्थिति को बेहतर दृष्टिकोण से देखिये।
- स्वभाव में परिवर्तन के बजाय व्यवहार में परिवर्तन लाएं : Change behavior rather than change in nature
हमारा स्वभाव हमारी पहचान होती है, लेकिन इसे बदलना काफी मुश्किल होता है। हम अगर चाहे तो अपने व्यवहार में जरुर परिवर्तन ला सकते है। व्यवहार में परिवर्तन करके हमअपना व्यक्तित्व बेहतर बना सकते है। इसलिए आपका स्वभाव चाहे कैसा भी हो, अपने व्यवहार को हमेशा सही रखे और व्यवहारिक बने।
- नकारात्मक की जगह सकारात्मक सोच (positive thinking) को स्थान दें :
नकारात्मक सोच (negative thinking) जहाँ व्यक्ति को अंदर ही अंदर घोट देती है वही सकारात्मक सोच व्यक्ति को ऊर्जा प्रदान करती है। सकारात्मक सोचना हमें हमेशा सही परिणाम देता है। नकारात्मक सोच हमें तनाव की ओर ले जाती है। हर स्थिति में सकारात्मक सोच रखने की कोशिश करे।
- अनावश्यक क्रियाकलाप, आदतों व दिनचर्या पर नियत्रण रखें : Control unnecessary activities, habits and routines
हमारे दिनभर में कई ऐसे कार्य होते हैं, जो हमारे समय को फ़ालतू में बर्बाद कर देते हैं,। अपनी दिनचर्या को व्यवस्थित कीजिये और जो भी काम आपके समय को बर्बाद करता है उसे करना छोड़ दीजिये। ऐसा करने से आपका समय तो बचेगा ही साथ में आप अधिक प्रोडक्टिव भी हो जाएंगे।
- जीवन में अनुशासित रहें : Be disciplined in life
अनुशासन का जीवन में होना बहुत महत्वपूर्ण है। अनुशासित जीवन जीना हमें जिम्मेदारियां निभाने व हर कार्य को आसानी से करने में मदद करता है। अनुशासनहीनता (Indiscipline) हमें दूसरों से बहुत पीछे कर देती है, अत: जीवन में अनुशासित व्यवहार करें।
- जीवन में मानवता को स्थान दें : Give humanity a place in life
हम लोग भले ही जीवन में कितना व्यस्त क्यों न रहें पर हम सब सर्वप्रथम एक इंसान हैं। जीवन में इस बात को हमेशा ध्यान में रखें। आप अगर कभी भी मुश्किल परिस्थिति में फंस जाते हैं तो उस समय मानवता को पहला स्थान दें।
- 8. स्वभाव में संजीदगी लाएं व मिलनसार बनें : Be serious in nature and be sociable
अपने व्यवहार को मिलनसार रखिये, कटु व्यवहार व खुद में खोये रहने वाले लोगों को कोई भी पसंद नहीं करेगा। जो व्यक्ति लोगों से मेलजोल रखता हो व लोगों से दोस्तों वाला व्यवहार रखता है उसी को लोग पसंद करते हैं।
- आलस्य से दूर रहें : Stay away from laziness
हमारा आलस्य हमारे दुश्मन की तरह होता है जो हमें आगे बढ़ने से रोक देता है। जब भी हम आलस्य करके किसी काम को करने से कतराते हैं, तो उसका नुकसान हमें भुगतना पड़ता है। आलसी जीवन जीना किसी को भी शोभा नहीं देता। अपनी इस आदत को बदलिए।
- अपनी प्राथमिकताओं को स्वयं निर्धारित करें : Set your priorities yourself
जीवन में प्राथमिकताओं का होना आवश्यक है। आप अपनी प्राथमिकतायें तय कर लें, किस स्थिति में आपके लिए क्या अहम है इस बात का पता आपको होना चाहिए। प्राथमिकता होना बहुत जरूरी है।
- अपनी कमियों को पहचाने और दूर करें : Identify and overcome your shortcomings
हम सब इंसान है और हर इंसान में कमियाँ होना आम बात है। इस संसार में कोई भी इंसान परफेक्ट नहीं है। हर किसी में कूछ खूबियाँ है तो कुछ कमियाँ भी हैं। इसलिए अपनी खूबियों को बढ़ावा दें, वहीं अपनी कमजोरियों को पहचान कर उन्हें दूर करें।
- अपने अन्दर लचीलापन रखें : Be flexible
हमारा जीवन कठोर नहीं होना चाहिए। कठोरता किसी को पसंद नहीं होती। हर कोई ऐसे लोगों से मिलना पसंद करता है जिसके व्यवहार में लचीलापन हो। उस पेड़ की तरह मत बनिए जो सीधा खड़ा रहता है, बल्कि उस पेड़ की तरह बनिए जो लचीला होकर झुका रहता है।
दूसरा चरण : संपूर्ण संसार एक मंच
- विकासपरक व्यक्तित्व (Developmental personality) के लिए संसार एक ऐसा मंच है जो विभिन्न अवसर प्रदान करती है :
अगर जीवन को एक खेल समझा जाए तो यह जिंदगी हमें हमेशा खेलने के लिए अवसर प्रदान करती रहती है, परन्तु हम सब अपने जीवन में इतने उलझे हुए हैं, हम इन अवसरों को देख ही नहीं पाते। जो व्यक्ति सीखना चाहता है आगे बढ़ना चाहता है उस इंसान के लिए संसार में अवसरों की कमी नहीं है। वह हर अवसर को अपने पक्ष में करके जीवन की ऊंचाईयां हासिल कर सकता है।
- वर्तमान की आवश्यकता को समझें : Understand the need of the present
अगर आपको अपना जीवन आसान बनाना है तो अपने जीवन में कभी भी भूतकाल या भविष्य में न खोये रहें। हमेशा वर्तमान में रहें। वर्तमान पल में जीवन जीना हमें ख़ुशी के साथ सुख भी प्रदान करता है। अपनी वर्तमान आवश्यकताओं को समझें और जीवन के हर क्षण में अच्छा करते जाएं। आपका भविष्य व भूतकाल सही बनता जाएगा।
- 3. नई तकनीक को सीखें और अपनाएं : Learn and adopt new technology
आज दुनिया तेजी से बदल रही है, यहाँ कुछ भी ऐसा नहीं है जो स्थिर हो। नयी तकनीकें व जानकारी दिनों दिन अपडेट हो रही हैं। मोबाइल, कंप्यूटर, इन्टरनेट, ऑनलाइन पेमेंट तथा ऐसे ही अन्य नयी तकनीकी चीजों को समझना शुरू करें और अपने जीवन में उतार दें।
- वैश्विक गतिविधियों से स्वयं को अपडेट करें : Update yourself with global activities
हमें सिर्फ खुद पर ही ध्यान नहीं देना है बल्कि देश – दुनिया में क्या हो रहा। इस बात का पता होना भी जरूरी है। यह दुनिया हर पल बदल रही है, इसलिए वैश्विक गतिविधियों से स्वयं को अपडेट करें।
- शब्दकोश का विस्तार और भाषा पर पूरी पकड़ रखें : Expand the dictionary and keep complete control of the language
हमारी भाषा और शब्दकोश हमारे अभिव्यक्ति करने का एक मजबूत स्तम्भ होती है। नए शब्द सीखिए अपनी भाषा को बेहतर करते जाएं। कोई नयी भाषा अगर सीखने को मिलती है तो उसे सीख लें। यह आपके जीवन में काम तो आएगी ही साथ में आपके व्यक्तित्व को आकर्षक भी बना देगी।
- अनावश्यक बातों से स्वयं को दूर रखें : Keep yourself away from unnecessary things
अपने रूटीन में एक बात हमेशा ध्यान दें कि कभी भी अपना समय ऐसी फिजूल की बातों में खर्च न करें जिससे आपको कुछ भी सीखने को न मिल रहा हो। अनावश्यक बातों पर ध्यान देने से समय तो बर्बाद होगा ही साथ में हमारा फोकस भी लूस हो जाता है। सही बातों को सुनें व अनावश्यक बातों से दूर ही रहें।
- स्वयं, परिवार, समाज, व कर्तव्य के प्रति ईमानदार रहें : Be honest with yourself, family, society, and duties
वही व्यक्ति सफलता का स्वाद चखता है जो व्यक्ति हमेशा खुद के प्रति ईमानदार होता है। अगर हम खुद के प्रति ईमानदार नहीं हैं तो दूसरो के प्रति कभी भी नहीं हो सकते। खुद की नजरों में महान बनिए। खुद के साथ – साथ अपने परिवार व समाज के प्रति भी ईमानदार रहें।
तीसरा चरण : करें खुद का मूल्यांकन (Evaluate yourself)
- प्रत्येक मनुष्य अपने व्यक्तित्व को दूसरों के लिए प्रेरणा स्रोत बना सकता है :
जी हाँ, यह बात बिलकुल सच है। आप दिनभर जो भी करते हैं उसका आपके आसपास के लोगों पर बहुत असर होता है। अगर आप कुछ अच्छा करते हैं तो दूसरे लोग उससे सीखते हैं, वहीं बुरा करने पर बुरा असर होता है।
- दूसरों का अहसान मानें : Respect others
आप इस दुनिया में आये हैं इसके लिए आपको अपने माता – पिता का अहसानमंद होना चाहिए। ऐसे ही आपके जीवन में जिन लोगों ने आपकी किसी भी मौके पर कोई सहायता की हो उनका अहसान हमेशा याद रखें और समय आने पर उनकी सहायता जरूर करें।
- चुनौतियों का सामना करें : face challenges
यह ज़िन्दगी हमारे आगे हर रोज कई चुनौतियाँ पेश कर देती है। ज़िन्दगी कोई ऐसा खेल नहीं है जो सिर्फ सेफ जोन में खेला जाता हो। यहाँ हर दिन आपको कुछ नया टास्क मिलेगा। यही टास्क चुनौतियाँ होती हैं। इनसे घबराएं नहीं बल्कि मजबूती से इनका सामना करें व हर चुनौती को एक अच्छा अवसर बना लें।
- दूसरों की उपलब्धियों की सराहना करें : Appreciate the achievements of others
आपके आसपास कई ऐसे लोग होंगे जो अपने क्षेत्र के विशेषज्ञ होंगे। ऐसे लोगों से सीखिए और उनकी उपलब्धियों की सराहना करें। आपसे छोटे या बड़े जो भी व्यक्ति कुछ हासिल करता है तो उसकी सच्ची प्रशंसा करे और आगे बढ़ने के लिए उन्हें प्रेरित करे। ऐसे करने से उनका आत्मविश्वास जरूर बढ़ेगा।
अंजना अंजन
स्रोत – देशबन्धु से
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