लखनऊ, 17 अगस्त 2019. कल 16 अगस्त 2019 को कश्मीर के लोगों के समर्थन में पूर्व घोषित एक घंटे के मोमबत्ती प्रदर्शन को रोकने के लिए रिहाई मंच अध्यक्ष एडवोकेट मुहम्मद शुऐब, मैगसेसे पुरस्कार से सम्मानित संदीप पांडेय को अन्य साथियों के साथ अपने घरों में पुलिस द्वारा नजरबंद किया गया था. आज फिर 17 अगस्त को अयोध्या के रामजानकी मंदिर में दो दिवसीय साम्प्रदायिक सद्भाव पर बैठक, जिसमें मुंबई से प्रो. राम पुनियानी भी शरीक होने आए थे, पर गैरकानूनी प्रतिबंध लगाया गया.
Advertisment
रिहाई मंच महासचिव राजीव यादव ने बताया कि अयोध्या, फैज़ाबाद जाते वक्त संदीप पांडेय, प्रो. राम पुनियानी और साथियों को रौनाही टोल प्लाजा पर पुलिस द्वारा गैर कानूनी तरीके से रोका गया. अयोध्या कार्यक्रम के आयोजक आचार्य युगल किशोर शास्त्री को अयोध्या से पुलिस हिरासत में रौनाही लाया गया.
उन्होंने कहा कि ऐसा बताया जा रहा है कि कश्मीर में धारा 370 और 35ए को खत्म करने के बाद उत्पन्न हुई परिस्थितियों में ये प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं. जबकि अयोध्या में होने वाले दो दिवसीय कार्यक्रम का कश्मीर से कोई लेना देना नहीं था. जम्मू और कश्मीर में तो नागरिक अधिकारों पर पूरी तरह से रोक लगाई गई है, देश के बाकी हिस्सों में भी जम्मू और कश्मीर के तर्ज पर ही नागरिक अधिकारों का हरण कर लिया गया है.
यूपी में नागरिक अधिकारों व शांतिपूर्ण कार्यक्रमों पर रोक लगाने के विरोध में संदीप पांडेय ने रौनाही से ही अनशन प्रारम्भ कर दिया है. रौनाही में ही पुलिस हिरासत में युगल किशोर शास्त्री, राजीव यादव, हफ़ीज़ क़िदवई, आशीष यादव, अनुराग शुक्ला भी हैं.