अँगरेज़ शासकों से सावरकर ने छह बार क्षमा माँगी Savarkar apologized to the British rulers six times आरएसएस के राजनैतिक जेबी संगठन भाजपा ने महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव (अक्तूबर 21, 2019 को मतदान) में जारी अपने संकल्प पत्र में हिंदुत्व विचारधारा के जनक, वीर सावरकर को भारत रत्न दिलाने का वादा किया है। उनके साथ दलित आंदोलन के मूल दिग्गज सिद्धांतकारों …
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सावरकर पर डाक टिकट अंग्रेजों से मिलीभगत से सावरकर को बरी नहीं करता है
रायपुर/05 अक्टूबर 2019। ए टीम को गोडसे और सावरकर पर घिरते देख अब बी टीम कवर फायर मोड पर अनर्गल सवाल खड़े करने लगी है। प्रदेश कांग्रेस के महामंत्री एवं संचार विभाग के अध्यक्ष शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि स्वतंत्रता संग्राम से जुड़े हुए संदर्भों के संबंध में कांग्रेस का आरंभ से ही स्पष्ट मत रहा है कि …
Read More »नायकों पर कब्जा करने की संघी मुहिम : अब बारी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की
RSS के मन में कभी यह विचार क्यों नहीं आया कि उसे भारत को स्वाधीन करवाने के लिए संघर्ष करना चाहिए? कुछ वर्षों से RSS लगातार राष्ट्रीय नायकों पर कब्जा करने के प्रयास में जुटा हुआ है। अब बारी नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की
Read More »मोदीजी ! सावरकर ने तो सुभाषचंद्र बोस के खिलाफ ब्रिटिश शासकों का साथ दिया था
मोदीजी ! सावरकर ने तो सुभाषचंद्र बोस के खिलाफ ब्रिटिश शासकों का साथ दिया था शम्सुल इस्लाम हमारे देश के प्रधान मंत्री मोदी, जो खुद को हिन्दू राष्ट्रवादी कहलाना पसंद करते हैं, ने अक्टूबर 21, 2018 को दिल्ली के लाल क़िले पर नेताजी सुभाष चंद्र बोस द्वारा 75 साल पहले सिंगापुर में आरज़ी यानी अस्थाई आज़ाद भारत सरकार की घोषणा …
Read More »अंग्रेज़ों भारत छोड़ो आंदोलन 1942 और हिंदुत्व टोली : एक गद्दारी – भरी दास्तान
हामिद अंसारी, जिन्ना की तस्वीर और एएमयू में हंगामा
हाल (मई 2018) में भारत के पूर्व उपराष्ट्रपति हामिद अंसारी (Former Vice President of India Hamid Ansari) को अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय छात्रसंघ (एएमयूएसयू) की आजीवन सदस्यता {Life Membership of Aligarh Muslim University Students’ Union (AMUSU)} प्रदान कर सम्मानित करने हेतु विश्वविद्यालय में आमंत्रित किया गया था। यद्यपि उन्हें पर्याप्त सुरक्षा प्रदान की गई थी परंतु हिन्दू युवा वाहिनी एवं एबीव्हीपी …
Read More »यही कुंठा सावरकर के आगे वीर लगाकर भगत सिंह के समकक्ष खड़ा करने की कोशिश करती है
यही कुंठा किसी मुगलसराय को बदल कर दीनदयाल कर देती है और किसी सावरकर के आगे वीर लगाकर भगत सिंह के समकक्ष खड़ा करने की कोशिश करती है. राजीव यादव हैं दोनों चश्मे की दुकानें और दोनों आस-पास पर एक मियां बाजार और दूसरी माया बाजार में. ये चश्मे के नंबर का दोष नहीं बल्कि राजनीतिक दोष है. इसलिए चश्मे …
Read More »भगत सिंह और सावरकर एक साथ : फासीवादी गन्दी चाल!
भगत सिंह (Shaheed E Azam Bhagat Singh) एक विचारक थे, जिनका आधार मार्क्सवाद था. लेनिन की क्रांति को सही मानते थे, और साथ देने की बात करते थे! उनकी अंतिम इक्छा लेनिन से मिलने की थी! हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन, जिसके कमांडर चन्द्र शेखर आजाद थे, की संरचना एक मजदूर वर्ग के राज्य की स्थापना थी, जिसका खात्मा काँग्रेस और …
Read More »मोदी जी, यह तो राष्ट्रवाद का व्यापारीकरण है
यह कुछ और नहीं बल्कि राष्ट्रवाद का व्यापारीकरण है। राष्ट्रवाद जैसी एक पवित्र और निर्मल चीज को अब घर में ही बेचा जा रहा है। यह देश में अलग-अलग रूपों में सामने आ रहा है। इसकी इंतहा तब हो गई जब देश के प्रधानमंत्री एक प्राइवेट कंपनी का ब्रांड अम्बेसडर बनने के लिए तैयार हो गए। यह न केवल राष्ट्रवाद …
Read More »गणवेशधारियों के चिट्ठीवीर सावरकर, अंग्रेजों से माफी मांगते- मांगते अंगुलियां घिस गईं !
गणवेशधारियों के चिट्ठीवीर सावरकर अंग्रेजों से माफी मांगते- मांगते वीर सावरकर की अंगुलियां घिस गईं ! वीर सावरकर ने इतनी बार अंग्रेजों से माफी मांगी कि चिट्ठियां लिखते-लिखते उनकी अंगुलियां घिस गईं नेता जी की मौत पर कम से कम उन लोगों को बोलने का अधिकार तो कत्तई नहीं है जो उस समय उनकी जान लेने के लिए उतारू थे। …
Read More »एक कुटिल चाल है भारत के सभी निवासियों को हिंदू बताने के खेल के पीछे
क्या ‘हिंदू’ हमारी राष्ट्रीय पहचान है? आरएसएस का न तो स्वाधीनता संग्राम से कोई लेनादेना रहा है और ना ही भारतीय संविधान में उसे कोई विशेष श्रद्धा है -राम पुनियानी सन् 1980 के दशक से पहचान-आधारित राजनीति ने हमारे देश में जड़ें जमानी शुरू कीं। शाहबानो मामले, राममंदिर की समस्या और रथयात्राओं ने पहचान पर आधारित मुद्दों को देश के …
Read More »सावरकर ने गाय को श्रद्धा का पात्र बनाने का विरोध किया था
Savarkar opposed making cow an object of reverence. हिन्दू राष्ट्र, गाय व मुसलमान (भाग-1) उच्च जातियों के हिन्दुओं और हिन्दू राष्ट्रवादी संगठनों का गाय के प्रति-एक पशु बतौर व हिन्दू राष्ट्र के प्रतीक बतौर-ढुलमुल रवैया रहा है। कभी वे गाय के प्रति बहुत श्रद्धावान हो जाते हैं, तो कभी उनकी श्रद्धा अचानक अदृश्य हो जाती है। हाल के कुछ वर्षों …
Read More »भगत सिंह बनाम सावरकर – दोनों अलग ध्रुवों पर खड़े नज़र आते हैं…
भगत सिंह बनाम सावरकर Bhagat Singh vs Savarkar. हम लोग कई बार देशभक्तों के मूल्यांकन में उन्हें सरसरी तौर पर देशभक्त या देश का शत्रु अपनी विचारधारा के अनुकूल या प्रतिकूल होने के कारण मान कर उनके वास्तविक महत्व या कमज़ोरी को रेखांकित करने में चूक जाते हैं। मसलन कुछ लोग हिन्दुत्व के प्रचारक सावरकर को देशभक्त मानने से एकदम इन्कार …
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