नई दिल्ली 14 सितम्बर 2019. पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी (Foreign Minister of Pakistan Shah Mahmood Qureshi) ने मुजफ्फराबाद (पाकिस्तान) में शुक्रवार को भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि जैसी रैली उन्होंने पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के मुजफ्फराबाद में आयोजित की है, वैसी रैली नरेंद्र मोदी जम्मू एवं कश्मीर में कर के दिखाएं।
समाचार पत्र डॉन की ख़बर “At Muzaffarabad rally, PM Imran calls out ‘coward’ Modi for oppressing occupied Kashmir residents” के अनुसार, कुरैशी ने शुक्रवार को मुजफ्फराबाद में आयोजित एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि पीओके में लोगों तक खबरों की पहुंच है और यहां इंटरनेट चालू है। मगर जम्मू एवं कश्मीर में प्रतिबंध लागू हैं और संचार के साधन बंद कर दिए गए हैं।
पीओके के प्रधानमंत्री राजा फारूक हैदर ने पाकिस्तान के लोगों और सरकार को उनके समर्थन के लिए धन्यवाद दिया।
उन्होंने कहा, “हम नहीं जानते कि जम्मू एवं कश्मीर में हमारे रिश्तेदार कैसे रह रहे हैं।” हैदर ने कहा, “द्विपक्षीय वार्ता में मत उलझो, क्योंकि यह कश्मीर मुद्दे की अहमियत कम करता है।”
मुजफ्फराबाद में आयोजित रैली में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के साथ ही स्थानीय प्रधानमंत्री हैदर, विदेश मंत्री कुरैशी, सीनेटर फैसल जावेद, सूचना मंत्री फिरदौस आशिक, रक्षा मंत्री परवेज खट्टक और रेल मंत्री शेख राशिद हिस्सा ने भी हिस्सा लिया।
कुरैशी ने जनसभा को संबोधित करते हुए मांग की कि भारतीय प्रधानमंत्री मोदी कर्फ्यू हटा लें और उन्हें चुनौती दी कि वह मुजफ्फराबाद में आयोजित होने वाली रैली की तरह जम्मू-कश्मीर के निवासियों को संबोधित करें। उन्होंने कहा,
“पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मुजफ्फराबाद में सार्वजनिक रूप से एजेके के लोगों को संबोधित कर रहे हैं। मोदी, मैं आपको चुनौती देता हूं, क्या आप श्रीनगर जा सकते हैं और इस तरह लोगों को संबोधित कर सकते हैं?”
(“The prime minister of Pakistan is addressing AJK people in public in Muzaffarabad. Modi, I challenge you, can you go to Srinagar and address people like this?”)
खबर के मुताबिक पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा –
“कश्मीर मुद्दा आज एक मानवीय समस्या है।”
प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा: “केवल एक कायर व्यक्ति ही इंसानों के खिलाफ इतनी क्रूरता कर सकता है, आज 900,000 भारतीय सैनिक कश्मीर के लोगों के खिलाफ अत्याचार कर रहे हैं।
“एक बहादुर आदमी कभी भी ऐसा नहीं कर सकता। चाहे आप कितना भी अन्याय करें, आप कभी सफल नहीं होंगे।