Advertisment

प्रसंगवश : अधीर रंजन चौधरी के बहाने राष्ट्रपति, राष्ट्रपत्नी

author-image
Guest writer
29 Jul 2022
प्रसंगवश : अधीर रंजन चौधरी के बहाने राष्ट्रपति, राष्ट्रपत्नी

डॉ राकेश पाठक (लेखक वरिष्ठ पत्रकार, संवेदनशील कवि और लेखक हैं।)

Advertisment

क्रिकेट ने भी दिखाई जेंडर न्यूट्रल की राह…

Advertisment

अब बल्लेबाज Batsman नहीं Batter कहलाता है

Advertisment

देश में राष्ट्रपति के पद नाम पर बहस छिड़ी हुई है। कांग्रेस सांसद अधीर रंजन चौधरी के 'राष्ट्रपत्नी' शब्द पर बवाल मचा है। बेशक चौधरी का बयान बेहूदा ही था।

Advertisment

एक तरफ़ बहुतेरे लोग इसे आपत्तिजनक बता रहे हैं, तो दूसरी तरफ़ यह विचार भी सामने आया है कि अगर पत्नी शब्द आपत्तिजनक है तो पति कैसे सही हो सकता है?

Advertisment

पद के जेंडर मुक्त होने की वकालत भी की जा रही है।

Advertisment

ऐसे में नाम के पुरुषवाची अभिप्राय को विदा करने को क्रिकेट से प्रेरणा ली जा सकती है।

Advertisment

क्रिकेट में बल्लेबाज को अब Batsman नहीं कहा जाता। उसे अब Batter के नाम से संबोधित किया जाता है चाहे महिला हो पुरुष।

आज़ादी के बाद अनेक ऐसे शब्द मान्यता प्राप्त करते रहे हैं जो पुरुष सत्ता के प्रतीक पति शब्द से जुड़े हैं... जैसे सेनापति, कुलाधिपति, कुलपति आदि आदि।

(भले ही यह कहा जाए कि पदनाम जेंडर न्यूट्रल होता है।)

पति -पत्नी युग्म में पति शब्द अधिपति, स्वामी होने का भाव लिए हुए है, यह तो स्पष्ट है इसीलिए आधुनिक युग में स्त्री-पुरुष समानता की दृष्टि से इस शब्द पर सवाल उठना स्वाभाविक है।

संविधान सभा ने जब प्रेसिडेंट के लिए राष्ट्रपति शब्द स्वीकार किया था तब से गंगा में बहुत पानी बह चुका है। हो सकता है तब किसी ने यह सोचा ही न हो कि आगे कभी ऐसा समय आ सकता है जब कोई महिला इतने बड़े पद/पदों पर पहुंच जाएगी।

अब समानता के हामी समाज में ऐसे शब्द विदा होना ही चाहिए जो केवल पुरुष की श्रेष्ठता या सत्ता के परिचायक हों।

राष्ट्रव्यापी विमर्श के जरिए राष्ट्रपति शब्द का विकल्प ढूंढने का समय आ पहुंचा है। संसद और सरकार को इसकी पहल करना चाहिए। भाषाविद, भाषाशास्त्री, स्त्री अस्मिता के पैरोकार और समाज के विभिन्न तबकों से इस पर राय ली जा सकती है।

यद्यपि यह पहला अवसर नहीं है जब देश के सर्वोच्च पद पर किसी महिला के आसीन होने पर विवाद हुआ है।

साठ के दशक में जब इंदिरा गांधी प्रधानमंत्री बनी थीं, तब भी यह सवाल उठा था कि एक महिला को क्या 'प्रधानमन्त्राणी' कहा जाएगा?

इसी तरह प्रतिभा पाटिल के राष्ट्रपति बनने पर यह सवाल उठा था कि क्या एक महिला के लिए पति युक्त संबोधन उचित है?

क्रिकेट की दुनिया में हुई पहल

बीते दशक में क्रिकेट की दुनिया में यह सवाल उठा कि महिला बल्लेबाज को बैट्समैन कहना कैसे सही हो सकता है? इसमें Man शब्द जुड़ा है।

महिला क्रिकेट के बढ़ते कदमों के साथ आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में जब यह विषय चर्चा में आया, तब इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल ने बल्लेबाज के लिए Batter शब्द के प्रयोग को प्रोत्साहित किया।

(जैसे गेंदबाज को बॉलर कहा जाता है।)

बीते वर्ष आईसीसी ने क्रिकेट मैचों की कमेंट्री करने वालों से भी Batter (बैटर) शब्द के प्रयोग करने को कहा। बल्लेबाज पुरुष हो या महिला अब उसे बैटर ही कहा जाता है।

देखना होगा भारतीय समाज में प्रचलित पुरुष सत्तात्मक पदनाम कब तक चलन में रहते हैं..!

आज़ादी से पहले कांग्रेस अध्यक्ष का पदनाम 'राष्ट्रपति' था

यह जान लेना भी दिलचस्प होगा कि आज़ादी से पहले भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष को राष्ट्रपति कहा जाता था। एनी बीसेंट और सरोजनी नायडू जैसी महिलाएं कांग्रेस अध्यक्ष रहीं थीं।

प्रतिष्ठित कवि, लेखक श्रीकृष्ण सरल की एक पुस्तक का शीर्षक है - राष्ट्रपति सुभाष

यह पुस्तक नेताजी सुभाष चंद्र बोस पर केंद्रित है।

इति

डॉ. राकेश पाठक

लेखक वरिष्ठ पत्रकार हैं।

Advertisment
सदस्यता लें