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पीएम मोदी ने सम्पूर्ण भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान (COVID-19 in India) का शुभारंभ किया
दुनिया ने इससे पहले कभी भी इतने व्यापक स्तर पर टीकाकरण अभियान नहीं देखा होगा - मोदी
कोरोना से मुक़ाबले की भारत की तैयारी को मिला वैश्विक समर्थन -मोदी
प्रधानमंत्री ने अग्रिम पंक्ति के कोरोना योद्धाओं के प्रति सम्मान प्रकट किया
The Prime Minister expressed respect to the frontline Corona warriors
नई दिल्ली, 16 जनवरी 2021. प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज सम्पूर्ण भारत में कोविड-19 टीकाकरण अभियान (COVID-19 vaccination campaign in India) की वीडियो कोन्फ्रेंस के मध्यम से शुरुआत की।
प्रधानमंत्री ने अपने सम्बोधन का आरंभ टीका विकसित करने के अभियान से जुड़े वैज्ञानिकों की प्रशंसा के साथ किया।
उन्होंने कहा कि आमतौर पर टीकों के विकास में वर्षों लग जाते हैं लेकिन यहाँ इतने कम समय में एक नहीं दो-दो भारत निर्मित टीके विकसित किए गए, जिनका आज शुभारंभ हो रहा है।
श्री मोदी ने लोगों को आगाह किया कि टीके की दोनों खुराक लेने के प्रति लापरवाही बिलकुल न करें।
उन्होंने कहा कि दोनों टीकों के बीच 1 महीने का अंतर रहेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि लोगों को कोरोना से बचाव के उपायों के प्रति ढिलाई नहीं बरतनी चाहिए क्योंकि कोरोना के खिलाफ प्रतिरोधी क्षमता, टीका लगाए जाने के दो सप्ताह बाद विकसित होती है।
प्रधानमंत्री ने टीकाकरण अभियान की व्यापकता का उल्लेख करते हुए लोगों से कहा कि पहले चरण में ही तीन करोड़ लोगों का टीकाकरण किया जाना है जो दुनिया के लगभग 100 देशों की जनसंख्या से भी ज्यादा है। उन्होंने कहा कि यह आवश्यक है कि दूसरे चरण में इस दायरे को बढ़ाकर 30 करोड़ किया जाए ताकि दूसरे चरण में ही वरिष्ठ नागरिकों और ऐसे लोगों को शामिल किया जा सके जो किसी अन्य गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। दुनिया में मात्र 3 देश ऐसे हैं जिनकी जनसंख्या 30 करोड़ से अधिक है, इसमें भारत, अमेरिका और चीन शामिल हैं।
श्री मोदी ने लोगों से आग्रह किया कि भारत में विकसित और निर्मित इन टीकों के खिलाफ किसी भी तरह की अफवाह की मुहिम को महत्व न दें क्योंकि भारतीय टीका वैज्ञानिकों, भारत के चिकित्सा तंत्र और भारत की प्रक्रियाओं तथा संस्थागत तंत्र को वैश्विक स्तर पर विश्वासप्राप्त है जो निरंतर बेहतर रिकॉर्ड के आधार पर अर्जित किया गया है।
प्रधानमंत्री ने कोरोना के खिलाफ एकजुट होकर बहादुरी से संघर्ष किए जाने के लिए देश को बधाई दी।
उन्होंने कोरोना के प्रति भारत की प्रतिक्रिया को आत्मविश्वास और आत्मनिर्भरता का प्रतीक कहा। उन्होंने प्रत्येक भारतीय का आत्मविश्वास बनाए रखने की प्रतिबद्धता को रेखांकित किया।
श्री मोदी ने डॉक्टरों, नर्सों, पैरामेडिकल स्टाफ, एंबुलेंस ड्राइवर, आशा कार्यकर्ता, स्वच्छता कर्मचारी और पुलिस तथा अन्य अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं पर विस्तार से बात की, जिन्होंने दूसरों का जीवन बचाने के लिए अपने जीवन को जोखिम में डाला।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोनावायरस के खिलाफ लड़ी जा रही इस लड़ाई में कई अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ता ऐसे थे जो अपने घरों को नहीं लौट सके और उन्होंने अपने जीवन का बलिदान कर दिया।
उन्होंने कहा कि अग्रिम पंक्ति के इन्हीं कार्यकर्ताओं ने उस भय के वातावरण में भी लोगों में विश्वास भरा। आज सबसे पहले अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को टीका देकर देश उनके योगदान के प्रति अपना आभार प्रकट कर रहा है।
संकट के शुरुआती दिनों का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने अपेक्षित सजगता का प्रमाण दिया और सही समय पर सही फैसले किए गए। भारत में कोरोना का पहला मामला सामने आने से पहले जो कि 30 जनवरी, 2020 को सामने आया था, एक उच्च स्तरीय समिति का गठन कर दिया था। भारत ने आज से ठीक 1 वर्ष पहले निगरानी शुरू कर दी थी। 17 जनवरी, 2020 को भारत में पहली एडवाइजरी जारी की गई थी और भारत पहला ऐसा राष्ट्र बना था जिसने हवाई अड्डों पर यात्रियों की जांच शुरू कर दी थी।
टीकाकरण अभियान के शुभारंभ से जुड़े इस आयोजन से देश के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के वह सभी 3006 स्थान भी जुड़े जहां-जहां टीकाकरण होगा।
Launch of the #LargestVaccineDrive. Let us defeat COVID-19. https://t.co/FE0TBn4P8I
— Narendra Modi (@narendramodi) January 16, 2021