नई दिल्ली, 7 सितम्बर। हरियाणा के जीन्द जिले के बनियाखेड़ा गाँव की दलित युवती के साथ बलात्कार एवं हत्या तथा बिहार के रोहतास जिले में बाड़ी गाँव में 15 अगस्त को दबंगों द्वारा किये गये हमले में एक दलित नेता की हत्या की घटना के विरोध में ‘‘दलितों पर अत्याचार विरोधी समन्वय समिति’’ के द्वारा जन्तर-मन्तर पर धरना दिया गया तथा केन्द्रीय गृहमंत्री को ज्ञापन सौंपा गया।
बताते चलें कि 24 अगस्त, 2013 को हरियाणा के जिला जींद में बनियाँ खेड़ा की 20 वर्षीय सुश्री कॉफी देवी नामक युवती की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गयी थी। आयोजकों ने बताया कि 24 अगस्त को सुश्री कॉफी देवी जे.बी.टी. के पेपर देने के लिये अपने गाँव से करीब 12 बजे दोपहर जिला जींद के हाई स्कूल में पेपर देने गयी थी। 24 अगस्त को ही करीब 4 बजे सायं एक व्यक्ति ने युवती के पिता की फोन द्वारा सूचित किया कि सुश्री कॉफी देवी का रोल नम्बर, पर्स एवं अन्य कागजाद जींद नहर के किनारे बिखरे पड़े है। युवती के पिता पुलिस के पास पहुँचे। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया, कह दिया कि अपनी लड़की को आप स्वयं ढूँढिये। स्वयं पिता जी एवं अन्य परिजनों ने युवती की तलाश की तो अगले दिन 25 अगस्त, 2013 को नहर के पास ही झाडियों में युवती की क्षत-विक्षत हालात में लाश बरामद हुयी। लाश की गर्दन टुटी हुयी थी, जलती सिगरेट से शरीर पर निशान दागे हुये थे हाथ पैरो छाती व सिर पर चोट के निशान थे। धरने के आयोजकों के मुताबिक 25 अगस्त, 2013 को प्रात 8 बजे लाश मिलने के बाद युवती के पिता अन्य परिवार जनों सहित जींद सिटी थाने पहुँचे और एफ.आई.आर. नं0 681, दिनाँक 25/08/2013, धारा-302/376 दर्ज करवायी गयी।
ज्ञापन में माँग की गयी कि जीन्द की घटना में हरियाणा पुलिस द्वारा दोषियों को बचाने का प्रयास साफ नजर आ रहा है, इसलिये इस घटना की जाँच हरियाणा व पंजाब हाई कोर्ट की निगरानी में सी.बी.आई. से कराई जाये। इसी तरह, बिहार के रोहतास जिले के बाड़ी गाँव में दलित नेता की हत्या और व 53 लोगों को घायल करने के मामले मुख्य आरोपियों को तुरन्त गिरफ्तार किया जाये और दलित परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाये। सवर्ण भूस्वामी ताकतों द्वारा जातीय गोलबन्दी कर दलितों के खिलाफ बनाये जा रहे दहशत के माहौल के मद्देनजर सरकार त्वरित कार्यवाही करे और दलित परिवारों को सुरक्षा की गारंटी दे।
‘दलितों पर अत्याचार विरोधी समन्वय समिति’’ के बैनर तले विभिन्न प्रगतिशील, जनवादी व क्रांतिकारी संगठनों ने धरने में भाग लिया। धरने को भाकपा(माले), न्यू डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया, विकल्प, जाति विरोधी संगठन, मूल प्रवाह, अखिल भारत नेपाली एकता समाज, इन्कलाबी मजदूर केन्द्र, संहति, ए.आई.एफ.टी.यू. (न्यू), ए.आई.पी.एल.आर. पीप्युल फ्रन्ट के प्रतिनिधियों ने सम्बोधित किया।
ज्ञापन इस प्रकार है
सेवा में,
माननीय केन्द्रीय गृहमंत्री
(भारत सरकार)
नार्थ ब्लाक, नई दिल्ली-110001
विषयः- हरियाणा के जिला जींद के गाँव बनियाँखेड़ा की दलित युवती के गैंगरेप और हत्या एवं बिहार के जिले रोहतास के गाँव झाड़ी में एक दलित पर सामूहिक हमला, जिसमें एक दलित, विलासराज की मौत एवं कई घायल जिसमें बच्चे व महिलाऐं भी शामिल है के विरोध में ज्ञापनः-
महोदय,
1. 24 अगस्त, 2013 को हरियाणा के जिला जींद में बनियाँखेड़ा की 20 वर्षीय सुश्री कॉफी देवी नामक युवती की गैंगरेप के बाद हत्या कर दी गयी है।
2. 24 अगस्त को सुश्री कॉफी देवी जे.बी.टी. के पेपर देने के लिये अपने गाँव से करीब 12 बजे दोपहर जिला जींद के हाई स्कूल में पेपर देने गयी थी। 24 अगस्त को ही करीब 4 बजे सायं एक व्यक्ति ने युवती के पिता की फोन द्वारा सूचित किया कि सुश्री कॉफी देवी का रोल नम्बर, पर्स एवं अन्य कागजाद जींद नहर के किनारे बिखरे पड़े है। युवती के पिता पुलिस के पास पहुँचें। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज करने से इन्कार कर दिया, कह दिया कि अपनी लड़की को आप स्वयं ढूढिये। स्वयं पिता जी एवं अन्य परिजनों ने युवती की तलाश की तो अगले दिन 25 अगस्त, 2013 को नहर के पास ही झाडियाँ में युवती की क्षत-विक्षत हालात में लाश बरामद हुयी। लाश की गर्दन टुटी हुयी थी, जलती सिगरेट से शरीर पर निशान दागे हुये थे हाथ पैरो छाती व सिर पर चोट के निशान थें।
3. 25 अगस्त, 2013 को प्रात 8 बजे लाश मिलने के बाद युवती के पिता अन्य परिवार जनो सहित जींद सिटी थाने पहुँचे और एफ.आई.आर. नं0 681, दिनाँक 25/08/2013, धारा-302/376 दर्ज करवायी गयी।
4. एफ.आई.आर. के बाद पुलिस नेे गैंगरेप की पुष्टि के लिये त्ळ.1हाॅस्पीटल रोहतक में युवती का दिनाँक 27.08.2013 को पोस्टमार्टम करवाया, पोस्टमार्टम की रिपोर्ट में गैंग रैप की पुष्टि से इन्कार कर दिया गया। पुलिस का कहना है, कि डॉक्टरी रिपोर्ट के अनुसार युवती ने सल्फर खाकर आत्महत्या कर ली है। युवती के परिवार वालों ने इस रिपोर्ट को गलत बताया है, कहा है कि जिन परिस्थियों में लाश बरामद हुयी है और लाश की जो हालात बनायी गयी है, जिसका विवरण ऊपर दिया गया हैं। यह आत्महत्या का मामला नही हैं।
5. दिनाँक 30.08.2013 को सुश्री कॉफी देवी के घरवालों ने दिल्ली एम्स में पोस्टमार्टम करवाने की माँग उठायी। अभी तक एम्स रिपोर्ट, घर वालों को हरियाणा पुलिस ने नहीं दी है। घरवालों की तरफ से रिपोर्ट लेने के लिये प्रयास जारी है।
6. 15 अगस्त 2013 को बिहार के जिला रोहतास के गाँव बाड़ी में दलितों पर सामूहिक हमला जिसमें एक दलित की हत्या और 60 लोग घायल है यह हमला बिहार की दबंग जाति राजपूतों द्वारा किया गया है। बाॅडी़ गाँव में दलित समुदाय के लोग 15 अगस्त को संत रविदास की मूर्ति के पास राष्ट्रीय ध्वज फहराने का आयोजन कर रहे थे, उनके बगल में ही जान बूझ कर राजपूत जाति के लोग भी रविदास की मूर्ति के पास ही झंड़ा रोहण के लिये आ पहुँचे। दलितों ने इसका विरोध किया। इस बात की सूचना बाड़ी थाना में दी गयी। राजपूत, संत रविदास की मूर्ति की जगह पर 1857 में ब्रिटिश हकुमत के खिलाफ आजादी के सघंर्ष में शहीद हुए निशान सिंह की मूर्ति लगाना चाहते थे। क्योंकि निशान सिंह के नाम पर बगल में पाँच एकड़ में एक स्कूल हैं। दलितों का कहना था कि निशान सिंह की मूर्ति किसी अन्य जगह पर स्थपित कर ली जाये। लेकिन राजपूत उसी जगह पर निशान सिंह की मूर्ति स्थापित करना चाहते हैं। इस झगडे में राजपूत हथियारों लेकर आ गये और दलितों पर हमला कर दिया गया।
7. इस हमले में एक दलित नेता विलासराज मारे गये और 53 लोग, जिनमें, महिलायें, बच्चे, बूढ़े जवान, शामिल थे घायल हुए। यह हमला स्थानीय पुलिस की मौजूदगी में ही हुआ। ससाराम जिला में सभी घायल लोग को भर्ती करवाया गया। राजपूतों ने इस हमले में रविदास की मूर्ति को भी तोड़ दिया। जिसकी पुनर्स्थापना प्रशासन द्वारा करवायी गयी है।
उपरोक्त दोंनो मामलो में बिहार व हरियाणा पुलिस आरोपियों के साथ खड़ी हैं। हरियाणा की घटना में अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुयी है। और बिहार पुलिस से अभी मुख्य आरोपियों को गिरफ्तार नही किया गया हैं।
हम यह माँग करते हैं किः-
1. हरियाणा के मामले में हरियाणा, पंजाब हाईकोर्ट की निगरानी में सी.बी.आई. द्वारा जाँच।
2. दोषियों को तुरन्त गिरफ्तार किया जाये।
3. रोहतास जिला बिहार के मामले में मुख्य आरोपियों को तुरन्त गिरफ्तार किया जाये।
4. बिहार व हरियाणा सरकार दलितों की सुरक्षा की गारन्टी करे।
5. दलित समुदाय के पीडि़त परिवारों को उचित मुआवजा दिया जाये।
हम हैं :-
विकल्प, एन.डी.पी.आई,
ए.आई.एफ.टी.यू. (न्यू) अखिल भारतीय नेपाली एकता
सन्नहति, जाति विरोधी संगठन,
सी.पी.आई. (एम. एल) पीपुल्स फ्रट,
इन्कलाबी मजदूर केन्द्र, ए-आई.पी.एल. आर