Yearly Archives: 2016
कांग्रेस का आरोप – नेट न्युट्रलिटी पर चुप्पी साध गए मोदी
सैलाब आएगा, तो न बद्री पहलवान बचेंगे न उनके लौंडे। भीखमखेड़वी तो मारा ही जाएगा।
क्या यह समूह में होने की अनिवार्य बुराई है कि समूह बिखर जाता है या फिर हिंदी प्रदेश की क्षुद्रता? क्या इस प्रवृत्ति की आलोचना करने वाले को आप ‘गंभीर‘ और ‘क्रांतिकारी‘ कह कर मज़ाक में उड़ा सकते हैं? अभिषेक श्रीवास्तव दिल्ली के लेखक-पत्रकार मित्रों को अगर याद हो, तो 2006 में एक संगठन यहां बना था जिसका नाम था …
Read More »साहित्य, संस्कृति ही भारत-चीन में सेतु है – प्रो. जियांग जिंगकुइ
मिमिक्री मत करना, लोकतंत्र बीमार है
लोकतंत्र बीमार है____________ मिमिक्री मत करना कभी अबजेलों में अब भी जगह बहुत हैपुलिस दुरुस्त हैंबस, बीमार हैलोकतंत्र ! पुस्तक मेले में आके देखोबाबाओं के स्टाल परदस रुपये की मोटी किताब हैसेवक-सेविकाएँएकदम चुस्त हैंबाउंसर सजग हैबस लोकतंत्र बीमार है पता नहीं क्या बकता हैये साला गायेन पागल है ! – तुम्हारा कविक्या लिखता हैमत पढ़ो,सब कचरा है | उनका पढ़ोसब …
Read More »रिहाई मंच की मेहनत रंग लाई, 8 साल बाद 4 देशद्रोह के आरोप से दोषमुक्त
ब्राह्मणवादी अहंकार और एस.एन. बालगंगाधर
Brahmanical arrogance and S.N. balgangadhar इंडिया टुडे के वेब संस्करण डेलियो.इन पर 27 नवंबर को बेल्जियम के घेंट यूनिवर्सिटी के एक प्रोफेसर एस.एन. बालगंगाधर का एक लेख प्रकाशित हुआ जिसका शीर्षक था “व्हिच इनटॉलरेंस इज ग्रोइंग इन इंडिया?”। यह उस गुस्से के जवाब में लिखा गया था, जो हैदराबाद में इंग्लिश एंड फॉरेन लैंग्वेजेज यूनिवर्सिटी (एफ्लु) में एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन …
Read More »पूँजीवाद और समाजवाद का मिलन उतना ही मुश्किल, जितना आग और पानी का मिलना-Margot Honecker
Interview with the GDR’s Margot Honecker — ‘The past was brought back’ 89 वर्षीय कामरेड मार्गोट होनेकर; पूर्वी जर्मनी नेता एरिक होनेकर की बेवा हैं, पूर्वी जर्मन की पूर्व शिक्षा मंत्री जो आजकल चिली में स्व निर्वासित जीवन बिता रही हैं। उनका साक्षात्कार बहुत सारी बातों की निशानदेही करता है, इस दुर्लभ साक्षात्कार को समकालीन इतिहास में रुचि रखने वालों को …
Read More »The Truth about the Odd-Even Scheme- Mr. Kejriwal will look for some other stunt or caper
आलू की फसल को झुलसा रोग व कीट से बचाने के उपाय
पिछेती झुलसा रोग के प्रकोप से पत्तियाँ सिरे से झुलसना प्रारम्भ होती हैं, जो तीव्रगति से फैलती हैं। पत्तियों पर भूरे काले रंग के जलीय धब्बे बनते हैं तथा पत्तियों के निचली सतह पर रूई की तरह फफूँद दिखाई देती है।
Read More »‘Heart to Heart’ Talks in March between leadership & civil society of POK & J&K
New Delhi. Addressing a large gathering of advocates, trade unionists, workers and political activists at Jantar Mantar this morning, Prof. Bhim Singh, Chief Patron of National Panthers Party and the initiator for the movement for the reorganization of J&K state so that a confederation of J&K is evolved by establishing, ‘Jammu State, Kashmir Valley State & Ladakh-Gilgit’ to end half …
Read More »बर्धन होना एक बहुत मुश्किल काम है। सलाम कामरेड बर्धन।
कामरेड ए बी बर्धन नहीं रहे। फ़िराक गोरखपुरी (Firak Gorakhpuri) से रियायत लेते हुए यह कहने का मन है कि; “आने वाली नस्लें तुम से रश्क़ करेंगी हम असरो जब उनको मालूम पडेगा तुमने बर्धन को देखा था।” कामरेड ए बी बर्धन (Comrade A B Bardhan) भारतीय राजनीति (Indian politics) की उस पीढ़ी की ऐसी धारा के – संभवतः आख़िरी …
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