हमारे अंतरिक्ष में अंतहीन दूरी में विस्तारित अति विशाल ब्रह्माण्ड सैकड़ों रहस्यों, रोमांचों और अद्भुत दृश्यों और संरचनाओं से परिपूर्ण है। पुच्छल तारे, क्षुद्र ग्रह, बगैर चंद्रमा वाली अंधेरी रात में तेजी से प्रकाश की एक रेखा बनाते सैकड़ों उल्का पिंड (Meteorite), शुद्ध हीरे से बने तारे (stars made of diamond), ब्लैक होल्स (black holes), नीहारिकाएं (nebulae), शनि जैसे ग्रह के चारों तरफ बने रंग-बिरंगे वलयों आदि सैकड़ों तरह की रोमांचक और अद्वितीय संरचनाएं हम मानवों के मनमस्तिष्क में एक अद्भुत रोमांच और कौतूहल जगा देतीं हैं ।
क्वासार्स की खोज (discovery of quasars)
अंतरिक्ष में हो रही सतत घटनाओं का गहन अध्ययन करने वाले वैज्ञानिकों ने प्रारंभिक ब्रह्मांड से जुड़े एक बड़े रहस्य को सुलझाने में अभी कुछ दिनों पहले कामयाबी हासिल कर ली है। इसी कामयाबी में हमारे ब्रह्माण्ड की सबसे शक्तिशाली जगह क्वासार्स या की एक अद्भुत खोज भी है।
इस अद्भुत खोज के लिए अंतरिक्ष वैज्ञानिकों और अंतरिक्ष शोधकर्ताओं ने एक सुपरकम्प्यूटर का इस्तेमाल किया।
इन अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के अनुसार क्वासार्स गैसों की ये धाराएं एक अरब प्रकाश वर्ष के क्षेत्र में केवल एक दर्जन क्षेत्रों में ही पाई जाती हैं।
पहला क्वासर कब पाया गया था? When was the first quasar found?
वैसे अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने क्वासार्स खोज वर्ष 2003 में ही कर ली थी। उसके बाद से अब तक अंतरिक्ष वैज्ञानिकों द्वारा सुपरमैसिव ब्लैक होल्स में 200 से भी अधिक क्वासार्स (Quasars in Supermassive Black Holes) का पता लगाया जा चुका है। इनके बारे में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि ये ब्रह्मांड के बनने के बाद शुरू के एक अरब सालों के विस्तृत समयांतराल के बीच में ही बने थे।
क्वासार्स कितने विशाल और शक्तिशाली ? (How big and powerful are quasars?) | What space scientists say about quasars?
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों के अनुसार क्वासार्स हमारे सूरज से एक लाख गुना ज्यादा द्रव्यमान वाले सुपर ब्लैक होल्स में बनते हैं, जहां पर ठंडी गैसों की शक्तिशाली धाराएं बहुत ही घनीभूत मात्रा में पाई जातीं हैं। यही नहीं क्वासार्स के बारे में अंतरिक्ष वैज्ञानिकों का कहना है कि ये क्वासार्स ब्रह्मांड में पाई जाने वाली कुछ सबसे शक्तिशाली चीजों में से एक हैं। क्वासार्स हमारी आकाशगंगा से अंतहीन दूरी पर स्थित गैलेक्सियों के केंद्र (center of galaxies) में मिलते हैं, जहां पर अरबों सूर्यों के द्रव्यमान के बराबर द्रव्यमान वाले सुपरमैसिव ब्लैकहोल्स मौजूद होते हैं।
ये ब्लैक होल्स अपने आसपास के पदार्थों के पास सरकने लगते हैं, जो ब्लैकहोल्स के पास आने के कारण घर्षण और दबाव से गर्म हो जाते हैं। इस तरह से जो उष्मा और इलेक्ट्रोमेग्नेटिक ऊर्जा निकलती है, वह क्वासार्स के माध्यम से ही इलेक्ट्रोमैग्नेटिक एनर्जी (electromagnetic energy) के रूप में बाहर छोड़ी जाती है।
इससे पूर्व वैज्ञानिकों को यह पता नहीं था कि शुरुआती ब्रह्मांड में ये क्वासार्स कैसे बने होंगे ?
अब अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की शोधकर्ताओं की टीम ने यह पता लगाया है कि ये शुरुआती ब्रह्मांड में मौजूद दुर्लभ गैसों के भंडारों में पैदा हुई अस्त-व्यस्त परिस्थितियों के कारण बने होंगे।
ब्रह्मांड में पाए गए क्वासार्स (Quasars found in the universe) के बारे में अमेरिका के एक शहर पोर्ट्समाउथ स्थित यूनिवर्सिटी ऑफ पोर्ट्समाउथ या University of Portsmouth के प्रोफेसर डॉक्टर डेनियल व्हेलन ने कहा है कि पहले यह सोच थी कि सुपरमैसिव ब्लैक होल्स ठंडे डार्क मैटर में होने वाले स्ट्रक्चर फॉर्मेशन का एक स्वाभाविक परिणाम थे - जिन्हें कॉस्मिक वेब के बच्चे (children of the cosmic web) कहा जाता है।
डॉक्टर व्हेलन इस टीम को लीड कर रहे थे, जिसने क्वासार्स के बनने का अध्ययन किया है। इस महत्वपूर्ण अध्ययन और शोध को अभी पिछले दिनों इसी महीने के 6 जुलाई 2022को सुप्रतिष्ठित नेचर पत्रिका में प्रकाशित किया गया है।
निर्मल कुमार शर्मा
Know the secret of the universe's most powerful quasars