“इंकलाब” में ख़बर छपी तो बदायूँ के सांसद को नजीब के लिए 24 दिन बाद वक्त मिला
नई दिल्ली। आखिरकार बदायूँ के सांसद धर्मेन्द्र यादव को 24 दिनों से लापता जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीब अहमद के लिए समय मिल ही गया। सांसद ने राज्यसभा सदस्य जावेद अली खान के साथ गृह मंत्री राजनाथ सिंह व दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात की।
धर्मेन्द्र यादव ने अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर फोटो पोस्ट करते हुए लिखा – “आज बदायूँ निवासी जवाहर लाल नेहरू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र नजीव अहमद के परिजनों के साथ माननीय ग्रह मन्त्री भारत सरकार व महामहिम उपराज्यपाल दिल्ली से लापता छात्र की सकुशल वापसी के लिए मुलाक़ात की।“
बता दें, 24 दिनों तक सांसद ने इस प्रकरण पर चुप्पी लगाई हुई थी जिसकी सोशल मीडिया पर आलोचना हो रही थी।
वरिष्ठ पत्रकार अमलेन्दु उपाध्याय ने अपनी फेसबुक टाइमलाइन पर बीती 6 नवंबर 2016 को रात्रि 11:19 पर निम्न स्टेटस अपडेट किया था – “पहले रोहित की माँ को सड़कों पर घसीटा था आज नजीब की माँ को? 23 दिनों से लापता छात्र नजीब के लिए प्रदर्शन कर रहे जेएनयू छात्रों को दिल्ली पुलिस ने हिरासत में लिया नजीब बदायूँ का रहने वाला है। ... क्या बदायूँ के सांसद इन 23 दिनों में 23 सेकंड भी नजीब के लिए निकाल पाए? किसी को ख़बर हो तो ज्ञानवर्धन करें। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल नजीब के लापता होने के मामले में आज राष्ट्रपति से मिल आए। मणिशंकर अय्यर, शशि थरूर जेएनयू जा चुके। बदायूँ के सांसद कहाँ हैं ? क्या नजीब का बदायूँ से कोई रिश्ता नहीं ?”
इसके बाद आज रोज़नामा इंकलाब ने “नजीब के लिए बदायूँ के एमपी के पास वक्त नहीं- उपाध्याय” शीर्षक से ख़बर प्रकाशित की थी।
इसके बाद आज बदायूँ के सांसद को समय मिल गया और उन्होंने गृहमंत्री व उपराज्यपाल से मुलाकात की।
बता दें नजीब अहमद, बदायूँ (उत्तर प्रदेश) के वैदों टोला मोहल्ले का रहने वाला है। बदायूँ से धर्मेन्द्र यादव सासंद हैं, जो उप्र के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई हैं।