नई दिल्ली, 01 अक्तूबर 2019. सर्वोच्च न्यायालय के अवकाश प्राप्त न्यायाधीश जस्टिस मार्कंडेय काटजू (Justice Markandey Katju, retired justice of the Supreme Court) ने बिहार, बंगाल की बाढ़ और डूबती अर्थव्यवस्था को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है।
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जस्टिस काटजू ने पिछले चार दिनों में बिहार की बाढ़ के कई फोटो अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट करते हुए “बिहार चमकतबा” शीर्षक दिए। उन्होंने बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का हाफपैंट में ओवर ब्रिज पर शरण लिए एक चित्र पोस्ट करते हुए टिप्पणी की -
“बिहार के डिप्टी सीएम सुशील मोदी चमकत बा (अपने घर में बाढ़ के कारण ओवरब्रिज पर)”
बाद में संघी ट्रोल आर्मी का अटैक होने पर जस्टिस काटजू ने एक और पोस्ट लिखकर स्पष्ट किया कि उन्होंने “चमकतबा” शीर्षक क्यों दिया ।
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उन्होंने लिखा –
"सब चमकत बा
बिहार और बंगाल में बाढ़ को दर्शाने वाली मेरी एफबी पोस्टों को जब मैंने 'chamkat ba' की उपाधि दी तो कई लोगों को बुरा लगा। मेरा किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाने का कोई इरादा नहीं था, और अगर किसी को चोट लगी हो तो मैं माफी मांगता हूं। मैंने यह उपाधि इसलिए दी क्योंकि हमारे महान प्रधान मंत्री ने हाल ही में हाउडी मोदी के कार्यक्रम में ह्यूस्टन में कहा था कि भारत में सब कुछ ठीक है (उन्होंने इसे कई भाषाओं में कहा है)।
इसलिए हमें उनके शब्द को स्वीकार करना चाहिए और भारत की हर चीज को 'चमकत बा' कहना चाहिए, चाहे वह पूर्णतः फेल अर्थव्यवस्था हो और बेरोजगारी और बिहार और बंगाल में बाढ़, कश्मीर में बंद, प्याज की कीमतों में बढ़ोतरी, या कुछ और। सब चमकत बा।
हरि ओम”
अपने ऐतिहासिक फैसलों के लिए प्रसिद्ध रहे जस्टिस मार्कंडेय काटजू 2011 में सुप्रीम कोर्ट से सेवानिवृत्त हुए उसके बाद वह प्रेस काउंसिल ऑफ इंडिया के चेयरमैन रहे। आजकल वह अमेरिका प्रवास पर कैलीफोर्निया में समय व्यतीत कर रहे हैं और सोशल मीडिया पर खासे सक्रिय हैं और भारत की समस्याओं पर खुलकर अपने विचार व्यक्त कर रहे हैं।