Advertisment

‘घर से दूर, उम्मीद का दामन’ : जबरन विस्थापन के पीड़ितों के साथ एकजुटता के लिए UNHCR का अभियान

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने एक नई वैश्विक मुहिम शुरू की है, जिसमें युद्ध, हिंसा और उत्पीड़न की भयावहता से बचकर शरण की तलाश करने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए एकजुटता और प्रतिबद्धता दर्शाने का आहवान किया गया है.

author-image
hastakshep
07 Sep 2023
UNHCR campaign in solidarity with victims of forced displacement

UNHCR campaign in solidarity with victims of forced displacement

UNHCR campaign in solidarity with victims of forced displacement

Advertisment

नई दिल्ली, 07 सितंबर 2023. संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी – UNHCR ने एक नई वैश्विक मुहिम शुरू की है, जिसमें युद्ध, हिंसा और उत्पीड़न की भयावहता से बचकर शरण की तलाश करने वाले लोगों के अधिकारों की रक्षा करने के लिए एकजुटता और प्रतिबद्धता दर्शाने का आहवान किया गया है.

दुनिया भर में 11 करोड़ लोग जबरन विस्थापन

‘घर से दूर, उम्मीद का दामन’ (Hope away from home) नामक ये मुहिम वैश्विक स्तर पर जबरन विस्थापन के रिकॉर्ड स्तर की पृष्ठभूमि में शुरू की गई है, जिससे 11 करोड़ लोग प्रभावित हुए हैं. 

Advertisment

उभार पर हैं शरणार्थी विरोधी भावनाएँ 

यूएन एजेंसी के अनुसार, बढ़ती पाबन्दियों, और स्थाई समाधानों व फिर से बसने की घटती सम्भावनाओं के कारण विश्व के विभिन्न क्षेत्रों में शरण हासिल करने के विकल्पों में कमी आ रही है. 

कुछ स्थानों पर, शरणार्थी विरोधी भावनाएँ उभार पर हैं, शरण सम्बन्धी दायित्वों से पीछे हटा जा रहा है, भेदभाव और विदेशियों के प्रति नापसन्दगी व डर बढ़ रहा है, और शरण तलाश करने वाले लोगों को प्रवेश देने के लिए नीतियों को सख़्त बनाया जा रहा है. 

Advertisment
विस्थापितों के लिए शरण के घटते विकल्प

शरण के लिए नियमित व सुरक्षित रास्तों की कमी के कारण अपने घर से विस्थापित होने वाले लोगों के लिए सुरक्षित क्षेत्रों तक पहुँचना और अपने बुनियादी अधिकारों इस्तेमाल कर पाना और कठिन हो जाता है. 

इसके परिणामस्वरूप, हताशा भरी परिस्थितियों में सुरक्षित शरण की तलाश में हज़ारों लोग, ख़तरनाक भूमि और समुद्री मार्गों से जोखिम भरी यात्राएँ करने के लिए मजबूर होते हैं.

Advertisment
शरणार्थियों के साथ हो सहानुभूति

यूएन शरणार्थी एजेंसी के अन्तरराष्ट्रीय संरक्षण प्रभाग की निदेशक, एलिज़ाबेथ टैन ने बताया कि, “संघर्ष, हिंसा और उत्पीड़न से भाग रहे लोगों से सहानुभूति और करुणा के साथ मिला जाना चाहिए, ना कि बाधाओं, पाबन्दियों और भेदभाव के साथ, जिनका आज की दुनिया में कोई स्थान नहीं है.” 

“उन्हें सुरक्षा और संरक्षण की ज़रूरत है, और यह अन्तरराष्ट्रीय समुदाय की ज़िम्मेदारी है कि स्थायी समाधान खोजने के लिए वो एकजुट हो, ताकि लोगों के लिए सुरक्षा व सम्मान से रहना सम्भव हो सके.”

Advertisment

एकजुटता का आग्रह

अनेक देशों और समुदायों ने शरणार्थियों का स्वागत और उनका संरक्षण सुनिश्चित किया है, जिससे उन्हें अपना जीवन फिर से शुरू करने और अपने मेज़बान समाजों में महत्वपूर्ण योगदान देने में मदद मिली है.

इस क्रम में, यूएन एजेंसी ने अधिक संख्या में देशों से इसका अनुसरण करने और अन्य देशों के साथ एकजुटता दिखाने का आग्रह किया है. विशेष रूप से, निम्न और मध्यम आय वाले देशों से जहाँ विश्व के अधिकांश शरणार्थी शरण लेने के लिए पहुँचते हैं.

Advertisment

यूएन शरणार्थी संगठन ने अपनी नई मुहिम के ज़रिये वैश्विक सहयोग को मज़बूती प्रदान करने की अपील की है ताकि, अन्तरराष्ट्रीय सहयोग, क़ानूनी सुधारों, नीतिगत परिवर्तन के ज़रिए, बढ़ती वैश्विक एकजुटता को ठोस कार्रवाई और समाधानों में बदला जा सके. 

अहम क्षेत्रों में कार्रवाई

UNHCR और उसके साझेदार संगठनों द्वारा अगले तीन वर्षों में, इस अभियान के माध्यम से, पाँच प्रमुख क्षेत्रों में क़ानून और नीतिगत परिवर्तनों पैरवी की जाएगी:

Advertisment

- सुरक्षित क्षेत्र तक पहुँच सुनिश्चित करना और यात्रा कर रहे लोगों की हिंसा से रक्षा करना 

- मानवाधिकारों, गरिमा और समावेशिता के अनुरूप शरणार्थियों के लिए उपयुक्त माहौल व व्यवहार सुनिश्चित करना

- शरणार्थी सन्धि पर सहमत होना, और न्यायसंगत व दक्षतापूर्ण शरण प्रक्रियाओं को स्थापित करना

- फिर से बसाए जाने समेत, स्थाई समाधानों के लिए सुलभता बढ़ाना

  • बड़ी संख्या में शरणार्थी आबादी की मेज़बानी करने वाले देशों व समुदायों के साथ एकजुटता दर्शाना

(स्रोत: संयुक्त राष्ट्र समाचार)

Advertisment
सदस्यता लें