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मुसलमान भूले नहीं हैं कि कैसे एनआरसी के खिलाफ़ बोलने पर मायावती ने कुंवर दानिश अली को संसदीय दल के नेता के पद से हटा दिया था
बसपा द्वारा गुड्डू जमाली को विधान मण्डल दल का नेता नियुक्त करने पर बोले कांग्रेस नेता
लखनऊ, 4 जून 2021. अल्पसंख्यक कांग्रेस प्रदेश चेयरमैन शाहनवाज़ आलम ने बसपा सुप्रीमो मायावती द्वारा आजमगढ़ से विधायक गुडू जमाली को विधान मण्डल दल का नेता बनाने पर टिप्पणी करते हुए इसे मुसलमानों को बेवकूफ बनाने की नाकाम कोशिश बताया है.
कांग्रेस प्रदेश मुख्यालय से जारी बयान में शाहनवाज़ आलम ने कहा कि मुसलमानों को नहीं भूलना चाहिए कि मायावती जी ने संसद में संविधान विरोधी सीएए-एनआरसी के खिलाफ़ भाषण देने के कारण लोकसभा में बसपा संसदीय दल के नेता के पद से अमरोहा के सांसद कुंवर दानिश अली को हटा दिया था. जो बाबा साहब के संविधान में यकीन रखने वाले आम लोगों और मुसलमानों की भावनाओं का घोर अपमान था. वहीं भाजपा के साथ जाने का खुलेआम बयान देने के बाद उपचुनावों में हार का ठीकरा भी उन्होंने मुस्लिम नेता मुनक़ाद अली पर फोड़ते हुए उन्हें प्रदेश अध्यक्ष के पद से हटा दिया था.
शाहनवाज़ आलम ने कहा कि जब आजमगढ़, बिजनौर, मुज़फ्फरनगर, मेरठ और बनारस में सीएए-एनआरसी विरोधी आंदोलनों में मुसलमानों की हत्याएं हुईं तब मायावती और अखिलेश कहीं नहीं गए. हर जगह सिर्फ़ कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ही जा कर लोगों से मिलीं.
उन्होंने कहा कि सपा और बसपा से नाराज़ चल रहे मुसलमानों को बहकाने के लिए ये दोनों पार्टियां भाजपा के इशारे पर ऐसी नौटंकियां करेंगी जिससे मुसलमानों को सावधान रहना होगा.