/hastakshep-prod/media/post_banners/Bc48OEHYXhbZvsBFFlYt.jpg)
जन भावनाओं की दुहाई देने वाली मोदी सरकार को कश्मीरियों की भावनाओं से डर लगता है The Modi government, which is voicing public sentiments, is afraid of the feelings of Kashmiris.
भूख और अभाव के बीच कश्मीरी जनता का बीतने वाला हर दिन कश्मीर मामले में सरकार की नाकामी में एक पन्ना जोड़ देता है। यह दास्तान कितनी लम्बी होगी और क्या गुल खिलाएगी इस पर मत भिन्नता हो सकती है, लेकिन लोकतंत्र कलंकित होता रहेगा इसमें कोई दो राय नहीं हो सकती।
पाकिस्तान द्वारा सीमा पार फायरिंग (Cross-border firing by Pakistan) में कश्मीरी नागरिकों के मारे जाने के पर एक बार मैंने फारूक अब्दुल्लाह (Farooq Abdullah) को भरी सभा में रोते और भारत सरकार से उसका करारा जवाब देने का आग्रह करते हुए सुना था। आज बिना किसी अपराध के उन्हें कैद तनहाई में रखा गया है, शायद इस आशंका पर कि वह बाहर रहेंगे तो कश्मीरी जनता की भावनाओं का प्रतिनधित्व करेंगे।
जन भावनाओं की दुहाई देने वाली केंद्र सरकार (Modi government) को कश्मीरियों की भावनाओं (Kashmiri sentiments) से डर लगता है। फारूक अब्दुल्लाह इस बदले हुए हालात में क्या सोच रहे होंगे यह बता पाना मुशकिल है।
मसीहुद्दीन संजरी
http://www.hastakshep.com/oldno-one-will-be-saved-from-the-brutal-loot-of-fascists-tomorrow-the-number-is-those-who-are-shouting-at-the-sighs-of-kashmiris-today/