World Heart Day 2021: Use Heart to Connect. Heart care applications. Heart disease camp at Yashoda Super Specialty Hospital, Kaushambi on the occasion of World Heart Day 2021
A free heart disease camp at Yashoda Super Specialty Hospital, Kaushambi on the occasion of World Heart Day 2021
गाजियाबाद, 29 सितम्बर 2021. आज विश्व हृदय दिवस (world heart day in Hindi) के अवसर पर यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी में एक निशुल्क हृदय रोग शिविर लगाया गया जिसमें 100 से भी ज्यादा लोगों ने अपने हृदय की स्वास्थ्य जांच कराई। शिविर के साथ ही एक जागरूकता व्याख्यान का भी आयोजन किया गया।
हृदय रोगों से बचाव के लिए जागरूकता
यशोदा सुपर स्पेशलिटी हॉस्पिटल, कौशाम्बी के प्रिंसिपल इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ असित खन्ना (Principal Interventional Cardiologist Dr Asit Khanna) एवं वरिष्ठ इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट डॉ धीरेन्द्र सिंघानिया (Senior Interventional Cardiologist Dr Dhirendra Singhania) ने शिविर में आये मरीजों को देखा एवं हृदय रोगों से बचाव के लिए जागरूक किया।
विश्व हृदय दिवस 2021 की थीम | World Heart Day 2021 theme
डॉ असित खन्ना ने बताया कि 2021 की वर्ल्ड हार्ट डे की थीम "यूज हार्ट टू कनेक्ट" यानि अपने साथ-साथ अपने हृदय को भी जुड़ा हुआ रखें।
हृदय की देखभाल के लिए एप्लीकेशन (heart care applications)
डॉ खन्ना ने बताया कि अब सरकार ने वैधानिक तरीकों से बहुत सारे डिजिटल एप्प को मान्यता दे दी है जिनके माध्यम से डॉक्टर एवं मरीज दोनों हृदय की देखभाल कर सकते हैं और हृदय के रोगों से उपचार में मदद पा सकते है।
डॉ सिंघानिया ने बताया कि डिजिटल एप्प एवं प्लेटफॉर्म्स के माध्यम से हम विश्व के किसी भी कोने या किसी भी सुदूर गाँव में रह कर भी अपने हृदय की देखभाल कर सकते हैं और अपने हृदय रोग चिकित्सक से संपर्क में रह सकते हैं।
डॉक्टरों ने बताया कि हृदय को इ-कनेक्ट या डिजिटली कनेक्ट रखने के अनेकों फायदे हैं, जैसे कि हार्ट रेट (हृदय गति ) बढ़ने की निगरानी आसानी से की जा सकती है।
कार्डियोलॉजिस्ट के पास कब जाएं?
डॉक्टरों ने बताया कि हार्ट अटैक को अमूमन गैस की परेशानी समझा जाता रहा है लेकिन डिजिटल और इंटरनेट के माध्यम से लोग अब जागरूक हो रहे हैं और वे अपने लक्षणों को डिजिटल एप्प पर मिला कर यह निर्णय ले सकते हैं कि उन्हें कार्डियोलॉजिस्ट के पास जाना चाहिए या नहीं।
डॉ सिंघानिया ने कहा यह एक क्रांतिकारी परिवर्तन है जिससे मरीजों को बहुत फायदा पहुँच रहा है।
डॉ असित खन्ना ने कहा कि हमें हृदयाघात से बचने हेतु इमरजेंसी दवाएं और एप्प, हमेशा पाने पास रखनी चाहिए। यदि हृदयाघात की समस्या लगे तो हमेशा मदद के लिए पुकारना चाहिए और खुद कोई भी जोर जबरदस्ती या भारी काम, ड्राइविंग नहीं करनी चाहिए।
जागरूकता व्याख्यान में डॉक्टरों ने बताया कि अव्यवस्थित जीवनशैली, खराब खानपान, चिंता, मोटापे से कई बीमारियां होती हैं। मधुमेह, कोलेस्ट्रॉल, यूरिक एसिड के साथ ही दिल की बीमारियों का खतरा भी बहुत बढ़ गया है। बदलते समय के साथ युवाओं को भी यह बीमारी अपनी चपेट में ले रही है।
विश्व हृदय दिवस पर विशेषज्ञों ने बताया कि हम किस तरह सही खानपान और नियमित व्यायाम कर अपने दिल का मजबूत बना सकते हैं।
शिविर में रामप्रस्थ आर डब्लू ए के प्रेजिडेंट श्री वी पी शर्मा, सूर्य नगर आर डब्लू ए के सेक्रेटरी श्री एच एस सोलंकी, श्री जसवंत सिंह सेक्रेटरी चंदरनगर आर डब्लू ए , सुधीर श्रीवास्तव, सेक्रेटरी शिप्रा सनसिटी, त्रिलोक अरोरा , ट्रेजरार रामपुरी आर डब्लू ए, श्री आशीष मेहरा, सेक्रेटरी उदयगिरि टॉवर, कौशाम्बी आर डब्लू ए प्रमुख रूप से मौजूद थे।