Modi's visit to Bangladesh to increase the business empire of Ambani and Adani?
Is Prime Minister Narendra Modi's visit to Bangladesh really aimed at expanding the business empires of Ambani and Adani?
नई दिल्ली। क्या प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बांग्लादेश यात्रा का असल मकसद अंबानी और अडाणी के व्यापारिक साम्राज्य को बढ़ाना है?
जाहिरा तौर पर ऐसा न हो, पर मोदी की बांग्लादेश यात्रा के एजेंडे में एक प्रमुख एजेंडा यह भी शामिल हो सकता है।
मीडिया रिपोर्ट्स में एक एजेंसी के हवाले से खबरें प्रकाशित हुई हैं कि अनिल अंबानी समूह की कंपनी रिलायंस पावर और अडाणी समूह बांग्लादेश में दो बिजली संयंत्र लगाने में करीब पांच अरब डालर का निवेश करने के लिए समझौतों पर हस्ताक्षर करने को तैयार हैं।
सूत्रों के हवाले से इस खबर में कहा गया है कि दोनों समूह बांग्लादेश के बिजली विकास बोर्ड के साथ अलग- अलग सहमति पत्रों पर हस्ताक्षर करेंगे।
रिलायंस पावर करीब तीन अरब डालर के निवेश से आयातित एलएनजी पर आधारित 3,000 मेगावाट का बिजली संयंत्र लगाएगी, जबकि अडाणी समूह दो अरब डालर के निवेश से महेशखली के दक्षिणी बांग्लादेशी द्वीप पर 1,600 मेगावाट का ताप बिजली संयंत्र लगाएगा।
इससे पहले भी खबरें आई थीं कि मोदी की चीन यात्रा से अंबानी के कारोबार में बढ़ोत्तरी हुई और आस्ट्रेलिया यात्रा से अडाणी समूह का कारोबार बढ़ा। मोदी की विदेश यात्राओं से भारत में कितना विदेशी पूंजी निवेश हुआ, इसका कोई आंकड़ा अभी तक नहीं मिल सका है, लेकिन अंबानी-अ़डाणी समूह के कारोबार में बढ़ोत्तरी के समाचार अवश्य हैं।
कुछ दिन पहले ही माकपा सांसद सुभाषिनी अली ने आरोप लगाया था कि मोदी की मंगोलिया यात्रा अडाणी को कोयला व्यापार कराने के लिए की गई थी।