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मोदी की रैली के लिए किसानों की खड़ी फसल पर चला दिया बुल्डोजर, मोदी ने किया सैनिकों का अपमान

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hastakshep
30 Mar 2019
‘Heart to Heart’ Talks in March between leadership & civil society of POK & J&K

अखनूर (Akhnoor) में भाजपा उम्मीदवार (BJP candidate) व प्रधानमंत्री का भाषण (Modi's rally in Akhnoor) आचार संहिता उल्लंघन (Violation of Election code of conduct)… पैंथर्स पार्टी की चुनाव आयोग से कार्रवाई की मांग

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जम्मू-पुंछ लोकसभा क्षेत्र से पैंथर्स उम्मीदवार प्रो.भीमसिंह ने भाजपा और उसके इस क्षेत्र से उम्मीदवार के खिलाफ भारतीय चुनाव आयोग से उचित कार्रवाई करने की अपील की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने 28 मार्च, 2019 को अखनूर (सीमावर्ती शहर) में अपने भाषण के दौरान चुनाव नियमों और आचार संहिता का उल्लंघन किया है।

पैंथर्स उम्मीदवार ने चुनाव आयोग को पत्र में बताया कि भारत-पाक अन्तर्राष्ट्रीय सीमा से 20 कि.मी. दूर प्रधानमंत्री के किसानों को सम्बोधित करने के लिए बनाये गये स्टेज की लगभग 75 कनाल कृषि भूमि पर राज्य सरकार ने बुलडोजर चलवा दिया। रिपोर्टों के अनुसार किसानों को प्रति कनाल 30 हजार रुपये दिये गये। इस तरह प्रधानमंत्री के चुनाव अभियान स्टेज के लिए राज्य सरकार ने कुल मिलाकर लगभग 30 लाख रुपये खर्च किये। इसके अलावा प्रधानमंत्री के इस चुनावी कार्यक्रम पर 5 लाख रुपये खर्च किये गये। लगभग एक लाख कुर्सियां 40 कि.मी. दूर जम्मू से लायी गयीं और 300 बसों को इंतजाम किया गया, जिसका खर्चा राज्य सरकार ने वहन किया।

उन्होंने पत्र में कहा कि इन सबके अलावा प्रधानमंत्री ने अपना भाषण इन शब्दों पर खत्म किया कि ‘हम ये सब कुछ कर रहे हैं, आपके वोट के लिए‘। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के लिए ये शब्द आचार संहिता की अवहेलना है। प्रधानमंत्री का भाषण हमारे सैनिकों का अपमान भी है, जो हमारी सीमाओं की रक्षा कर रहे हैं। वे सीमाओं पर सेना के जवान के रूप में लड़ते हैं, ना कि चौकीदार के रूप में। चौकीदार हमारे नागरिकों का एक वर्ग है। प्रधानमंत्री ने चौकीदार शब्द का प्रयोग किया, जो हमारे समाज के सभी वर्गों से मेल नहीं खाता। चौकीदार सभी वर्गों से केवल एक वर्ग है।

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पैंथर्स सुप्रीमो ने इस कार्यक्रम के दौरान आचार संहिता के उल्लंघन के लिए चुनाव आयोग से तुरंत कार्रवाई करने की मांग की। उन्होंने प्रधानमंत्री के अखनूर में आचार संहिता के उल्लंघन करने के पूरे मामले की भी जांच कराने की मांग की।

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