आज चिली के स्पेनिश कवि नोबेल पुरस्कार विजेता “ पाब्लो नेरुदा ” का जन्मदिन है
“आपकी सबसे अधिक मदद करने वाली पुस्तकें वे हैं, जो आपको सबसे अधिक सोचने हेतु विवश करती हैं. एक महान लेखक की महान पुस्तक सौन्दर्य एवं सत्य से परिपूर्ण विचारों का जहाज़ है.”
(Los libros que más te ayudan son aquellos que más te hacen pensar. Un gran libro de un gran pensador es un buque de pensamiento, cargado de belleza y verdad.) ---Pablo Neruda
आज चिली के स्पेनिश कवि नोबेल पुरस्कार विजेता “ पाब्लो नेरुदा ” का जन्मदिन है. गाब्रिएल गार्सिया मार्केस ने नेरुदा को “किसी भी भाषा का 20वीं शताब्दी का सबसे बड़ा कवि” बताया.
इस अवसर पर उनकी एक कविता का अनुवाद
सदैव (Siempre)
नहीं है जलन मुझे उससे
जो आया मेरे सामने
आओ एक आदमी के साथ
कन्धों पर अपने
आओ सौ आदमियों के साथ अपने बालों में
आओ हज़ार आदमियों के साथ अपने आँचल और अधोभाग के बीच
डूबे हुए मनुष्यों से भरी
नदी की तरह आओ
जो बहती है उग्र समुद्र के नीचे
वह शाश्वत तरंग, वह समय I
लाओ उन सबको वहाँ
कर रहा हूँ जहाँ मैं इंतज़ार तुम्हारा
रहेंगे हम अकेले हमेशा
हम होंगे हमेशा तुम और मैं
पृथ्वी पर अकेले
जीवन अपना शुरू करने के लिए II
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Antes de mí
no tengo celos.
Ven con un hombre
a la espalda,
ven con cien hombres en tu cabellera,
ven con mil hombres entre tu pecho y tus pies,
ven como un río
lleno de ahogados
que encuentra el mar furioso,
la espuma eterna, el tiempo!
Tráelos todos
adonde yo te espero:
siempre estaremos solos,
siempre estaremos tú y yo
solos sobre la tierra
para comenzar la vida!
प्रतिभा उपाध्याय