UNICEF report reveals that African children are bearing the brunt of climate impacts.
Children in Africa are among the most at risk of the impacts of climate change but are neglected by the key climate financing, according to the latest UNICEF report.
जलवायु और पर्यावरण
नई दिल्ली, 02 सितंबर 2023. संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (UNICEF) की एक नई रिपोर्ट के अनुसार, अफ़्रीका में बच्चों पर जलवायु परिवर्तन का गम्भीर असर होने का जोखिम (Children in Africa at risk of serious impacts from climate change) है, मगर उनके पास जलवायु अनुकूलन, जीवन रक्षा और संकट से निपटने के लिए पर्याप्त वित्तीय संसाधनों का अभाव है।
केन्या की राजधानी नैरोबी में अगले सप्ताह होने वाली ‘अफ़्रीकी जलवायु शिखर बैठक’ से ठीक पहले इस रिपोर्ट को जारी किया गया है, जहाँ हिस्सा लेने के लिए नेता एकत्र हो रहे हैं।
रिपोर्ट बताती है कि 49 में से 48 अफ़्रीकी देशों में बच्चों पर जलवायु परिवर्तन के प्रभावों की चपेट में आने का अधिक या बहुत अधिक जोखिम है।
चक्रवाती तूफ़ानों, ताप लहरों और अन्य जलवायु व पर्यावरणीय व्यवधान से प्रभावित क्षेत्रों में उनके निवास स्थान, मौजूदा सम्वेदनशीलताओं और अति-आवश्यक सेवाओं की सुलभता के आधार पर इसे आंका गया है।
मध्य अफ़्रीकी गणराज्य, चाड, नाइजीरिया, गिनी, सोमालिया और गिनी-बिसाउ में रहने वाले बच्चों पर सर्वाधिक जोखिम है.
सहायता धनराशि बढ़ाने का यूनीसेफ़ ने किया आग्रह
यूनीसेफ़ के अनुसार, इन चुनौतियों के बावजूद वैश्विक जलवायु मद में कुल धनराशि में से केवल 2.4 प्रतिशत ही बच्चों पर लक्षित है, और प्रति वर्ष औसतन सात करोड़ डॉलर व्यय किया जाता है।
यूएन बाल कोष ने क्षोभ प्रकट करते हुए कहा कि जलवायु परिवर्तन के कठोर प्रभावों का ख़ामियाज़ा अफ़्रीकी समाज के सबसे युवा सदस्यों को भुगतना पड़ रहा है।
इसके मद्देनज़र, इस आबादी समूह की सहायता के लिए वित्तीय संसाधन उपलब्ध कराए जाने पर बल दिया गया है ताकि वे जलवायु-जनित व्यवधानों से निपटने में सक्षम हो सकें।
चुनौतियाँ व समाधान : जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति बच्चे क्यों अधिक संवेदनशील होते हैं?
विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के प्रभावों के प्रति वयस्कों की तुलना में बच्चे अधिक सम्वेनशील होते हैं।
बाढ़, सूखा, तूफ़ान और ताप लहरों समेत अन्य जोखिमों का सामना करने के लिए शारीरिक क्षमता कम होती है और विषैले पदार्थों, जैसे कि सीसा और प्रदूषण के अन्य प्रकारों का भी उन पर अधिक असर होता है।
स्वास्थ्य व पोषण, जल, साफ़-सफ़ाई व स्वच्छता, शिक्षा और अन्य अहम क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण सेवाओं की सुलभता में पेश आने वाली चुनौतियों के कारण उनकी निर्बलता को और बढ़ाती है।
यूएन विशेषज्ञों का मानना है कि दीर्घकालीन बदलाव लाने और सततता प्रयासों में बच्चों और युवजन की अहम भूमिका है, जिसके मद्देनज़र उन्हें नीतिगत व वित्तीय उपायों के साथ-साथ अन्य जलवायु समाधानों का हिस्सा बनाया जाना होगा।
अफ़्रीकी जलवायु शिखर बैठक के बारे में
अफ़्रीका क्षेत्र के लिए जलवायु शिखर बैठक आगामी 4-6 सितम्बर को आयोजित होगी, जिसमें महाद्वीप पर स्थित देशों के नेता हिस्सा लेने के लिए जुट रहे हैं।
बैठक के दौरान जलवायु कार्रवाई में निवेश बढ़ाए जाने पर ज़ोर दिए जाने समेत अन्य मुद्दों पर चर्चा होगी।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम की कार्यकारी निदेशक इन्गेर ऐंडरसन इस शिखर बैठक में 20 अन्य राष्ट्राध्यक्षों, सरकार प्रमुखों व अन्य विश्व नेताओं के साथ भाग लेंगे।
यह शिखर बैठक, अफ़्रीका जलवायु सप्ताह के दौरान आयोजित हो रही है। यह एक वार्षिक आयोजन है, जिसमें सरकारों, व्यवसायों, अन्तरराष्ट्रीय संगठनों और नागरिक समाज के प्रतिनिधि एक साथ आकर जलवायु चुनौती से निपटने के उपायों की तलाश करते हैं।
<blockquote class="twitter-tweet"><p lang="en" dir="ltr">BREAKING: Children in Africa are among the most at risk of the impacts of climate change but are neglected by the key climate financing, according to our latest report. <br><br>It’s time to act, <a href="https://twitter.com/hashtag/ForEveryChild?src=hash&ref_src=twsrc%5Etfw">#ForEveryChild</a>. <a href="https://t.co/vVE0h4Ebre">https://t.co/vVE0h4Ebre</a></p>— UNICEF Africa (@UNICEFAfrica) <a href="https://twitter.com/UNICEFAfrica/status/1697553036493897808?ref_src=twsrc%5Etfw">September 1, 2023</a></blockquote> <script async src="https://platform.twitter.com/widgets.js" charset="utf-8"></script>
(स्रोत: संयुक्त राष्ट्र समाचार)