#AYODHYAVERDICT : एससी के पूर्व जज ने कहा, आखिर आपको अपना राम मंदिर मिलेगा ? फिर जश्न मनाएं। लेकिन...
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नई दिल्ली, 09 नवंबर 2019. सर्वोच्च न्यायालय के अवकाशप्राप्त न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू (Justice Markandey Katju, retired judge of the Supreme Court) ने बाबरी मस्जिद रामजन्मभूमि विवाद पर सर्वोच्च न्यायालय के फैसले (Supreme Court verdict on Babri Masjid Ramjanmabhoomi dispute) के बाद देशवासियों खासकर बहुसंख्यक हिदुओं का ध्यान आकृष्ट करते हुए अपरोक्ष रूप से व्यंग्य किया है कि राम मंदिर निर्माण से देश की समस्याएं हल नहीं होंगी।
जस्टिस काटजू ने अपने वैरीफाइड बीएफ पेज (Justice Markandey Katju's verified Facebook page) पर लिखा,
“तो हिंदुओं, आखिर आपको अपना राम मंदिर मिलेगा ? फिर जश्न मनाएं। लेकिन बिना नौकरी के, अपने बच्चों के पेट में बिना भोजन के, बिना उचित स्वास्थ्य सेवा के, अपनी आधी एनीमिक महिलाओं के साथ, अपने आत्महत्या करते किसानों के साथ, अपनी गिरती अर्थव्यवस्था के साथ, खाद्य पदार्थों और पेट्रोल आदि के आसमान छूते दामों के साथ, मुस्लिमों की लिंचिंग के साथ, और सभी प्रकार के जैज़ के साथ जश्न मनाएं।
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इसलिए जश्न मनाओ, जश्न मनाओ. अच्छे दिन आ गए।“
एक अन्य पोस्ट में जस्टिस काटजू ने लिखा,
"मंदिर वहीं बनाएंगे।
बेरोजगारी, महंगाई, भुखमरी, निरक्षरता, किसानों की दुर्दशा, स्वास्थ्य लाभ शून्यता, भ्रष्टाचार वगैरह भाड़ में जाएं।
मंदिर वहीं बनाएंगे।
हरिओम।"
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अपनी पोस्ट पर ट्रोल आर्मी के अटैक के बाद उन्होंने लिखा,
"पहले मुझे लगा कि 90% भारतीय मूर्ख हैं। लेकिन मेरी पिछली fb पोस्ट पर की गई कई टिप्पणियों ने मुझे आंकड़ा यदि अधिक नहीं तो 95% तक संशोधित कर दिया है।"
इससे पहले दिन में जस्टिस काटजू ने ट्वीट किया था,
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“मुझे बताया गया था कि जब आपके पास किसी को कुछ अच्छा कहने को नहीं हो, तो आपको कुछ नहीं कहना चाहिए। सच कहूँ तो सर्वोच्च न्यायालय के अयोध्या के फैसले के बारे में मेरे पास कहने को कुछ नहीं है।“
कौन हैं मार्कंडेय काटजू?
अपने ऐतिहासिक फैसलों के लिए प्रसिद्ध रहे जस्टिस मार्कंडेय काटजू 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए उसके बाद वह प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन रहे। आजकल वह अमेरिका प्रवास पर कैलीफोर्निया में समय व्यतीत कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं और भारत की समस्याओं पर खुलकर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं।