संयुक्त राष्ट्र प्रमुख का कहना है कि 'सभी को लाभ पहुंचाने' के लिए एआई के लिए विनियमन आवश्यक है
UN chief says regulation needed for AI to ‘benefit everyone’
नई दिल्ली, 06 जुलाई 2023. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने कहा है कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता यानि AI का विकास, सर्वजन की भलाई की ख़ातिर करने के लिए, ऐसे दिशा-निर्देशों की ज़रूरत है जिनकी बुनियाद मानवाधिकारों, पारदर्शिता और जवाबदेही पर टिकी हो.
यूएन महासचिव ने ज़ोर देकर कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) सभी के लिए लाभान्वित होनी चाहिए, जिनमें मानवता का ऐसा लगभग एक तिहाई हिस्सा भी शामिल है जिसके पास अभी ऑनलाइन साधन उपलब्ध नहीं हैं.
उन्होंने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (Artificial Intelligence AI) के विकास के लिए दिशा-निर्देशक मानकों व नियमों पर तत्काल सहमति बनाए जाने की भी आवश्यकता है.
यूएन प्रमुख ने ये बात जिनीवा में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) भलाई के लिए सम्मेलन “AI for Good” summit में कही, जिसका आयोजन अन्तरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) ने गुरूवार, 6 जून को जिनीवा में किया.
इस सम्मेलन में देशों की सरकारों, सिविल सोसायटी, यूएन एजेंसियों, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) अन्वेषकों और निवेशकों ने शिरकत की.
इस सम्मेलन में ऐसे उपाय खोजने पर ख़ास ध्यान दिया गया कि जिनसे, टिकाऊ विकास लक्ष्यों की प्राप्ति में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रयोग करने में मदद मिल सके.
एसडीजी को फिर पटरी पर लाना होगा
अन्तरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ (ITU) की महासचिव डोरीन बैगडैन-मार्टिन ने इस सम्मेलन में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के नुक़सानों की रोकथाम व उनके प्रभाव को कम करने के साथ-साथ, उसकी पूर्ण सम्भावनाओं और क्षमताओं का प्रयोग सुनिश्चित करने की ख़ातिर वैश्विक सहयोग की पुकार लगाई है.
उन्होंने कहा कि विश्व ने टिकाऊ विकास लक्ष्यों (SDGs) की प्राप्ति के लिए जो समय सीमा निर्धारित की थी, उसका आधा समय निकल चुका है और दुनिया इस मुहिम में पटरी से उतरी हुई है, इसलिए इस दिशा में प्रगति बढ़ाने के लिए, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का प्रयोग करना अब “हमारी ज़िम्मेदारी है”.
आईटीयू प्रमुख डोरीन ने कहा कि एक आदर्श परिदृश्य तो ये होगा कि हम, कैंसर और अल्ज़ाइमर जैसी बीमारियों के उपचार तलाश करने, स्वच्छ ऊर्जा उत्पादन बढ़ाने और फ़सलों की उपज वृद्धि में किसानों की मदद करने में, कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) के लाभ सफलतापूर्वक उठा सकेंगे.
AI के जोखिमों में वृद्धि
अन्तरराष्ट्रीय दूरसंचार संघ की महासचिव ने ये भी कहा कि हालाँकि एक ऐसा स्याह भविष्य भी सम्भव है, जिसमें कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) रोज़गारों को तबाह कर देगी और दूस्सूचना के अनियंत्रित प्रसार को समर्थ बना देगी, या जहाँ केवल धनी देश ही, प्रौद्योगिकी के लाभ हासिल कर सकेंगे.
यूएन मानवाधिकार प्रमुख वोल्कर टर्क ने भी, सृजनात्मक AI में बहुत तेज़ व अनियंत्रित बढ़त के बारे में, इस वर्ष के आरम्भ में आगाह किया था. उन्होंने कहा था कि “इनसान का वजूद, मानव गरिमा और मानवाधिकार गम्भीर ख़तरे में हैं.”
वोल्कर टर्क ने साथ ही, देशों की सरकारों और व्यवसायों से, प्रौद्योगिकी विकास को सही दिशा में आगे ले जाने की पुकार लगाई थी.
एक ऐतिहासिक क्षण
आईटीयू प्रमुख डोरीन ने ज़ोर देकर कहा कि ये एआई सम्मेलन एक ऐसे ऐतिहासिक दौर में हो रहा है जब, एआई प्रशासन को आगे बढ़ाने और इसका समावेशी, सुरक्षित व ज़िम्मेदार प्रयोग सुनिश्चित करने की बहुत ज़रूरत है.
उन्होंने कहा, “कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) का भविष्य अभी लिखा जाना है.”
नवाचारी रोबोट
इस सम्मेलन में “Robots for Good” हिस्से के दौरान, 50 से ज़्यादा रोबोट प्रस्तुत किए जाएंगे.
उनके अन्वेषक ये प्रदर्शित करेंगे कि ये रोबोट किस तरह से लोगों के स्वास्थ्य में मदद कर सकते हैं, उन्हें शैक्षणिक सेवाएँ उपलब्ध करा सकते हैं, विकलांगता वाले लोगों की मदद कर सकते हैं, अपशिष्ट को कम कर सकते हैं और आपदाओं के दौरान आपात कार्रवाई में सहायता कर सकते हैं.
शुक्रवार को एक प्रैस वार्ता भी होगी जिसमें कुछ मानवीकृत रोबोट, सवालों के जवाब देंगे.
(स्रोत- संयुक्त राष्ट्र समाचार)