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संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने गैबॉन में सैन्य तख्तापलट की कड़ी निंदा की, चुनावी धांधली की खबरों पर चिंता जताई

गेबॉन की राजधानी लिब्राविल में सैन्य तख़्तापलट होने की यह घोषणा, सैन्य अधिकारियों के एक समूह द्वारा की गई, जिन्होंने पिछले सप्ताहान्त हुए चुनाव के नतीजों को निरस्त कर दिया है और राजसत्ता संस्थाओं को भंग करने की बात कही है.

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hastakshep
31 Aug 2023
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UN Secretary General strongly condemned the military coup in Gabon, expressed concern over reports of electoral rigging

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नई दिल्ली, 31 अगस्त 2023. संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस (United Nations Secretary General Antonio Guterres) ने गेबॉन में सैन्य तख़्तापलट (military coup in Gabon) की कठोर निन्दा की है. साथ ही, उन्होंने देश में चुनावी प्रक्रिया के दौरान बुनियादी स्वतंत्रताओं के गम्भीर उल्लंघन की ख़बरों पर चिन्ता व्यक्त की है.

स्टीफन डुजारिक (Stéphane Dujarric, Spokesperson for the UN Secretary-General) ने बुधवार को पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि महासचिव गुटेरेस गेबॉन में बदलते हुए घटनाक्रम पर क़रीबी नज़र बनाए हुए हैं.

यूएन के शीर्षतम अधिकारी ने चुनाव-पश्चात उपजे संकट को सुलझाने के ज़रिये के तौर पर सैन्य तख़्तापलट की कोशिश को कठोर निन्दा की है. मगर, उन्होंने देश में बुनियादी स्वतंत्रताओं के गम्भीर उल्लंघन की ख़बरों के बीच चुनाव नतीजों को घोषित किए जाने पर भी गहरी चिन्ता प्रकट की है.

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बोले यूएन महासचिव गुटेरेस, जलवायु प्रभाव शमन की योजना पुन:परिभाषित करें देश

गेबॉन की राजधानी लिब्राविल में सैन्य तख़्तापलट होने की यह घोषणा, सैन्य अधिकारियों के एक समूह द्वारा की गई, जिन्होंने पिछले सप्ताहान्त हुए चुनाव के नतीजों को निरस्त कर दिया है और राजसत्ता संस्थाओं को भंग करने की बात कही है.

तीन वर्षों में अफ्रीकी देशों में सैन्य तख़्तापलट की आठवीं घटना

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वर्ष 2020 के बाद पश्चिम और मध्य अफ़्रीका में स्थित देशों में सैन्य तख़्तापलट की यह आठवीं घटना है.

यूएन प्रवक्ता ने कहा कि “महासचिव गुटेरेश ने सैन्य तख़्तापलट के प्रति अपना सख़्त विरोध प्रकट किया है.”

प्राप्त समाचारों के अनुसार, सैन्य तख़्तापलट में शामिल अधिकारियों ने राष्ट्रपति अली बोन्गो ओनडिम्बा को घर में नज़रबन्द कर दिया है, जिसे देश में पाँच दशकों से लम्बे समय से जारी परिवारवादी शासन का अन्त माना जा रहा है.

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वर्तमान राष्ट्रपति बोन्गो के पिता ओमार बोन्गो ओनडिम्बा ने वर्ष 1967 में सत्ता की बागडोर सम्भाली. उनकी मृत्यु होने के बाद 2009 में उनके बेटे सत्तासीन हुए.

2016 में विवादित चुनावों में राष्ट्रपति बोन्गो की जीत के बाद हिंसा व अशान्ति उपजी, और फिर 2019 में भी सैन्य तख़्तापलट की कोशिश की गई, जो विफल साबित हुई.

सैन्य अधिकारियों ने देश को कथित तौर पर संस्थागत, राजनैतिक, आर्थिक व सामाजिक संकट से ग्रस्त बताया है और अपने समूह को संस्थाओं की पुनर्बहाली और संक्रमणकाल के लिए समिति का नाम दिया है.

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फ़िलहाल, वर्तमान सरकार से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है और यह स्पष्ट नहीं है कि राष्ट्रपति बोन्गो को कहाँ रखा गया है.

गेबॉन को पिछले वर्ष संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में दो वर्षीय कार्यकाल के रूप में चुना गया था. 

संवाद व संयम की पुकार

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यूएन महासचिव गुटेरेस ने अपने वक्तव्य में सभी सम्बद्ध पक्षों से संयम बरतने, समावेशी और अर्थपूर्ण संवाद का हिस्सा बनने का आग्रह किया है और कहा है कि क़ानून के राज व मानवाधिकारों का पूर्ण रूप से सम्मान किया जाना होगा.

यूएन महासचिव गुटेरेस ने गेबॉन की राष्ट्रीय सेना और सुरक्षा बलों से गेबॉन गणराज्य के राष्ट्रपति और उनके परिवारजनों की सुरक्षा गारंटी देने का अनुरोध किया है.

यूएन महासचिव गुटेरेस ने भरोसा दिलाया है कि संयुक्त राष्ट्र, गेबॉन की जनता के साथ खड़ा है.

गेबॉन में संयुक्त राष्ट्र के 81 अन्तरराष्ट्रीय कर्मचारी और 163 राष्ट्रीय कर्मचारी सेवारत हैं, और अब तक प्राप्त जानकारी के अनुसार सभी कर्मचारी व उनके परिजन सुरक्षित हैं.

(स्रोत: संयुक्त राष्ट्र समाचार)

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