माँ गंगा की जलधारा अपनों के शव समेट रही, सरकार रेड कारपेट स्वागत करा रही है - अजय कुमार लल्लू
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झूठे आंकड़ों व पी आर के बल पर डब्लू एच ओ की प्रशंसा हासिल की राज्य सरकार ने
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गांव में न जांच, न दवाई, न उपचार, बिना वैक्सीन के विश्व रिकार्ड सरकार का क्रूर मजाक
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लखनऊ 12 मई 2021। उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने व जीवन रक्षक दवाओं, ऑक्सीजन की उपलब्धता पर सरकार के दावे पर तीखा हमला करते हुए कहा राज्य सरकार के सभी दावे हेराफेरी वाले हैं। आंकड़ों में हेराफेरी करने वाले मुख्यमंत्री की प्रशंसा करने वाले रक्षा मंत्री को क्या अपनी संसदीय सीट लखनऊ सहित प्रदेश भर के शमशानों में चिताओं से उठती लपटे नहीं दिखाई दी? बिना ऑक्सीजन व बिना दवाओं से होती मौतें उन्हें क्यों नहीं दिखाई देती है? रक्षा मंत्री जिस तरह मुख्यमंत्री की तारीफ कर रहे हैं उससे साबित होता है मानवीय संवेदना का उनसे कोई सम्बन्ध नहीं है।
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श्री अजय कुमार लल्लू ने कहा कि ग्रामीण व कस्बाई इलाकों में फर्जी जांच व गुमराह कर उसने अंतर्राष्ट्रीय संस्था डब्लू0एच0ओ0 से पीआर के बल पर प्रशंसा प्राप्त की है। जबकि जमीनी सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश में न वैक्सीन है, न ऑक्सीजन है, न दवाई, फिर भी उसके झूठे दावे में कोई कमी नहीं आ रही है। सरकार की लापरवाही के कारण लाशों के ढेर लगे हैं और लाशों की मीनार खड़ी कर वह प्रशंसा प्राप्त कर रही है। उन्होंने सरकार पर सवाल दागते हुए कहा कि मानवता को कलंकित करने वाली ऐसी निर्लज्जता भाजपाई लाते कहाँ से हैं?
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प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष ने कोरोना पर सरकार के दावे पर हमला करतेकहा कि गांव,कस्बो में कोरोना के सिम्टम्स लगातार मौतें हो रही है,माँ गंगा की जलधारा अपनो के शव समेटने को विवश है वही लाशों की मीनार खड़ी कर सरकार अपना रेडकारपेट स्वागत कराने में व्यस्त है।
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श्री लल्लू ने कहा कि राज्य सरकार कोरोना संक्रमण को हेराफेरी भरे आंकड़ों से नियंत्रित करने का घृणित खेल खेलकर मानवता के साथ पग-पग पर पाप कर रही है।
उन्होंने कहा कि योगी आदित्यनाथ सरकार को समझ लेना चाहिये कि झूठी प्रशंसा व फर्जी आंकड़ों से मौत व संक्रमितों की संख्या कम बताकर गुमराह कर सकते हैं लकिन उसे नियंत्रित नहीं कर सकते हैं।
उन्होंने कहा कि फर्जी दावों, हेराफेरी भरे आंकड़ों से बाहर आकर योगी आदित्यनाथ जी जमीनी सच्चाई का सामना करते हुए अपने संवैधानिक व नैतिक दायित्व का निर्वहन करे।