कल (1 अक्टूबर 2019) ‘हिंद स्वराज : नवसभ्यता विमर्श‘ के लेखक वीरेंद्र कुमार बरनवाल के साथ कार में कुछ देर सफ़र करने का अवसर मिला. हम दोनों को दिल्ली विश्वविद्यालय के दक्षिण परिसर (South Campus of Delhi University) जाना था, जहां उन्हें ‘गांधी और साहित्य‘ (Gandhi and literature) विषय पर बोलना था. कई तरह की बातों के बीच चर्चा जेवर …
Read More »डॉ. प्रेम सिंह
कारपोरेट राजनीति के बदलाव का गांधीवादी तरीका
लोकसभा चुनाव 2019 के नतीजे आने पर कई संजीदा साथियों ने गहरी चिंता व्यक्त की कि नरेंद्र मोदी की एक बार फिर जीत संविधान और लोकतंत्र के लिए बहुत बुरा संकेत है. पिछले पांच सालों के दौरान धर्मनिरपेक्ष और प्रगतिशील साथियों से यह बात अक्सर सुनने को मिलती है कि हम बहुत बुरे समय से गुजर रहे हैं; संकट बहुत …
Read More »सावरकर अपनी हिंसा और छल-कपट की नीति की होड़ दरअसल गांधी की अहिंसा और पारदर्शिता की नीति से करते थे
दिल्ली विश्वविद्यालय (University of Delhi) : क्या थमेगा मूर्ति विवाद! अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् – Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad (एबीवीपी) की 30 अगस्त 2019 की रैली में हुए भाषणों से यह स्पष्ट लगता है कि 12 सितम्बर को होने वाले दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ (डूसू) चुनाव (Delhi University Students Union (DUSU) Election) में हाल का मूर्ति-विवाद प्रमुख मुद्दा रहेगा. चुनाव …
Read More »स्वतंत्रता दिवस के कर्तव्य : आत्मालोचन का दिन
स्वदेशी का राग अलापने वाला आरएसएस पूंजीवाद का सबसे बड़ा बीमार है (डॉ. प्रेम सिंह का यह लेख (Dr. Prem Singh’s article on Independence Day in Hindi) साल 2013 के स्वतंत्रता दिवस पर छपा था। आपके पढ़ने के लिए इसे साल 2019 के स्वतंत्रता दिवस (2019 independence day) पर फिर जारी किया गया है।) पिछले स्वतंत्रता दिवस के ‘समय संवाद’ …
Read More »भारत छोड़ो आंदोलन की चेतना : लोहिया का बोध
भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं सालगिरह पर विशेष Special on the 77th anniversary of Quit India Movement 9 अगस्त 2019 को अगस्त क्रांति (August Revolution) के नाम से मशहूर और भारत के स्वतंत्रता आंदोलन के इतिहास (History of India’s independence movement) में मील का पत्थर माने जाने वाले भारत छोड़ो आंदोलन की 77वीं सालगिरह है. भारतीय जनता की स्वतंत्रता की …
Read More »जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र के खात्मे में सरकार के साथ अलगाववादियों की भूमिका पर भी सीधा सवाल करना चाहिए
जम्मू-कश्मीर पर सरकार का फैसला : कुछ तात्कालिक विचार… Government’s decision on Jammu and Kashmir: some immediate thoughts अब जम्मू-कश्मीर का संविधान की धारा 370 के तहत विशेष राज्य का दर्जा समाप्त (Special state status of Jammu and Kashmir under Article 370 of the Constitution ended) हो गया है. साथ ही धारा 370 से जुड़ा आर्टिकल 35ए भी निरस्त हो गया …
Read More »शीला दीक्षित की दिल्ली के दावेदार!
कांग्रेस की वयोवृद्ध नेता और दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री श्रीमती शीला दीक्षित (Congress veteran leader and former Delhi Chief Minister Smt. Sheila Dikshit) का कल (20 जुलाई 2019) को दिल्ली में निधन हो गया. उनकी स्मृति को नमन करते हुए इसी साल मार्च में लिखा गया डॉ. प्रेम सिंह का यह लेख (Dr. Prem Singh’s article on Mrs. Sheela Dixit) …
Read More »कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी की विरासत : लो, और तेज हो गया उनका रोजगार/ जो कहते आ रहे/ पैसे लेकर उतार देंगे पार
भारतीय समाजवादी आंदोलन (Indian Socialist Movement) के पितामह आचार्य नरेंद्रदेव (Acharya Narendra Dev) की अध्यक्षता में कांग्रेस सोशलिस्ट पार्टी-Congress Socialist Party (सीएसपी) के गठन (17 मई 1934,पटना) के समय दो लक्ष्य स्पष्ट थे: देश की आजादी हासिल करने और समाजवादी व्यवस्था कायम करने की दिशा में संगठित प्रयासों को तेज करना। इन दोनों लक्ष्यों को हासिल करने के लिए सच्ची …
Read More »1857 के बलिदानियों की याद में ‘कूच-ए-आज़ादी’
कांग्रेस-विरोध का आख्यान : सच और झूठ की पहचान!
नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने 2014 के चुनाव प्रचार (2014 election campaign) के दौरान खासतौर तौर पर दो बातें जोर देकर कही थीं : पहली, पिछले 65 सालों के कांग्रेसी राज में देश में कुछ नहीं हुआ. 65 साल की नाकामियों के लिए कांग्रेस को कोसते हुए उन्होंने दावा किया कि वे मात्र 65 दिन में पिछले 65 साल का …
Read More »संघ परिवार ने स्वीकार कर लिया है कि सांस्कृतिक राष्ट्रवाद का कमल मोदी के नेतृत्व में भ्रष्ट और अश्लील पूंजीवाद के कीचड़ में खिलता है
नरेंद्र मोदी : पात्रता की पड़ताल नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने प्रधानमंत्री के रूप में अपनी पात्रता के पक्ष में विभिन्न कोनों/स्रोतों से लगातार स्वीकृति और समर्थन हासिल किया है. हालांकि पांच साल प्रधानमंत्री रह चुकने के बाद काफी लोग मोदी-मोह से बाहर आ चुके हैं. फिर भी यह हवा बनाई जा रही है कि अगले प्रधानमंत्री मोदी ही होंगे. …
Read More »जलियांवाला बाग : कुर्बानी के सौ साल, शहीदों को सलाम!
आरएसएस/भाजपा का हिंदू-राष्ट्र धर्मनिरपेक्षता के चोर बाज़ार में बनता है
लोकसभा चुनाव 2019 : विपक्षी एकता के लिए एक नज़रिया (2) मौजूदा दौर की भारतीय राजनीति (Indian politics of the current) में नीतियों के स्तर पर सरकार और विपक्ष के बीच अंतर नहीं रह गया है. दरअसल, राजनीतिक पार्टियों के बीच का अंतर ही लगभग समाप्त हो गया है. लोग अक्सर एक पार्टी से दूसरी पार्टी में आवा-जाही करते रहते …
Read More »और अंत में लोहिया! विडम्बना या पाखंड की पराकाष्ठा?
23 मार्च को डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्मदिन (Dr. Ram Manohar Lohia’s Birthday) होता है. हालांकि कहा जाता है वे अपना जन्मदिन मनाते नहीं थे. क्योंकि उसी दिन क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव (Revolutionary Bhagat Singh, Rajguru and Sukhdev) को ब्रिटिश हुकूमत (British rule) ने फांसी पर चढ़ाया था. लिहाज़ा, भारत के ज्यादातर समाजवादी (Most Socialists of India) लोहिया …
Read More »और अंत में लोहिया के व्यापारी! विडम्बना या पाखंड की पराकाष्ठा?
23 मार्च को डॉ. राममनोहर लोहिया का जन्मदिन (Dr. Ram Manohar Lohia’s Birthday) होता है. हालांकि कहा जाता है वे अपना जन्मदिन मनाते नहीं थे. क्योंकि उसी दिन क्रांतिकारी भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव (Revolutionary Bhagat Singh, Rajguru and Sukhdev) को ब्रिटिश हुकूमत (British rule) ने फांसी पर चढ़ाया था. लिहाज़ा, भारत के ज्यादातर समाजवादी (Most Socialists of India) लोहिया …
Read More »