मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के जाति के पुलिसकर्मी तो कानून को अपने हाथ में लेकर घूम रहे हैं क्योंकि उनको पता है की सत्ता उनके साथ खड़ी है.
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बलरामपुर में अधिवक्ता मसूद रज़ा के साथ हुई पुलिस द्वारा मार-पीट की कड़ी निंदा
लखनऊ 20 मई 2018. रिहाई मंच ने बलरामपुर योगी पुलिस द्वारा वकीलों की बर्बर पिटाई की निंदा करते हुए कहा कि योगी राज में कोई भी सुरक्षित नही है पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है.
रिहाई मंच प्रवक्ता शाहनवाज़ आलम ने जारी प्रेस नोट में बताया की बलरामपुर जिले के सोनबरसा गाँव के निवासी अधिवक्ता मसूद रज़ा अपने गाँव के पीड़ित साकिर का एफआईआर दर्ज करने उतरौला पुलिस स्टेशन गए थे जहाँ पर प्रभारी संतोष कुमार सिंह ने दूसरे थाने का मामला बताकर कार्यवाही से मना करने लगा. जिसका विरोध करने पर अधिवक्ता और उसके साथ गए साकिर और हसमत को पीटते हुए पुलिस स्टेशन के अन्दर ले गई जहाँ पर संतोष कुमार सिंह के साथ अन्य पुलिस कर्मियों ने बर्बर पिटाई की और एनकाउंटर करने की धमकी देते रहे. कुछ देर बाद अधिवक्ता मसूद रज़ा पुलिस स्टेशन से जान बचाकर भागने की कोशिश की उनको 250-300 मीटर से फिर पुलिस पकड़कर लाई और उनकी फिर बुरी तरह से पिटाई शुरू कर दिया. लेकिन इस बीच उनका भाई हसमत थाने से निकल कर बाहर सबको खबर कर दिया था. देर शाम अधिवक्ता के ऊपर शांति भंग का मुक़दमा कर दिया गया.
मंच ने कहा कि पूरा प्रदेश जंगलराज में तब्दील हो गया है. मुख्यमंत्री आदित्यनाथ के जाति के पुलिसकर्मी तो कानून को अपने हाथ में लेकर घूम रहे हैं क्योंकि उनको पता है की सत्ता उनके साथ खड़ी है.
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